मप्र का स्थापना दिवस जन उत्सव के रूप में मनाया जाएगा
भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश का 67वां स्थापना दिवस जन.उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। स्थापना दिवस एक नवम्बर से सात नवम्बर तक रचनात्मक गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रि.परिषद की बैठक के बाद मंत्रीगण को संबोधित कर रहे थे। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
चार नवम्बर को एक जिला.एक उत्पाद पर प्रदेश के सभी जिलों में गतिविधियाँ संचालित होंगी। साथ ही रोजगार मेले भी लगाए जाएंगे। पाँच नवम्बर को प्रदेश के गौरव पर केंद्रित नाटकए लोक नृत्य और जननायकों पर प्रतियोगिताएँ होगीं। छह नवम्बर को सभी जिलों में वृक्षा.रोपण जल.संरक्षण ऊर्जा की बचत और पर्यावरण पर केंद्रित गतिविधियाँ की जाएंगी। कार्यक्रमों की श्रंखला में सात नवम्बर को सभी जिला मुख्यालयों और राज्य स्तर पर हुई प्रतियोगिताओं और खेल गतिविधियों के विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। इसी दिन सभी जिला मुख्यालयों पर सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा जिसमें स्थानीय परिवेश की सांस्कृतिक गतिविधियों को विशेष रूप से सम्मिलित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम स्तर पर हुई प्रतियोगिताओं के पुरस्कार ग्राम स्तर पर ही वितरित किए जाएंगे। मध्यप्रदेश गान के प्रति लगाव और सम्मान के उद्देश्य से भी गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी।
एक लाख बच्चों को रीड अलोंग ऐप से पढ़ने की शुरुवात
दमोह। 5 से 11 आयु वर्ष के बच्चों की पठन क्षमताओं में गुणात्मक सुधार हेतु Read Along ऐप के माध्यम से पढ़ने की शुरुवात करने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में एक इवेंट का आयोजन किया गया। इस ऐप का क्रियान्वन पीरामल फॉउंडेशन एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट कोलोबोरेटिव के तहत जिले के समस्त विद्यालयों के साथ साथ समुदाय स्तर पर कर रहा है। कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य द्वारा समस्त शिक्षकों को एप डाउनलोड करने तथा उनके प्रभाव क्षेत्रों में इसे डाउनलोड करवाने हेतु निर्देशित किया गया। कलेक्टर के समक्ष प्राथमिक शाला के छात्र द्वारा रीड अलोंग ऐप के माध्यम से कहानी का वाचन भी कर के दिखाया गया। श्री चैतन्य ने पीरामल टीम से भी उनकी आगामी कार्ययोजना ज़मीनी स्तर पर क्रियान्वित करने हेतु मार्गदर्शन दिया।
ये ऐप बच्चों की पठन क्षमताओं में तीव्रता से वृद्धि हेतु उपयोगी है इसे ज़िले के सभी शिक्षक अपने मोबाइल में डाउनलोड करें तथा स्थानीय समुदाय को भी इस हेतु अभिप्रेरित करें। कलेक्टर ने मध्य प्रदेश पीरामल फॉउंडेशन के द्वारा रीड अलोंग ऐप के माध्यम से पढ़ने की शुरुवात क्यों ज़रूरी है तथा इस एप की क्या विशेषताएं हैं इस विषय पर विस्तार से बताया। प्रतिभागी जन शिक्षकों तथा डाइट के छात्र.छात्राओं को यह बताया गया कि यह एप किस प्रकार हमें निपुण भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मददगार सिद्ध होगी।
