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भागवत कथा प्रदर्शन से नहीं दर्शन से होती है- बागेश्वर धाम सरकार.. भगवान जागेश्वरनाथ के अभिषेक पूजन के बाद दमोह पधारे बागेश्वर धाम सरकार का जगह जगह पुष्प वर्षा से स्वागत.. विधायक निवास के समीप किया गया अनेक साधु संतो का सम्मान..

 भागवत कथा प्रदर्शन से नहीं दर्शन से होती है- बागेश्वर धाम सरकार..

दमोह। नगर में सुख समृद्वि एवं आमजन स्वस्थ रहे इसी कामना को लेकर विधायक अजय टंडन के विशेष आग्रह पर विधायक निवास पर पधारे श्री श्री 1008 बागेश्वर धाम बालाजी सरकार आचार्य पं.धीरेन्द्र कृष्ण जी शास्त्री नगर के श्रद्वालुओं सहित जिले के कोने कोन से पहुंचे श्रद्वाओ ने एतिहासिक भव्य आगवानी की उसके पूर्व बागेश्वर धाम सरकार ने तीर्थ नगरी बांदकपुर में भगवान शिव की आराधना की पूर्जा अर्चना पश्चात् जैसे ही वह टंडन निवास की ओर निकले जनसैलाब उमड़ पड़ा बांदकपुर, समन्ना, में पलक पांवड़े बिछाकर भक्तगणो ने फूल मालाओ से स्वागत किया। 

धरमपुरा, चमन तिगड्डा, पुराना थाना,के बाद टाकीज तिराहे पर मप्र लघु व्यपारी संघ के अध्यक्ष तनुज पाराशर ने अपनी टीम के साथ बागेश्वर धाम सरकार का स्वागत वंदन किया। बकौली, घंटाघर एवरेस्ट लॉज होते हुए वह बस स्टेण्ड पहुंचे। जहां उपस्थित जनता ने भावविमोर होकर उनके दर्शन किये और उनका आशीर्वाद लिया और जैसे ही वह टंडन बगीचा स्थित विधायक निवास के समीप पहुंचे वहां उपस्थित अनेक पीठो मंदिरो से आये साधु संतो का सम्मान श्रीफल शाल से किया गया हजारो की संख्या में उपस्थित जनसैलाब को संबोधित करते हुए बागेश्वर धाम बालाजी सरकार ने कहा कि भागवत कथा प्रदर्शन से नहीं दर्शन से होती है अपने सतकर्म चरित्र को चित्त में उतारना चाहिये


 वह तो उपकाशी नगरी हटा में कथा का श्रवण करा रहे है किंतु आप सभी की चाह ने बुलाया और राह बन गई और आप सभी से मिलने आ गया आचार्य के संबोधन के पूर्व विधायक अजय टंडन ने गाकर कहा कि खबर तुम ले रइयो ए बागेश्वर भगवान। इस दरम्यान बागेश्वरधाम बालाजी सरकार के दर्शन करने उमड़ी श्रद्वालुओ की भीड़ में भावुकता में अफरा तफरी भी मची किंतु श्रद्वालुओ ने उनके वचनो को धैर्य से सुना। बागेश्वर धाम बालाजी सरकार के प्रवचनो के पश्चात् उपस्थित जनसमुदाय का विधायक अजय टंडन ने आभार व्यक्त किया एवं सभी भक्तगणो को प्रसाद वितरण किया गया।
श्री जागेश्वरनाथ धाम बांदकपुर में जोरदार स्वागत
दमोह। मंगलवार को श्री जागेश्वर नाथ धाम बांदकपुर में श्री बाघेश्वर सरकार पूज्य धीरेंद्र कृष्ण महाराज बागेश्वर धाम सरकार के आगमन पर शिवभक्तों द्वारा बांदकपुर के पहले स्टेशन चौराहे पर महाराज श्री का ढोल नगाड़े एवम पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया साथ ही सुंदर भगवा ध्वज लेकर फूल बरसाते हुए भक्तगण महाराज श्री को मन्दिर तक लाये। 
लगभग 2 वर्ष बाद जिला प्रशासन ने बांदकपुर मन्दिर का गर्भ गृह सभी शृद्धालुओं के लिए आज से खोलने की अनुमति प्रदान की। इस अवसर पर पूज्य महाराज श्री ने भोलेनाथ महादेव का विधि विधान से पूजन अभिषेक किया। देर होने के कारण  महाराज श्री ज्यादा समय मन्दिर में नही रुक सके और दमोह के लिए प्रस्थान किया।

 इस पूरे आयोजन में विशेष रूप से राम गौतम, गूँजी से तुलसीराम तिवारी, अभिषेक गोलू चौबे, शंकर गौतम, हटा से अंशुल तिवारी, पप्पू महाजन, राजा तंतुवाय, नीरज तिवारी, धर्मेंद्र नामदेव, फोटोग्राफर अजय पांडेय, मोनू सैनी, हर्ष दुबे , गुड्डा रैकवार, भरत बंसल, कैलाश नेमा ,पूर्व सरपंच पूना बाई, राजन असाटी,नीरज महोबिया,सत्यम दुबे,आदि की उपस्थिति रही।

चिन्‍ता से चिता, चिन्‍तन से परमात्‍मा मिलेंगे – श्री बागेश्‍वर धाम सरकार
हटा, दमोह। बच्‍चों को यदि परीक्षा एवं अपने जीवन में सफलता प्राप्‍त करनी है तो उसे सुभाषत के इस श्‍लोक को अपने जीवन में उतारना होगा। अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविनः। चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्विद्या यशो बलम।। जो व्यक्ति सुशील और विनम्र  होते हैं, अपने से बड़ों का, माता पिता गुरू का अभिवादन व सम्मान करने वाले होते हैं तथा अपने बुजुर्गों की सेवा करने वाले होते हैं। उनकी आयु, विद्या, यश कीर्ति और बल इन चारों में वृद्धि होती है। लेकिन माता पिता को भी इस बात का ध्‍यान रखना चाहिए कि बेटा बेटी को पढने भेज, गुरू के पास साथ में लेकर जाये, भगवत रामायण वेद की चर्चा करे तभी बेटा बेटी संस्‍कारित होगे, वेदवाणी, गुरू वाणी सदैव मानव का उद्धार करती है। 

यह बात देवश्री गौरीशंकर मंदिर परिसर से दद्दा जी कला मंच से श्री बागेश्‍वर धाम सरकार ने श्रीमद भागवत महापुराण कथा पर अपने मंगल प्रवचन के दौरान कही, उन्‍होने कहा कि चिन्‍ता सताती है, आगे बढने का रास्‍ता रोकती है चिन्‍ता नहीं चिन्‍तन करें, चिन्‍तन से ही गोविन्‍द मिलेगें, श्री सरकार ने नगर में चल रही सुरभि गौ अस्‍पताल का कथा में व्‍यख्‍यान करते हुए कहा कि नगर में यह एक अलौकिक कार्य हो रहा है, जो निःशुल्‍क असहाय बीमार गायों का उपचार कर रही है, 

 ऐसे कार्यो में सभी को सहयोग करना चाहिए, गाय सदैव उपकृत करती है, गाय के उपकार भी अनेक है, जहां गायों को संरक्षण दिया जाता है वहां दरिद्रता नहीं रहती है, आज लोग नाच गान के नाम पर हजारो लाखों रूपये व्‍यय कर रहे लेकिन एक गाय पालने में शर्म आती है,कथा के अंत में सुरभि गौ अस्‍पताल का संचालन करने वाली टीम का अभिवादन किया गया।

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