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कुंडलपुर महामहोत्सव को लेकर मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से समीक्षा की.. आचार्य श्री के प्रवचन, मुनि आर्यिका संघ की अगवानी..

 मप्र के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आज भोपाल से वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा दमोह जिले कुंडलपुर में फरवरी मार्च में होने वाले महामहोत्सव की तैयारियों की समीक्षा की गई।


दमोह के सांसद और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जल शक्ति राज्य मंत्री श्री प्रहलाद पटेल पूना से तथा सागर संभाग के कमिश्नर श्री मुकेश शुक्ला और पुलिस महानिरीक्षक श्री अनिल शर्मा सागर से इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में शामिल हुए।

मंत्री

मुख्यमंत्री ने आयोजन को लेकर बिजली  पानी  सड़क  स्वास्थ्य सेवाएपरिवहन व्यवस्था आदि की समीक्षा की। इस अवसर पर दमोह एन आई सी रूम में कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्यए पुलिस अधीक्षक डी आर तेनीवारए सीईओ जिला पंचायत अजय श्रीवास्तव सहित सबंधित विभाग के अधिकारी मौजू रहे।

 

जीव अनंत यात्रा करने वाला यात्री हैं- आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज

आचार्य श्री

दमोह। कुण्डलपुर में विराजमान आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महाराज ने शुभ सन्देश देते हुए कहा कि हम लोग छद्मबस्त हैं, छद्मबस्त का अर्थ होता है अधूरापन, अधूरा को और अधूरा ही स्वीकारना होता है, क्षमता कितनी है उसे तौलने में तराजू या बांट काम नहीं आते। क्षमता का मूल्यांकन सब तुलनात्मक वस्तुओं से नहीं किया जा सकता फिर भी आचार्यों ने हम लोगों को क्षमता का बोध कराने के लिए उपदेश दिए हैं वो भी हम लोगों के लिए पर्याप्त हो जाते है। जैसे स्याही पेन की निब को एक कांच के कटोरे में शुद्ध जल में डुबोने से पेन की निब का नीला रंग उस सारे पानी में नीलिमा को फैला देता है, ये फेली हुई नीलिमा हमारी छद्मबस्त है, नीलिमा की यात्रा को हम कहा तक लें जा सकते हैं और चाहे तो सागर तक लें जा सकते हैं। यह जीव द्रव्य की महिमा है आप लोग जीव है उस नीलिमा मे क्या रखते हो, इस चेतन्य की धारा की अभिभाग हैं, संसार में जितने भी पदार्थ है उन सब पदार्थों में अनंत गुणा विद्यमान हैं।

संघ

अनंतानंत सिद्ध परमेष्ठी आज भी विद्यमान हैं बुद्धि के माध्यम से इसका वर्गीकरण किया जा सकता है। जीव यात्रा करने वाला यात्री है, बहुत दूर से करता आ रहा है, इस प्रकार अपनी यात्रा ज्ञानार्तक हो जाए तो आपकी यात्रा रुक सकती हैं। जीवन के रहस्य को आचार्यों ने बताया है कि यात्रा सफ़ल हो तो उसे गमन के रूप में करना है तो एक यात्रा जो अनंत काल से चली आ रही है अब अपनी धारणा को अपनी ओर मोड़ लो और नीलिमा को याद रखो, केवल्य ज्ञान के परिसेदो को याद रखो जैसे निब में अनंत छुपा है। आज आचार्य श्री को आहार देने का सौभाग्य ब्रह्मचारी स्वतंत्र भैया,ब्रह्मचारिणी नीलू दीदी, कमल जैन खजरी वालो को प्राप्त हुआ।
मुनि संघ का आज रात्रि विश्राम फतेहपुर में
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज जी के परम् प्रभावक शिष्य मुनि श्री 108 निर्दोष सागर और मुनि श्री निर्लोभ सागर का पद विहार कुण्डलपुर की ओर चल रहा है, आज रात्रि विश्राम दमोह जिले के फतेहपुर में होकर हटा, कुण्डलपर की ओर पद बिहार होगा। ’

आर्यिका

आर्यिका रत्न श्री 105 अंतरमति माताजी का विहार चल रहा है आज सुबह टोल प्लाजा सागर रोड पर अगवानी सकल जैन समाज द्वारा की गईफ आहार चर्या एकलव्य विश्व विद्यालय में हुई जहां आहार देने का सौभाग्य मध्य प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया, डॉ.सुधा मलैया के परिवार को प्राप्त हुआ। विश्व विद्यालय की कुलाधिपति डॉ सुधा मलैया ने आर्यिका संघ को परिसर का भ्रमण कराया और पुस्तकालय में उपलब्ध जैन साहित्य के बारे में जानकारी प्रदान की। माताजी को संघ सहित सकल जैन समाज ने दमोह नगर में भव्य अगवानी की।

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