भाजपा से बगावत बगावत करके स्तीफा देने कार्यालय पहुचे
नगरपालिका चुनाव नाम वापसी प्रक्रिया के दिन भी भाजपा से बगावत करके स्तीफा देने के लिए मलैया समर्थकों के भाजपा कार्यालय पहुचने का दौर जारी रहा। बुधवार को दो दर्जन से अधिक भाजपा नेताओं ने पार्टी कार्यालय पहुचकर अपने स्तीफे सौपने के बाद कार्यालय के बाहर निकालकर सिद्धार्थ मलैया के पक्ष में जमकर नारेवाजी की। इधर भाजपा से स्तीफों को लेकर जिला भजपा अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी का बयान भी सामने आया है। जिसमें उन्होनें कहा कि भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के विरोध में चुनाव लड़ने वाले स्वत: छह साल के लिए निष्कासित माने जायेंगे, वहीं पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न पूर्व पदाधिकारियों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए गए है।
मोर्चों के पूर्व जिला महामंत्रीओं सहित 2 दर्जन ने छोड़ी भाजपा
दमोह। भारतीय जनता पार्टी की रीति नीति से असंतुष्ट कार्यकर्ताओं का भाजपा छोड़ने का सिलसिला जारी रहा आज फिर 2 दर्जन से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला भाजपा कार्यालय में जाकर अपना इस्तीफा दे दिया जिसमें पूर्व पार्षद एवं युवा मोर्चा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के पूर्व जिला महामंत्री रुपेश रजक पिछड़ा वर्ग मोर्चा के पूर्व जिला महामंत्री विशाल शिवहरे एवं युवा मोर्चा के पूर्व जिला महामंत्री देवेंद्र जैन छक्की, मंडल और मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष , मंत्री एवं कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे सौंपे।
युवा मोर्चा एवं पिछड़ा वर्ग मोर्चा के पूर्व जिला महामंत्री एवं वरिष्ठ पूर्व पार्षद रूपेश रजक ने कहा कि भाजपा की रीति नीति और कार्यकर्ताओं की अनदेखी से आहत हम सभी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।
पिछड़ा वर्ग मोर्चा के पूर्व जिला महामंत्री विशाल शिवहरे ने कहा कि अब भाजपा में पार्टी की जो रीति नीति चल रही है उसमें कार्यकर्ताओं की कोई कीमत नहीं रही है क्योंकि इनको दूसरे दलों से आए नेता चाहिए जो आए और शासन करें मैं शासकीय सेवा में रहते हुए 15 सालों से भाजपा पार्टी का कार्यकर्ता रहा हूं मैं पार्टी का काम इसलिए करता रहा क्योंकि पार्टी की रीति नीति ऐसी थी जो कार्यकर्ताओं पर आधारित थी कार्यकर्ताओं का सम्मान था लेकिन आज जो संगठन के पदों पर बैठे हैं उनमें से एक को भी किसी भी वार्ड के 25 कार्यकर्ताओं के नाम तक नहीं पता होंगे वह केवल संगठन के नाम पर सत्ता की मलाई खाने बैठे हैं लेकिन हम जैसे कई कार्यकर्ता हैं जो इस्तीफा देना नहीं चाहते थे लेकिन 4 दिनों से सोशल मीडिया पर ऐसी गतिविधियां देखी जा रही है जिसमें कांग्रेस से आकर नए-नए लोग अपनी ही सरकार के शासन के 35 सालों के कार्यकाल पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं जोकि भाजपा के कार्यकर्ता नहीं है और यह भाजपा कार्यकर्ता होते तो उन्हें पता होता कि 35 साल में क्या विकास कार्य किए गए यह कांग्रेस से आए कार्यकर्ता हैं मेरा ऐसे कार्यकर्ताओं से आग्रह है कि आप सचेत हो जाएं और पुराने कार्यकर्ताओं से आवाहन है कि यदि आपका पार्टी में सम्मान नहीं है तो आप हमारे साथ आएं हम पार्टी छोड़कर नहीं जाना चाहते थे लेकिन अब पार्टी में रहकर कार्य करना संभव नहीं है।
आज इस्तीफा देने वाले लोगों में से प्रमुख रूप से मयंक वाधवा मनोज जैन अमित वर्मा सौरभ खत्री अरविंद रजक संदीप रैकवार मोनू राजपूत विमल रैकवार परशु सोनी संजय रोहतास सुबोध राही नीलेश परोचे, गीतेश अठया, समसुद्दीन पप्पू मिस्त्री किस्सू खरे सलीम खान देवेंद्र जाटव टोनी राय बृजेंद्र तिवारी आरिफ खान विनोद विश्वकर्मा शुभम गुप्ता राजेश परसाई बब्लू सोनी सहित अन्य कार्यकर्ता ने भी इस्तीफा दिया।
BJP के विरोध में चुनाव लड़ने वाले स्वत: निष्कासित
दमोह। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष एड. प्रीतम सिंह ने कठोर कदम उठाते हुये पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न पूर्व पदाधिकारियों द्वारा दिये गये इस्तीफों पर विचार करते हुये उन्हें तत्काल ही स्वीकार कर लिया गया है, साथ ही प्रदेश नेतृत्व से मिले निर्देशानुसार स्थानीय निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे पार्टी पदाधिकारीयों एवं कार्यकर्ता यदि पार्टी के प्रत्याशी के विरूद्व चुनाव लड़ रहे है तो उनके विरूद्व पार्टी के संविधान के अंतर्गत कार्यवाही करते हुये स्वत: ही 06 वर्ष के लिये पार्टी से निष्कासित माना जायेगा। नगरीय निकाय चुनाव दलीय आधार पर होते है तथा भारतीय जनता पार्टी ने जिले के अंतर्गत छ: नगरीय निकायों में अधिकृत प्रत्याशी घोषित करते हुए बी-फॉर्म संबंधित निर्वाचन अधिकारी को प्रस्तुत किये है। निष्कासित लोगों के नाम प्रदेश कार्यालय को सौप दिये गये है।
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