रिश्वतखोर सहायक यंत्री को लोकायुक्त ने पकड़ा..
दमोह। मप्र स्थापना दिवस के दिन जनपद पंचायत कार्यालय की मनरेगा शाखा में चल रहे रिश्वतखोरी के खेल पर सागर से आई लोकायुक्त की टीम ने शिकंजा कसते हुए सहायक यंत्री जीडी अहिरवार को ₹50000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ते हुए भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्यवाही की है।
नवंबर माह के पहले ही दिन दमोह पहुंची सागर लोकायुक्त की टीम ने जनपद पंचायत कार्यालय में मनरेगा का कार्य देखने वाले सहायक यंत्री जीडी अहरवार को सरपंच के पुत्र लीलैंड सिंह लोधी से 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। रिश्वत की यह रकम मनरेगा कार्यों के करीब 20 लाख के बिल भुगतान के तीन परसेंट कमीशन के तौर पर ली जा रही थी।
लोकायुक्त डीएसपी राजेश खेड़े ने बताया कि बताया आरोपी सहायक यंत्री ₹10000 पूर्व में ही ले चुका था। जबकि ₹50000 आज जनपद परिसर में लेने के बाद उसे पकड़ लिया गया। इस मामले को लेकर सरपंच पुत्र लीलैंड सिंह के द्वारा 12 अक्टूबर को सागर लोकायुक्त एसपी से शिकायत की गई थी। जिसके बाद बातचीत की रिकॉर्डिंग आदि करते हुए आज यह कार्यवाही की गई।
उल्लेखनीय है कि जनपद कार्यालय में रिश्वतखोरी का खुला खेल वर्षों से जारी है। पिछले दिनों इस सहायक यंत्री को हटाने की मांग का ज्ञापन भी कलेक्टर को दिया गया था। Atal न्यूज़ 24 ने भी 22 अक्टूबर को इस भृष्ट अधिकारी को हटाए जाने की मांग की खबर को प्रमुखता से दिखाया था। इसके बावजूद जिला पंचायत के वरिष्ठ अधिकारी इसे संरक्षण प्रदान किए हुए थे। जिससे इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही थी
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लेकिन आज लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए उनके अरमानों पर पानी फेर दिया। इधर जनपद पंचायत में ऑफिस टाइम में जहां यहां अधिकारी कर्मचारी नजर नहीं आते वही सांझ ढलते ही यह लेनदेन करने वालों का बाजार लगना शुरू हो जाता है ऐसे ही कुछ हालात में सोमवार को इस कार्रवाई की खबर से हड़कंप के हालात बने रहे कैसे जनपद पंचायत कार्यालय के अन्य कर्मचारी दबे पांव अपनी सीट छोड़कर बाहर निकलते रहे।
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