अधजली लाश मामले में एसपी का चौंकाने वाला खुलासा
दमोह।
शहर के मुस्की बाबा क्षेत्र में एक ड्रम में अध जली लाश मिलने की अंधे
कत्ल की गुत्थी आखिर कार पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में मृतक की पहचान करने
के बाद एसपी द्वारा किए गए खुलासे में हत्यारा और कोई नहीं बल्कि मृतक का
दोस्त निकला है। जिसने ब्याज के रुपयो को नही चुका पाने पर से प्लानिंग बनााकर नशे मेंं धुत दोस्त को
पहले छुरा घोंप कर मौत के घाट उतारा और फिर ड्रम में भरकर सुनसान इलाके
में आग के हवाले कर दिया। चार लाख के ब्याज की रकम के चक्कर में दोस्त की हत्या का चौंकानेे वाला खुलासा भी अब चर्चा का विषय बना हुआ है।
जबकि आशंका जताई जा रही थी कि इस तरह की जघन्य हत्या की वजह अवैध संबंध प्रेम प्रसंग आदि हो सकते हैं। आरोपियों के तार ब्याज का धंधा करने वालों तथा क्रिकेट के हाई-फाई सटोरियों से जुड़े हो सकते हैं। लेकिन पुलिस ने दो दिन में सारा खुलासा करके व अन्य सहयोगियों को क्लीन चिट देकर इस मामले में बड़े खुलासे की उम्मीद करने वालों को आश्चर्य में डाल दिया है। रक्षाबंधन की शाम पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में एसपी डीआर तेनिवार ने एक के बाद एक दो खुलासे किए। इस दौरान एडिशनल एसपी शिव कुमार सिंह सीएसपी अभिषेक तिवारी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी रही
एसपी ने बताया कि सोमवार
को मुस्की बाबा क्षेत्र में ड्रम में जलते हुए मिले अज्ञात शव की पहचान
मंगलवार को नया बाजार निवासी सचिन जैन के तौर पर की गई थी वहीं पुलिस ने जब
इस मामले में छानबीन शुरू की तो सबसे पहले ड्रम बेचने वालों से पूछताछ में
खुलासा हुआ 5 अगस्त को एक युवक क्या ड्रम खरीद कर ले गया था। जिसका भुगतान
उसने फोन पे के जरिए किया था। उपरोक्त फोन पे के आधार पर ड्रम खरीदने वाले
की पहचान मागंज वार्ड चार गार्डलाइन निवासी अक्षय पाराशर के तौर पर हुई।
जिसने पूछताछ में उसने अपने दोस्त सचिन जैन की हत्या उसकी शराब के नशे में
होने के दौरान करने की बात स्वीकार करते हुए पहले से खरीद कर रखे गए ड्रम
में शव को रखने के बाद ऑटो रिक्शा की मदद से ड्रम को मुस्की बाबा क्षेत्र
में ले जाने और उसमें ज्वलनशील पदार्थ डालकर रात में आग लगा देने के
घटनाक्रम की जानकारी दी।
जिसके बाद पुलिस ने सिटी
हॉस्पिटल के पास जिस कमरे में सचिन जैन की हत्या की गई थी वहा से खून से
सने बिस्तर व कपड़े आदि बरामद करके ऑटो चालक गणेश रैकवार एवं एक अन्य
मददगार देव रजक तथा जिस नर्स के कमरे में वारदात हुई थी उनको भी हिरासत में
लेकर पूछताछ की। मामले में एसपी का कहना है कि इन लोगों की अपराध में
संलिप्तता नहीं पाई गई।
वही आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने 1 साल
पहले चार लाख रुपए सचिन से ब्याज पर लिए थे। वह डेढ़ लाख रुपए ब्याज दे
चुका था। इतना ही ब्याज वह और मांग रहा था जो ना देना पड़े इसलिए उसने
हत्या कर दी। अज्ञात मृतक की पहचान करके मामले की
पर्दाफाश में देहात थाना टीआई विजय राजपूत सागर नाका चौकी प्रभारी गरिमा
मिश्रा साइबर सेल प्रभारी राम शंकर मिश्रा एवं योगदान देने वाली पुलिस टीम
तो पुरस्कृत करने की घोषणा एसपी द्वारा की गई है।
तेंदूखेड़ा क्षेत्र में हुई लूट के 4 आरोपी गिरफ्तार
तेंदूखेड़ा
थाना क्षेत्र अंतर्गत हर्रई सांगा के बीच 2 दिन पहले बाइक सवार एक फाइनेंस
कंपनी के मैनेजर अंकुर गर्ग के साथ लाठियों से मारपीट करके करीब सवा लाख
रुपए की लूट का भी आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ खुलासा हो गया
है।
एसपी डीआर तेनिवार ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात
आरोपियों की गिरफ्तारी पर Rs10000 का इनाम घोषित किया गया था। वही
तेंदूखेड़ा थाना पुलिस द्वारा पुलिस जब संदेहीयों को पकड़कर पूछताछ की गई
तो मामले का खुलासा होते देर नहीं लगी। मामले में
पकड़े गए चार आरोपियों में अंकित विश्वकर्मा एवं अल्पेश बंसल हर्रई तेजगढ़
के निवासी निकले हैं वही भान सिंह लोधी निवासी पतलोनी तथा धर्मेंद्र लोधी
घूघस बटियागढ़ का निवासी है।
आरोपियों के पास से लूट की रकम के अलावा
उनकी मोटरसाइकिल को भी बरामद किया गया है। मामले में खास बात यह है कि
आरोपियों को फाइनेंस कंपनी के मैनेजर के वसूली करने के लिए आने जाने की
पहले से जानकारी थी जिस कारण प्लानिंग बनाकर उन्होंने वारदात को अंजाम दिया
था लेकिन कानून के लंबे हाथों से बच रही सके। एसडीओपी तेंदूखेड़ा के
निर्देशन में टीआई बीएस चौधरी, उप निरीक्षक प्रदीप चौधरी, यूके करोलिया,
एएसआई मुबारिक खान व पुलिस टीम का योगदान रहा जरा पुरस्कृत करने की घोषणा
एसपी द्वारा की गई है।
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