कुछ खूबियां.. 1000 से अधिक कहानियां एवम रोचक गेम्स के माध्यम से बच्चे समझ के पढ़ना सीख सकते है। अभिभावक बच्चो को पढ़ने के लिए प्रेरित करके बच्चो द्वारा कुल पढ़ी गई कहानियां व कमाए गए सितारो के माध्यम से बच्चो की प्रोग्रेस ट्रैक कर सकते है। शिक्षक रीडिंग ग्रुप्स (Classwise, Reading level wise, etc) मजबद्ध बनाकर बच्चो की प्रोग्रेस ट्रैक करते हुए पढ़ने के लिए प्रेरित कर सकते है।
प्रतिभागियों को यह निर्देश भी दिया गया कि इस एप को डाउनलोड करने के उपरांत इसमें दमोह ज़िले का पार्टनर कोड (1234damo) डालना अनिवार्य होगा अन्यथा इसके बिना प्रगति का आंकलन संभव नहीं हो सकेगा। उपस्थित प्रतिभागियों को एप के माध्यम से पढाई करने से होने वाले लाभ भी बताये गए जिनमे बच्चों के आत्मविश्वास में कैसे वृद्धि होगीए शिक्षकों को इस एप से शिक्षण प्रक्रिया में क्या सहजता होगी तथा ज़िला प्रशासन पूरे ज़िले की प्रगति कैसे आकलन कर सकेगा जैसे मुद्दे सम्मिलित थे।आगामी समय में पीरामल की टीम विकासखंड स्तर पर प्रधान पाठकों एवं जन शिक्षकों हेतु कार्यशालाओं का आयोजन करने के साथ शालाओं का सतत भ्रमण कर इस एप के माध्यम से छात्रों की पठन क्षमताओं में बढ़ोत्तरी का प्रयास करेगी इस इवेंट में सीईओ जिला पंचायत अजय श्रीवास्तव जिला शिक्षा अधिकारी एसके मिश्रा डाइट प्राचार्य एच के नेमा जिला परियोजना समन्वयक आर के रैकवार प्रतिभागियों में बीईओ बीआरसी एवं सभी संकुलो के प्राचार्य सम्मिलित हुए। इस अवसर पर पीरामल की पूरी टीम उपस्थित रही
शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए और बच्चों की पढ़ाई और भाषा में रूचि लाने के लिए एप लांच
दमोह। सोशल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम के तहत पिरामल फाउंडेशन द्वारा पूर्व में बोलो एप का उपयोग किया जाता थाए अब उससे भी अच्छा रीड एलांग एप आया है जिससे लर्निंग आउटकम्स और शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिएए बच्चों की पढ़ाई और भाषा में रूचि लाने के लिए एप लांच किया गया है। बहुत ही अच्छा इंटरएक्टिव एप देखने के लिए मिला है। इसका उपयोग सभी स्कूलो में और जिन लोगों को पढ़ाई और भाषा के बारे में रूचि है वे सभी कर सकते है। इस आशय के विचार आज कलेक्टर एसण्कृष्ण चैतन्य ने शिक्षा विभाग के संकुल प्राचार्यो की मीटिंग के दौरान व्यक्त किये। इस मौके पर एप लांच किया गया और दो बच्चों से उस एप के माध्यम से पढ़ाई कराई गई। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत अजय श्रीवास्तव जिला शिक्षा अधिकारी एवं सभी संकुल प्राचार्य मौजूद थे।
कलेक्टर श्री चैतन्य ने कहा सभी स्कूलो में जहां पर वेब बेस्ड मॉडल है वहां पर इस एप को डाउनलोड करके रखें जिससे यदि कोई छात्र.छात्राएं इसमे रूचि लेते है तो स्कूल में ही पढ़ सकते है और एप को डाउनलोड करके घर में भी उपयोग कर सकते है। एप को डाउनलोड करने के समय ही इंटरनेट की आवश्यकता होती है एक बार एप डाउनलोड जो जाता है तो उसमे जो भी मेटर है उसे पढ़ा जा सकता है। कलेक्टर श्री चैतन्य ने कहा ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें रूचि ले और अपनी भाषा के स्तर को और अधिक सुधारे ऐसी अपेक्षा है। इससे लोगों में उत्सुक्ता और रूचि बढ़ेगी जिससे लोग और पढ सकेंगे यह एप इंटरनेट के बिना चलता है या नहीं यह बहुत जरूरी था। बैठक के पूर्व पिरामिल फाउंडेशन के श्री विवेक ने एप के बारे में विस्तार से सभी संकुल प्राचार्यो को बताया।
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