जिला भाजपा अध्यक्ष प्रीतम सिंहको सौपे अपने स्तीफे
मप्र के पूर्व मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया के बाद अब उनके अनेक वरिष्ठ समर्थक भाजपा के पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से स्तीफा दे दिश है। जिला भाजपा कार्यालय पहुचकर जिलाध्यक्ष प्रीतम सिंह को सौपे अपने स्तीफे में इन नेताओं ने उपेक्षा के साथ दूसरों दलों से आए नेताओं को महत्व दिए जाने के आरोप लगाए है। साथ ही दमोह उपचुनाव के बाद पार्टी से निलंबित चल रहे मंडल अध्यक्षों ने भाजपा प्रत्याशी की पराजय के लिए अन्य पदाधिकारियों को जिम्मेदार नहीं ठहराए जाने पर भी सवाल उठाए है।
कपिल सोनी ने कहा कि भाजपा में जो गतिविधियां चल सही है वह भाजपा संगठन की विचारधारा के अनुरूप नहीं है उन मूल विचारधारा पर काम नहीं किया जा रहा है मूल विचारधारा खत्म होती जा रही है सत्ता के लालच में मूल विचारधारा को खत्म किया जा रहा है। मनीष तिवारी ने कहा कि भाजपा में उन सभी पुराने और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं जो पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया जी से जुड़े हैं उनकी लगातार उपेक्षा की जा रही थी उन्हें बैठकों में और कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जा रहा था और उन्हें टारगेट किया जा रहा है इन सभी बातों से प्रताड़ित होकर और आयातित नेताओं को मूल कार्यकर्ताओं के ऊपर बैठा कर जो मूल कार्यकर्ताओं के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाई जा रही है उससे क्षुब्ध होकर हम सभी भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।
मैं सवाल करना चाहता हूं संगठन से की हम सभी पांच मंडल अध्यक्ष सवा साल से निलंबित हैं उपचुनाव की हार के कारण हम सभी को निलंबित किया गया तो क्या उपचुनाव की संपूर्ण जिम्मेदारी केवल हम पांच मंडल अध्यक्षों की थी और यदि हां तो क्या उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी घोषित करने में हम सभी से पूछा गया था हमने पहले ही बता दिया था कि राहुल सिंह का काफी विरोध है और हमने जिताऊ प्रत्याशी का नाम दिया था मैं पूछना चाहता हूं कि क्या जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी युवा मोर्चा और अन्य मोर्चा पदाधिकारियों की उपचुनाव में कोई जिम्मेदारी नहीं थी स्वयं प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य कद्दावर मंत्री उपचुनाव में दमोह में रहकर काम करते रहे इन सभी की कोई जिम्मेदारी नहीं थी केवल हम पांच मंडल अध्यक्ष के बल पर चुनाव लड़ा गया था।
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