दमोह। जिले के तेंदूखेड़ा के जंगल मे करेंट लगाकर भालू की हत्या करने के मामला में एक नया खुलासा हुआ है। भालू को मौत के घाट उतारने वाले मुख्य अपराधी का जहा पता लग गया है वही यह फिलहाल वन विभाग की पकड से दूर है। लेकिन भालू की हत्या में सहयोग करने वाले तथा दस दिन पूर्व उसी स्थान पर नील को भी करेंट लगाकर मौत के घाट उतारने वाले दो आरोपी वनविभाग की पकड़ मे आ गए है।
जिन्हे दमोह न्यायलय मेे पेश किये जाने के बाद जेल भेज दिया गया है। ञात हो कि सैलवाड़ा सर्किल की सिलपुरा में मिश्रित प्लानटेशन के अंदर बनी पानी झिरियां के पास पानी पीने आए जंगली जानवरो को मौत के घाट उतारने का सिलसिला लम्बे समय से चल रहा है। यह ऐसा स्थान है कि यहां पर जंगल के जानवर अपने प्यास बुझाने प्रतिदिन आते है और यहीं पर शिकारी घात लगाकर जानवरो की हत्या कर ले जाते है। पहले भी जानवरो की करेंट लगाकर हत्या की गई है। भालू की हत्या के वाद वनविभाग के अमला ने सोमवार से सागर से बुलाए डांग स्कार्ड की मदद से सम्पूर्ण क्षेत्र में हत्या करने बाले शिकारियों की तलाश की थी। इस दौरान दो शिकारी वनविभाग के हत्थे चढ गए है।
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