संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनि शुक्रवार को प्रातः काल बुंदेलखंड की पावन धरा दमोह जिले की सीमा में प्रवेश करेंगे। जहां स्थानीय जैन समाज गुबरा, सिग्रामपुर, जबेरा एवं परस्वाहा सहित कुंडलपुर महामहोत्सव समिति आचार्य श्री की भव्य अगवानी करेंगी।इधर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल गुरुवार को जैन तीर्थ कुंडलपुर पहुंचे जहां उन्होंने बड़े बाबा के दर्शन करके आरती की तथा मंदिर निर्माण कार्य का जायजा लिया। इस दौरान मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों ने निर्माण कार्य एवं पंच कल्याणक महोत्सव आयोजन के संदर्भ में जानकारी भी दी।
बुंदेलखंड की पावन धरा पर आचार्यश्री की आगवानी आज
दमोह। संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनि राज शुक्रवार को प्रातः काल बुंदेलखंड की पावन धरा दमोह जिले की सीमा में प्रवेश करेंगे। जहां स्थानीय जैन समाज गुबरा, सिग्रामपुर, जबेरा एवं परस्वाहा सहित कुंडलपुर महामहोत्सव समिति आचार्य श्री की भव्य अगवानी करेंगी। आचार्य श्री की ससंघ आगवानी की तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
कुंडलपुर महोत्सव तैयारियां, केंद्रीय मंत्री ने बैठक ली
दमोह। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल गुरुवार को जैन तीर्थ कुंडलपुर पहुंचे जहां उन्होंने बड़े बाबा के दर्शन करके आरती की तथा मंदिर निर्माण कार्य का जायजा लिया। इस दौरान मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों ने निर्माण कार्य एवं पंच कल्याणक महोत्सव आयोजन के संदर्भ में जानकारी भी दी।
कुंडलपुर में आगामी फरवरी माह में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के सानिध्य में होने जा रहे बड़े बाबा मंदिर के पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव की तैयारियों के बीच केंद्रीय मंत्री पहलाद पटेल ने प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में बैठक ली तथा आवश्यक सहयोग का भरोसा दिलाते हुए दिशा निर्देश दिए। इस अवसर पर हटा विधायक पीएल तंतुबाय, जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल, कलेक्टर एस कृष्णा चेतन्य, एसपी डीआर तेनिवार सहित अन्य अन्य पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों, कुंडलपुर कमेटी अध्यक्ष संतोष सिंघई एवं उनकी टीम की मौजूदगी रही। यहां से श्री पटेल प्राचीन रुकमणी मठ भी पहुंचे। यहां भी उन्होंने जायजा लेकर संबधितो को संबंधों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
केन्द्रीय मंत्री ने माँ रूकमणी मठ के दर्शन भी किय
केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटैल ने कुण्डलपुर में माँ रूकमणी मठ के दर्शन भी किये । उन्होंने कहा भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग का ये स्मारक घोषित हुआ था आठवीं.नवमी शताब्दी की रुकमणी देवी जी की प्रतिमा थीए जो चोरी हो गई थी उस को बरामद करने के बाद वह ग्यारसपुर विदिशा मे रखी गई थी। उन्होंने कहा जब वे पहली बार सांसद बने थे तब मूर्ति को चिहिंत किया गया था और उसके बाद संयोगवश कल्चर मिनिस्टर होने के साथ उस मूर्ति को दमयंती संग्रहालय में लेकर आये। केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा यह क्षेत्र सुरक्षित हो जाये और यहां पर बाउंड्रीवाल का निर्माण हो जाये ताकि वो मूर्ति अपने मूल स्थान पर वापिस आ सके।
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