ट्रक में आलू के बोरों के नीचे गोवंश की तस्करी
मप्र में गोवंश से लेकर शराब की तस्करी करने के लिए माफिया वर्ग द्वारा अनाज सब्जी परिवहन की आड़ में काले कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है कल बैतूल से आए एक ट्रक में गेहूं की बोरियों के नीचे शराब की पेटियां मिलने का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि आज आलू के बोरों के नीचे गोवंश की तस्करी का मामला सामने आ गया है..
यूपी के झांसी से जबलपुर जा रहे आलू के बोरों से भरे एक ट्रक मैं बीच से पार्टीशन करके पुष्पा फ़िल्म की तर्ज पर बोरो के नीचे गोवंश को क्रूरता पूर्वक भरा गया था लेकिन इसकी सूचना मुखबिर के जरिए देर रात बजरंग दल कार्यकर्ताओं तक पहुंच चुकी थी। जिसके बाद सुबह 4 बजे से सागर नाका ओवर ब्रिज के पास उपरोक्त ट्रक का युवाओ द्वारा इंतजार किया जा रहा था।
सुबह करीब 6:30 बजे जैसे ही यह ट्रक ओवर ब्रिज पर पहुंचा तो बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने उसे रुकवा लिया। पूछताछ में ड्राइवर द्वारा आलू के बोरे झांसी से जबलपुर ले जाना बताया गया लेकिन जब तक का पीछे का डाला खोला गया तो सभी हैरत में पड़ गए। ट्रक के नीचे के हिस्से में डेढ़ दर्जन से अधिक बछड़े भरे हुए थे। जबकि इसके ऊपर पटिया सेट कर के आलू के बोरों को रखा गया था। जिसके बाद पुलिस को सूचना देकर कार्यवाही कराई गई है वही मौका पाकर ट्रक का चालक परिचालक भाग गए। मुहिम में बजरंग दल नगर संयोजक छोटू यादव, राघवेंद्र सिंह ठाकुर, शिव शंकर कुशवाहा, दीपक सेन, वृंदावन ठाकुर सहित अन्य आदि युवा शामिल रहे।
गेंहू बोरियों के नीचे पकड़ी लाखो की शराब पेटियां
दमोह जिले की नोहटा थाना पुलिस ने मंगलवार को 17 मील के पास वाहन चेकिंग के दौरान गेहूं की बोरियों से भरे एक ट्रक की जांच के दौरान बोरियों के नीचे पार्टीशन करके रखी गई लाखों की अवैध शराब की पेटियां बरामद की थी। यह शराब बैतूल जिले की शाहपुर दुकान से दमोह जिले में तस्करी करके भेजी गई थी जो कि भायल ठेकेदार की बताई जा रही है।
पुलिस ने इस मामले में ट्रक चालक और मालिक मतीन खान तथा बैतूल की शराब दुकान के गद्दीदार जितेंद्र, ठेकेदार भायल के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। वहीं पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई को लेकर भी जानकार सवाल उठाते नजर आ रहे हैं। दरअसल मंगलवार सुबह ट्रक पकड़े जाने के समय करीब बारह सौ पेटी शराब होने की जानकारी वायरल हुई थी। लेकिन पुलिस द्वारा मीडिया को दोपहर तक के संदर्भ में कोई जानकारी नहीं दी गई। बाद में एसपी तक मामला पहुंचने पर 800 पेटी शराब पकड़े जाने की बात कही गई थी जबकि इसके बाद थाना प्रभारी विकास चौहान द्वारा 780 पेटी शराब जिसकी कीमत करीब 50 लाख बताई गई पकड़े जाने की बात कही गई है। ऐसे में अवैध शराब की जब्ती बनने और पकड़े जाने के बीच तीन चार सौ पेटियों के दाएं बाएं हो जाने की चर्चाए नोहटा थाना क्षेत्र से लेकर जिला मुख्यालय तक सरगम बनी हुई है वही भाईल ठेकेदार का शराब का अवैध कारोबार भी आबकारी विभाग और विभिन्न थाना पुलिस की मिलीभगत से संचालित होने के हालत किसी से छिपे नहीं है..
बैतूल से ट्रक में भरकर दमोह भेजी गई 50 लाख रुपए की अवैध शराब संबंधित माफिया के ठिकाने पर पहुचने के पहले ही पुलिस के कब्जे में आ जाने का घटनाक्रम सामने आया है। हालांकि सुबह बारह सौ पेटी शराब पकड़े जाने की जानकारी सामने आई थी। लेकिन दोपहर में एसपी द्वारा दी गई जानकारी में आठ सौ पेटी तथा शाम को थाना प्रभारी द्वारा 780 पेटी शराब जब्त होना बताया गया है..
प्राप्त जानकारी के अनुसार बैतूल जिले के भायल ग्रुप के शाहपुर कस्बे के शराब दुकान के गद्दीदार जितेंद्र सिंह द्वारा ट्रक क्रमांक एमपी 28 एच 1965 में करीब 800 पेटी देशी एवं विदेशी शराब दमोह में खपाने के लिए रवाना की गई थी। लेकिन इसकी जानकारी मुखबिर के जरिए नोहटा थाना पुलिस को लग गई। तथा पुलिस ने मुंगलवार तड़के करीब पचास लाख कीमत की शराब से भरे ट्रक को पकड़ने में देर नहीं की। चालक को गिरफ्तार कर पूछताछ में पता चला कि दमोह में यह शराब कहा उतरना है इसकी जानकारी मोबाईल से चालक को दी जाना थी। लेकिन इसके पहले ही यह शराब पकड़ गई। फिलहाल पुलिस ने ट्रक चालक एवं शराब ठेकेदार भायल ग्रुप पर धारा 34ए 2 आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज करके शराब को कब्जे में लेकर ट्रक को जब्त कर लिया है।
मां नर्मदा को चुनरी अर्पित कर पंचम कांवर पदयात्रा शुरू
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