पंश्चिम बंगाल के नंबरों से आ रहे फर्जी मैसेज
मध्य प्रदेश में विद्युत वितरण कंपनी द्वारा इस महीने से उपभोक्ताओं तक पेपर लेस बिल सिस्टम शुरू किए जाने के साथ ही साइबर क्राइम करने वाले लोग भी अब व्हाट्सएप पर फर्जी मैसेज के जरिए पहले से ज्यादा सक्रियता दर्ज कराते नजर आने लगे हैं। ऐसे में जरा सी चूक आपके खाते से हजारों की रकम ट्रांसफर होते देर नहीं लगेगी। ताजा मामला दमोह नगर के महावीर वार्ड में सामने आया है जहां इस तरह के फर्जी मैसेज मिलने के बाद एप डाउनलोड करते ही एक उपभोक्ता के एकाएंट से डेढ लाख रूपए की राशि कट गई।
दमोह। विद्युत वितरण कंपनियों द्वारा जून माह की विद्युत मीटरों से रीडिंग किए जाने के बाद विद्युत उपभोक्ताओं को पूर्व की तरह हैंड टू हैंड बिल प्रदान नहीं किए गए हैं। इस महीने से पेपरलेस विद्युत बिलिंग व्यवस्था शुरू कर दी गई है जिस वजह से बिजली उपभोक्ताओं को उनके पूर्व से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए बिल भेजे जाने की व्यवस्था की गई है। लेकिन अधिकांश उपभोक्ताओं को इस व्यवस्था की जानकारी नहीं होने की वजह से वह है अपने बिजली बिलों के लिए परेशान हो रहे हैं। विद्युत विभाग के कार्यालय अधिकारी और कर्मचारियों से संपर्क करने पर उपभोक्ताओं को बताया जा रहा है की उनके मोबाइल पर बिल राशि का मैसेज भेजा गया है। ऐसे में उपभोक्ता अपने मोबाइल के मैसेज बॉक्स में इस महीने के बिजली बिल की तलाश कर रहा है। लेकिन अधिकांश उपभोक्ताओं के मैसेज बॉक्स में बिजली विभाग के बिल की जानकारी नहीं पहुंचने से वह परेशान हो रहा है।
इधर साइबर क्राइम करने वाले फर्जी मैसेज के जरिए पिछले महीने का बिजली बिल अपडेट नहीं होने तथा रात 10:30 बजे तक बिजली कटने की सूचना देकर दर्शाए गए नंबर पर कांटेक्ट करने का संदेशा दे रहे हैं। और उनके बताए गए नंबर पर कॉल कर करने के बाद बताएगा ऐप को डाउनलोड करके लोग हजारों लाखों की ठगी के शिकार हो रहे हैं। जिन नंबरों से इस तरह के फर्जी संदेश भेजो जा रहे हैं उनमें 08910663769, 9330407922, 8436388274, 9832752447, 9163165917 जैसे अनेक नंबर सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि यह सब नंबर पश्चिम बंगाल के हैं तथा साइबर क्राइम करने वालों के द्वारा इस तरह के अनेक नंबरों की सीरीज का उपयोग किया जा रहा है।
महावीर वार्ड निवासी प्रभात सेठ के खाते से कटे डेढ़ लाख..ताजा मामला दमोह नगर के महावीर वार्ड में सामने आया है जहां प्रभात सेठ एवं उनकी पत्नी के मोबाइल पर बिजली बिल जमा नहीं होने तथा इस संदर्भ में बिजली अधिकारी से संपर्क करने के एक के बाद एक 2 मैसेज पहुंचे। जल्दबाजी में संदेश को विद्युत वितरण कंपनी का मैसेज मानकर प्रभात सेठ ने संबंधित नंबर पर कांटेक्ट किया और फिर उनको बिजली बिल जमा करने का ऐप डाउनलोड करने को कहा गया।
जैसे ही उन्होंने ऐप डाउनलोड किया तो उनसे संबंधित व्यक्ति ने उससे अकाउंट को जोड़कर एक रुपये ट्रांसफर कर ने को कहा। जैसे ही उन्होंने Rs 1 ट्रांसफर किया उनके बिल पेमेंट के बजाए डेढ़ लाख रुपए उनके खाते से ट्रांसफर हो गया। प्रभात को जैसे ही अपने साथ साइबर ठगी होने का एहसास हुआ उन्होंने तुरंत ही बैंक मैनेजर से संपर्क करके संबंधित खाते को होल्ड किए जाने तथा एसपी ऑफिस पहुंचकर साइबर सेल में मामले की शिकायत दर्ज कराई है।
फिलहाल मध्यप्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को निशाने पर लिया गया है। ऐसे में इस तरह के नंबरों से आने वाले मैसेज से पूरी तरह से सावधान रहने की आवश्यकता है। मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों से भी अपेक्षा की जा रही है कि पेपर लेस सिस्टम पर फिर से विचार करें। इस तरह के फर्जी मैसेज को लेकर मप्र वितरण कंपनी के अधिकारियों ने भी आम उपभोक्ताओं से सर्तक रहने की अपील की है।
Atal न्यूज 24 की अपने सभी दर्शकों से अपील... Atal न्यूज 24 अपने सभी दर्शकों से आग्रह करता है कि कृप्या सावधान रहे, सर्तकता का परिचय दे किसी भी फर्जी मैसेज के चक्कर में नहीं आएं। कोई भी एप या लिंक को डाउनलोड नहीं करें। वहीं फ्राड के शिकार लोग तत्काल अपने बैंक में शिकायत करके उस एकाउंट को होल्ड कराए जिसमें राशि ट्रांसफर हुई हैं साथ ही साईवर सेल में भी शिकायत दर्ज कराए।
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