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दमोह जिले की तीनों नगरपालिका से भाजपा साफ.. कांग्रेस की मंजू वीरेंद्र राय शहर की प्रथम नागरिक बनी.. क्या TSM समर्थक पार्षदो ने भी दिया कांग्रेस का साथ..? पथरिया से सुंदर विश्वकर्मा, हिंडोरिया से हेमेंद्र सिंह अध्यक्ष चुने गए..

 मंजू वीरेंद्र राय दमोह की प्रथम नागरिक बनी.. 

दमोह। जिला पंचायत के बाद दमोह जिले की तीनों नगरपालिका से भाजपा साफ हो गई है। दमोह नगर पालिका में कांग्रेस की मंजू राय ने जहां शानदार जीत दर्ज की है वहीं पथरिया में बसपा से कांग्रेस में आए पार्षद सुंदर लाल विश्वकर्मा ने जीत दर्ज की है।  हिंडोरिया में पूर्ण बहुमत के बावजूद भाजपा के अधीकृत प्रत्याशी गणेश सिंह को हार का स्वाद चखना पड़ा है। उन्हें भाजपा के बागी हेमेंद्र सिंह ने 15 में से 9 वोट हासिल करके मात दी है।

दमोह नगर पालिका अध्यक्ष पद के मुकाबले में कांग्रेस प्रत्याशी मंजू वीरेंद्र राय ने शानदार जीत दर्ज करके भाजपा के विक्की उर्फ विक्रांत गुप्ता को 9 वोटों से मात दी है। कांग्रेस के अध्यक्ष प्रत्याशी की जीत की खबर आते ही कलेक्ट्रेट के बाहर जश्न शुरु हो गया है। कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य द्वारा मंजू राय को अध्यक्ष निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है।

39 सदस्यों वाली दमोह नगर पालिका में कांग्रेस के 17 और भाजपा के 14 पार्षद जीत कर आए थे। बसपा का एक तथा सात निर्दलीय पार्षद चुनाव जीते थे जिनमें से 5 टीम सिद्धार्थ मलैया समर्थक थे। अध्यक्ष बनने के लिए 20 पार्षदों की आवश्यकता थी। परंतु कांग्रेस प्रत्याशी मंजू वीरेंद्र राय ने 24 वोट हासिल करके यह साबित कर दिया कि उनको कांग्रेस के अलावा बसपा तथा 6 निर्दलीयों का भी समर्थन प्राप्त हुआ। इधर भाजपा समर्थित विक्की गुप्ता को भाजपा के 14 पार्षदों के अलावा उनके समर्थक मित्र कृष्णा तिवारी की भाभी का वोट मिलाकर 15 वोट मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि भाजपा तथा कांग्रेस दोनों तरफ से तीन तीन पार्षदों की क्रास वोटिंग होने की चर्चा बनी हुई है।
टीम सिद्धार्थ समर्थक पार्षद किसके साथ गए..!
नगर पालिका अध्यक्ष का मतदान शुरू होने के पहले सिद्धार्थ मलैया ने फेसबुक लाइव के जरिए अपने समर्थक पार्षदों के अपने स्वविवेक के अनुसार मतदान किए जाने की बात कही थी उनका कहना था कि ना उनका कांग्रेस से बैर है और ना बीजेपी से कोई लगांव। जिसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि सिद्धार्थ समर्थक पार्षद अपने विवेक के अनुसार किसी को भी वोट करेंगे। वही परिणामों से यह साफ संकेत मिलते नजर आए हैं कि सिद्धार्थ समर्थक पार्षद कांग्रेस के साथ रहे हैं। इधर सिद्धार्थ द्वारा किए गए फेसबुक लाइव के साथ ही भाजपा नेताओं के कमेंट भी सामने आना शुरू हो गए थे

कुल मिलाकर मंजू वीरेंद्र राय एवं सुषमा विक्रम सिंह की  जीत से जहां कांग्रेस समर्थको में जमकर उत्साह का माहौल बना हुआ है जीत का जश्न मनाया जा रहा है वहीं भाजपा खेमे में सन्नाटा पसरा हुआ है तथा भाजपा समर्थक यह कहने से नहीं चूक रहे हैं कि यदि भाजपा की तरफ से प्रत्याशी के नामों की घोषणा 2 दिन पहले कर दी गई होती तो शायद नतीजे कुछ और होते..

उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस की सुषमा विक्रम सिंह जीती

इधर दमोह नगर पालिका के उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस प्रत्याशी सुषमा विक्रम सिंह में जीत दर्ज की है हालांकि उनको अध्यक्ष प्रत्याशी मंजू राय की तुलना में 4  वोट कम मिले। उपाध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेश की सुषमा विक्रम सिंह को 20 वोट प्राप्त हुए जबकि भाजपा के उपाध्यक्ष प्रत्याशी मनीष शर्मा को 19 वोट प्राप्त हुए। 

समझा जा सकता है कि भाजपा के अध्यक्ष प्रत्याशी विक्की गुप्ता की तुलना में में चार पार्षदों की वोट मनीष शर्मा को प्राप्त हुए हैं फिर वह अपनी हार को 1 वोट से नहीं टाल सके। बिक्की की तुलना में मनीष के वोट बड़ने की वजह उनके पिता स्वर्गीय भोला शर्मा का पुराना कांग्रेसी होना तथा चुनाव पूर्व किया गया उनका मैनेजमेंट माना जा रहा है।
हिंडोरिया में पूर्ण बहुमत के बावजूद भाजपा की हार

हिंडोरिया में पूर्ण बहुमत के बावजूद भाजपा के अधीकृत प्रत्याशी गणेश सिंह को हार का स्वाद चखना पड़ा है। उन्हें भाजपा के बागी हेमेंद्र सिंह ने 15 में से 9 वोट हासिल करके मात दी है। 

इधर उपाध्यक्ष पद पर बीबा बाई लक्ष्मण पटेल चुनी गई है। उनकों आठ वोट प्राप्त हुए। जबकि विपक्षी अरविंद  अरिवार को सात वोट मिले।
पथरिया में सुंदर विश्वकर्मा अध्यक्ष
पथरिया नगरपालिका के अध्यक्ष चुनाव के पहले हुए नाटकीय घटनाक्रम के बाद कांग्रेस में शामिल हुए बसपा पार्षद सुंदर विश्वकर्मा ने आठ वोट प्राप्त करके जीत दर्ज की है। उनके विरोधी राकेश राठौर को सात वोट प्राप्त हुए। जबकि उपाध्यक्ष पद पर भाजपा पार्षद शोभा रानी संतोष दुबे के निर्वाचित होने की जानकारी सामने आई है उल्लेखनीय है कि शोभा रानी संतोष दुबे के अध्यक्ष उपाध्यक्ष चुनाव के पहले कांग्रेस मे शामिल होने की जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि जीत के बाद और भाजपा की है अथवा कांग्रेश की..

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