ऐतिहासिक औरंगजेबी बाजार में गधों के मेले की धूम..
सतना।
मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की तपोभूमि चित्रकूट में पांच दिवसीय
दीपावली महोत्सव की धूम के बीच सोमवार को ऐतिहासिक दीपदान में जहां लाखों
भक्त शामिल हुए वहीं मंगलवार को चित्रकूट के औरंगजेबी बाजार में एक बार फिर
गधा खच्चरो का मेला आवाद होता नजर आया। देश के
इकलौते गधों के बाजार के रूप में ख्याति प्राप्त ऐतिहासिक औरंगजेबी बाजार
में इस साल दीपावली के दूसरे दिन बड़ी संख्या में गधा खच्चर की खरीद-फरोख्त
करने वाले लोग सुबह से ही पहुंचना शुरू हो गए थे।
इस दौरान विभिन्न
प्रजातियों के अलग-अलग कद काठी और रंग वाले गधा एवं खच्चर को लेकर एमपी
यूपी के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा अन्य स्थानों के व्यापारी बाजार में
अपने गधा खच्चर को बांधकर खरीदी के लिए पहुंचने वालों को उनकी विशेषता
बताते नजर आ रहे थे। इस दौरान गधा व खच्चर खरीदने के लिए बोली लगाने वाले
लोगों के अलावा इनको देखने के लिए और मेला घूमने के लिए भी बड़ी संख्या में
शौकीन लोगों का सुबह से शाम तक आना जाना लगा रहा।
बुजुर्गों का कहना है कि इस मेले की शुरुआत मुगल बादशाह औरंगजेब ने कराई
गई थी। दरअसल औरंगजेब की सेना में रसद और असलहा ढोने वालो की कमी हो जाने
पर पूरे क्षेत्र से खच्चरों-गधों के मालिकों को इसी मैदान में एकत्रित कर
उनके गधे खच्चर खरीदे गए थे। मुगल काल से ही दीपावली के दूसरे दिन गधों का
यह मेला बाजार शुरू होकर मंदाकिनी नदी के तट पर 3 दिनों तक लगता है।
यहां गधे खच्चर खरीददारों के अलावा इनको देखने वालों की भीड़ उमड़ती है। इस
मेले में गधे और खच्चरों की कीमत हजारों लाखों रुपए तक बोली जाती है।
व्यापारी अपने गधों के नाम फिल्म स्टारों के नाम पर रखते हैं। यहा पर सलमान, शारूख, कैटरीना के नाम से पुकारे जाने वाले खच्चर व गधे आकर्षण का केंद्र बने हुुुये है। हालांकि इस मेले में सुविधाओं का अभाव साफ तौर पर झलकता हुआ नजर आता है इसके बावजूद लोग खरीदारी के अलावा टाइमपास के हिसाब से भी यहां आने से नहीं चूकते।
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