भाजपा से मलैया समर्थक नेताओ के इस्तीफे जारी.. पूर्व जिलाध्यक्ष, पूर्व महिला मोर्चा अध्यक्ष सहित करीब दर्जन भर ने भाजपा छोड़ी..वरिष्ठों की उपेक्षा दलबदलूओं को महत्व के आरोप..
दमोह। नगर पालिका चुनाव के ठीक पहले भाजपा में पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया समर्थक पूर्व पदाधिकारी नेताओं के इस्तीफे का दौर जारी है। दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल समर्थकों के पार्टी में लगातार बढ़ते वर्चस्व के चलते और दूसरे दलों से आए राहुल सिंह जैसे अन्य नेताओं को मिलते महत्त्व के साथ ही पूर्व वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा जैसे हालात में आज भी करीब दर्जन भर पूर्व पदाधिकारियों ने पार्टी कार्यालय पहुंचकर अपने इस्तीफे दिए है।
साल भर पहले हुए दमोह उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राहुल सिंह की करारी हार के बाद पार्टी हाईकमान ने पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया सहित करीब आधा दर्जन मंडल अध्यक्षों को पार्टी से निलंबित करते हुए नोटिस जारी किए थे। वही मलैया समर्थक भाजपा नेताओं तथा पूर्व पदाधिकारियों की अनदेखी व उपेक्षा का दौर भी तभी से शुरू हो गया था। इन नेताओं को उम्मीद थी कि देर सबेर पार्टी के भोपाल में बैठे पदाधिकारी उनके पुराने समर्पण त्याग और पार्टी को दिए योगदान को ध्यान में रखकर उनको फिर से यथा योग्य अवसर महत्त्व देंगे। लेकिन दूसरे दलों से आने वाले नेताओं तथा जातिवादी समीकरणों को साधने में लगे बड़े नेताओं द्वारा जब साल भर बाद भी पुराने वरिष्ठ पदाधिकारियों की सुध नहीं ली गई तथा मलैया समर्थक पूर्व मंडल अध्यक्षों का निलंबन खत्म नहीं किया गया तो उनका सब्र का बांध पालिका चुनाव के ठीक पहले टूटते देर नहीं लगी।
यही वजह रही कि बगावती तेवर दिखाते हुए सबसे पहले पूर्व मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर भाजपा को अलविदा कहने की घोषणा की। हालांकि इस दौरान उनके साथ नजर आए पार्टी के पूर्व पदाधिकारियों ने कुछ दिन और इंतजार किया। लेकिन उसके बाद भी जब मलैया समर्थक माने जाने वाले पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारियों से संपर्क करने की जरूरत पार्टी संगठन ने नहीं की तो इसके बाद उनके इस्तीफे का दौर शुरू हो गया। आज जिला भाजपा कार्यालय पहुंचकर जिला अध्यक्ष की अनुपस्थिति में जिला महामंत्री अमित बजाज गोलू को इस्तीफा सौंपने वालों में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंघई, पूर्व उपाध्यक्ष अखिलेश हजारी, पूर्व नगर अध्यक्ष प्रहलाद भुटयानी, मनोज टंडन, युवा मोर्चा के पूर्व जिला महामंत्री परशु सोनी, महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा तिवारी एवं सुधा झरिया, भाजपा की पूर्व जिला उपाध्यक्ष श्रीमती श्यामा उरेती, नगर मंत्री श्रीमती रितु पांडेय ने भी भाजपा कार्यालय पहुँच कर अपना इस्तीफा देते हुए उपेक्षा के आरोप लगाए।
इसके पूर्व कल भाजपा के पूर्व महामंत्री और युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष रमन खत्री, भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष और पूर्व मीडिया प्रभारी कपिल सोनी भाजपा के एक और पूर्व मीडिया प्रभारी मनीष तिवारी सहित करीब दर्जनभर नेताओं ने भाजपा कार्यालय पहुंचकर जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी को अपने इस्तीफे सौंपे थे। वही मीडिया से चर्चा के दौरान पार्टी संगठन और वरिष्ठ नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए थे।
नगर पालिका चुनाव के ठीक पहले भाजपा में शुरू हुए मलैया समर्थकों के इस्तीफे के साथ ही मलैया समर्थक अनेक पूर्व पार्षदों का निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतारना तय माना जा रहा है वह इसका खामियाजा भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों को भी उठाना पड़ सकता है। हालांकि भाजपा छोड़ने वाले पार्टी के सभी पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारी क्या पहले ही साफ कर चुके हैं कि पर किसी अन्य दल में शामिल नहीं होंगे तथा अपनी विचारधारा और सिद्धांतों पर कायम रहकर अन्याय नीति का विरोध करेंगे।
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