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बुंदेलखंड में रोजगार मूलक योजना मनरेगा के पोल खोलते हालात फिर सामने आए.. गांव से पलायन के बाद नोएडा में बंधुआ बने दमोह छतरपुर के 41 मजदूर.. घर वापसी करने वालो में दबंग विधायक रामबाई के मुहल्ले की एक महिला.. इधर श्रम अधिकारी ने बताई पलायन की वजह..

 दमोह छतरपुर जिले के 41मजदूरों की घर वापसी..

दमोह। बुंदेलखंड में गरीब मजदूरों का पलायन रोकने के लिए शासन द्वारा चलाई जा रही मनरेगा सहित अन्य रोजगार मूलक योजनाएं सिर्फ सफेद हाथी साबित हो रही हैं। मजदूरों की जगह मशीनों से काम करा कर भले ही करोड़ों की राशि हर माह खर्च होना फर्जी मास्टरो के जरिए लगातार दर्शाया जाता रहा हो लेकिन हालात यही है कि आज भी हजारों की संख्या में बुंदेलखंड के मजदूर यूपी हरियाणा गुजरात की फैक्ट्रियों में बंधुआ जैसी हालात में कार्यरत हैं।

उपरोक्त हालात की पुष्टि नोएडा में एक ठेकेदार द्वारा दमोह छतरपुर जिले के मजदूरों को बंधक बनाकर नाम मात्र की राशि में कार्य कराए जाने के हालात उजागर होने से साफ होते नजर आए हैं। ऐसे 41 लोगों को नोएडा प्रशासन द्वारा मुक्त करा कर दमोह छतरपुर जिला वापस भेजा गया है  बीती रात नोएडा से स्पेशल बस से दमोह पहुंचे ऐसे ही 6 लोग जिनमें 2 बच्चे भी शामिल थे को श्रम अधिकारी की मौजूदगी में प्रशासन द्वारा सुपुर्द नामे पर लेकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने के बाद उनके गांव वापस भेजने की कार्यवाही की गई। 

इन 6 लोगों में दबंग विधायक श्रीमती रामबाई सिंह के स्थानीय निवास वार्ड गउपुरा क्षेत्र की एक महिला द्रौपदी बाई भी शामिल है। वही पटेरा जनपद के रोड़ा पंचायत के खैरी निवासी मोहन तथा उनकी पत्नी वेलवती इनकी भतीजी रोशनी और 2 बच्चे भी शामिल हैं। पीड़ित मजदूरों ने मीडियो से चर्चा के दौरान जहां गांव में रोजगार नहीं मिलने तथा एक बार पूर्व में भी बंधक बनाए जाने की जानकारी दी है।

जबकि पंचायत सचिव हनुमंत सिंह ने आवास योजना और खाद्यान्न पर्ची का लाभ दिलाने की जानकारी देते हुए इस बात पर सवाल उठाए कि इन्हीं लोगों को बार-बार क्यों बंधुआ मजदूर बनाया जाता है ? इधर मजदूरों के पलायन के मामले में श्रम अधिकारी जीडी गुप्ता का तर्क था कि बाहर उनको ज्यादा मजदूरी मिलती है इसलिए वह गांव से महानगरों को चले जाते हैं। 
कुल मिलाकर हालात यह बताने के लिए काफी है कि मनरेगा सहित अन्य रोजगार मूलक योजनाओं के लाभ से अधिकांश जरूरतमंद ग्रामीण मजदूर वंचित है और महानगरों में भी उनका शोषण ही किया जा रहा है। पिक्चर अभी बाकी है..

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