अतिथि शिक्षक मामले में हाई कोर्ट ने सरकार को नोटिस देकर एक माह में जबाव मांगा..
जबलपुर। 1 अक्टूबर 2021 को अतिथि शिक्षको से संबंधित याचिक क्रमांक 20342 आफ 2021 संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ विरूद्व मप्र सरकार व अन्य माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर के मुख्य न्यायाधीश माननीय मोहम्मद रफीक व माननीय विजय कुमार शुक्ला की बेंच में सुनवाई हेतु लगा था। जिसमें याचिका कर्ता अतिथि शिक्षक संघ सागर की तरफ से विद्वान अधिवक्ता श्री वरूण ठाकुर के द्वारा बहस की गई।
याचिकाकर्ता के द्वारा उक्त याचिका में अतिथि शिक्षक के द्वारा वर्तमान में कार्यरत पदो को रिक्त ना मानते हुए उक्त पद हेतु रेग्युलर शिक्षको की नियुक्त न किए जावे तथा साथ ही पूर्व में माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा दिए गए आदेश के अनुरूप राज्य सरकार के द्वारा आज दिनांक तक कोई भी कार्य योजना नहीं बनाई गई है जिससे अतिथि शिक्षको को स्थायी किया जा सकें।
जब तक यह योजना नहीं बनाई जाती है तब तक अतिथि शिक्षको को समान कार्य हेतु समान वेतन दिया जाये एवं ग्रीष्म कालीन अवकाश में अतिथि शिक्षको को भी वेतन दिया जायें। साथ ही 04 मार्च 2014 के राज्य सरकार के आदेश द्वारा जैसे गुरूजी के पद को वर्ग तीन में सम्मिलित किया गया है उसी प्रकार अतिथि शिक्षको को भी स्थायी किया जाना चाहिए क्योंकि अतिथि शिक्षको ने शासन की समय समय पर बनाए समस्त नियमो का पालन किया है।
साथ ही उनके पास जो एक शिक्षक होने के लिए जो भी योग्यता होना चाहिए वे सभी उनके पास है। वे शासन के द्वारा समय समय पर लिए गए परीक्षा में भी उत्तीर्ण किए है और शासन के द्वारा समय समय पर कराई प्रशिक्षण लिया है। उन्हें एक लंबा अनुभव भी है इन आधारो को ध्यान में रखते हुए सरकार को अतिथि शिक्षक के अधिकारो को सुरक्षित रखेत हुए एक कार्य योजना के साथ अपना जबाव दाखिल करने के लिए माननयी उच्च न्यायालय ने चार सप्ताह का समय सरकार को दिया है।
प्रकरण की अगली सुनवाई 08 नवंबर 2021 को नियत है। यहां यह विदित है कि प्रदेश में लगभग 1,21,000 स्कूल है जिनमें लगभर 93,00,000 छात्र अन्ययनरत है जिनमें लगभग 70,000 शिक्षको की नियुक्तियां हे जिसमें से लगभग 51,753 अतिथि शिक्षको के द्वारा अध्यापन का कार्य किया जा रहा है।
बंदरों ने दिखाई दरियादिली.. युवक के एक लाख रुपए उड़ाने के बाद पेड़ पर चढ़कर लुटाए..
दमोह। रानी दुर्गावती वन अभ्यारण अंतर्गत संग्रामपुर से लेकर गोबरा कटाव घाट तक सड़क आसपास के जंगल में बंदरों के जमाबड़े के हालात सामने आते रहते हैं वही लोग तथा वाहन चालक बंदरों को फल सब्जी चना आदि बांटते हुए भी नजर आते हैं। ऐसे ही कुछ हालातों के बीच पोटली में बंधे नोटों को खाने का सामान समझ कर ले उड़े एक बंदर द्वारा बाद में पेड़ पर चढ़कर इन नोटों को लूटाए जाने का घटनाक्रम सामने आया है।
यह पूरा मामला कटावघाट क्षेत्र का 30 सितंबर की दोपहर का बताया जा रहा है। दरअसल कटंगी निवासी मोहम्मद अली पोटली में एक लाख रु बांध कर ऑटो से कटंगी लौट रहे थे। रास्ते में कटाव घाट के पास सड़क पर जाम लगा होने से वह ऑटो में नोटों की पोटली छोड़कर बाहर तमाशा देखने को निकल गया। इसी दौरान एक बंदर इस पोटली में खाने का सामान रखा होना समझ कर उठा कर भाग खड़ा हुआ।
बाद में मोहम्मद अली को ऑटो में लौटने पर अपनी पोटली नहीं मिली तो उसने आसपास तलाश शुरू की इस दौरान एक पेड़ पर चढ़ा बंदर अपने अन्य बंदर साथियों के साथ पोटली से नोटों को निकाल कर नीचे फेंकते हुए नजर आया। जिससे देखते ही देखते नोटों को लूटने वालों की भीड़ एकत्रित हो गई। इसी दौरान जब मोहम्मद अली ने अपने नोट होने की जानकारी दी तो लोगों ने एकत्रित करके उसे 56000 रुपए वापस कर दिए। इस तरह ₹44000 गायब हो जाने के मामले की शिकायत लेकर मोहम्मद अली बाद में सिग्रामपुर चौकी पहुंचा। जहां चौकी प्रभारी धर्मेंद्र उपाध्याय घटनास्थल मझौली थाना क्षेत्र का होना बताकर उसे वही जाकर शिकायत करने की सलाह दी जिसके बाद युवक अपने भाग्य को कोसता मझौली थाना जाने को मजबूर होता नजर आया।
शटर के ताले तोड़कर मेडिकल स्टोर में चोरी..
दमोह। जबेरा थाने के सिंग्रामपुर क्षेत्र में चोरो के होसले बुलंद है गुरुवार शुक्रवार कि दरम्यानी रात मे मुख्य बाजार सिंग्रामपुर मेन रोड पर साईं मेडिकल स्टोर को चोरों ने निशाना बनाया तथा चंपत हो गए।
सुबह मेडिकल स्टोर संचालक संदीप साहू दुकान खोलने पहुंचा तो मैन शटर का ताला टूटा हुआ देख चोरी की सूचना पुलिस चौकी को दी। उसके बाद सगराम पर चौकी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच कार्यवाही करते हुए मामला दर्ज कर लिया है दुकान संचालक संदीप साहू का कहना है कि करीब 20000 रुपये की चोरी हुई है। जिसमें 5000 की चिल्लर भी शामिल है। सिंग्रामपुर से निवेश जैन कि रिपोर्ट
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