राजनीतिक विरोधियों की लंच पालीटिक्स चर्चाओं में.. केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, पूर्व मंत्री जयंत मलैया और विधायक अजय टंडन एक साथ..विधायक अजय टंडन ने सहयोगियों को याद किया
अटल राजेन्द्र जैन/दमोह।साल भर पहले दमोह विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में शानदार जीत अर्जित करने वाले विधायक अजय टंडन ने कार्यकाल का 1 साल पूरा होने पर सभी सहयोगियों को याद करते हुए उनके सहयोग के लिए एक बार फिर धन्यवाद दिया है। विशेष रुप से उपचुनाव के दौरान कोरोना की वजह से महामारी की चपेट में आकर इस संसार से विदा हो गए सहयोगियों को श्री टंडन ने याद करके एहसास दिलाने की कोशिश की है वह सहयोग करने वालों को कभी भूलते नहीं है।
दमोह के साथ कांग्रेस की राजनीति में लंबा अनुभव रखने वाले अजय टंडन की राजनैतिक सामाजिक धार्मिक सक्रियता किसी से छुपी नहीं है वही विधायक बनने के बाद भी यह बरकरार रहना उनकी कार्यशैली का अहम हिस्सा बन जाने के साथ राजनैतिक कद को भी बढ़ाती नजर आ रही है। दमोह के पूर्व विधायक और भाजपा सरकार में लगातार मंत्री रहे वरिष्ठ नेता जयंत मलैया और उनके परिवार से श्री टंडन की नजदीकियों की चर्चा हमेशा होती रही है वही अब दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के साथ श्री मलैया की मौजूदगी में लंच पॉलिटिक्स चर्चाओं में है।
लंच पॉलिटिक्स को लेकर चर्चाओं का बाजार सरगर्म
विधायक अजय टंडन के निवास पर दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल सा पत्नी लंच करने के लिए पहुंचे थे। जिसे उनकी विरोधियों से समन्वय बनाए रखने की राजनीतिक कार्यशैली से जोड़ कर देखा जा सकता है। लेकिन विधायक सांसद की इस लंच पॉलिटिक्स में पूर्व विधायक और पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया की मौजूदगी यह दर्शाने को काफी कही जा सकती है कि "टाइगर अभी जिंदा है"..
राजनीतिक रूप से घोर विरोधी माने जाने वाले तीनों नेताओं की रामनवमी के दिन लंच के दौरान क्या राजनीतिक खिचड़ी पकी इसको लेकर चर्चाओं का बाजार सरगर्म है। वही कांग्रेस तथा विधायक पद छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद कैबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल कर लेने के बावजूद दोबारा विधायक नहीं बन पाए राहुल सिंह के राजनैतिक भविष्य पर इस लंच पॉलिटिक्स का कोई असर पड़ेगा इसके लिए इंतजार करना ठीक होगा।हालांकि इस संदर्भ में जब विधायक अजय टंडन के नजदीकी सूत्रों से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने स्वयं लंच पर आने की इच्छा जताई थी वहीं श्री टंडन के आग्रह पर पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया भी इसमें शामिल हुए थे। ऐसे में इसके राजनीति मायने नहीं निकाले जाना चाहिए..
कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी हो सकते है टंडन..
विधायक अजय टंडन के एक साल के कार्यकाल के दौरान प्रदेश में हुए उपचुनाव तथा संगठनात्मक गतिविधियों में उनकी लगतार सक्रियता व बयानबाजी उनके राजनीतिक कद को बढाता रहा है। वहीं आगामी लोकसभा चुनाव में उनकों कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर देखा जाने लगा है। दरअसल पिछले साल हुए विधानसभा उपचुनाव में भाजपा कीे लोधी राजनीति को जिस तरह से श्री टंडन के नेतृत्व में कांग्रेस ने लोधी बनाम अन्य की रणनीति के तहत ध्वस्त करके जीत हासिल की थी उसी को आगामी लोकसभा चुनाव में भी दुहराने की अभी से कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व में चर्चाए शुरू हो गई है।
कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव भी टण्डन से खुश
पिछले दिनों रहली विधानसभा क्षेत्र के एक कांग्रेस नेता को लेकर विधायक अजय टंडन के बयान से कांग्रेस में काफी उथल-पुथल मची रही थी। हालांकि बाद में रहली क्षेत्र के उक्त नेता ने अपने समर्थकों के साथ दमोह पहुंचकर श्री टंडन से मुलाकात करके मामले का पटाक्षेप करने की कोशिश की थी। इधर इस बयानबाजी से वरिष्ठ मंत्री और रहली विधायक गोपाल भार्गव भी श्री टंडन से खुश बताए गए हैं। यहां तक कि इस विवादास्पद बयान के बाद श्री भार्गव और श्री टंडन के बीच मोबाइल पर काफी देर तक हुई चर्चाओं के भी राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।पिक्चर अभी बाकी है..
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