बस का गेट खुल जाने से बाइक सवार गिरकर घायल
दमोह। ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाली खस्ताहाल बसों में यात्रियों को ठूस ठूस कर भरे जाने के साथ बीच सड़क पर बसों को रोककर सवारियों को चलाना उतारना जहां असद दुर्घटनाओं की वजह बनता रहता है वही ऐसे ही कुछ हालात में एक यात्री बस का गेट खुल जाने की वजह से बाइक सवार 2 लोगो के गिरकर घायल हो जाने और बस के बिना रुके आगे बढ़ जाने का घटनाक्रम सामने आया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तारादेही तेन्दूखेड़ा मार्ग के समनापुर वन चौकी के पास बुधवार की शाम करीब 5 बजे महाराजपुर जाने वाली पिपरिया कंपनी की बस का गेट अचानक खुल जाने से बाइक सवार महिला व युवक गंभीर गंभीर रूप से घायल हो गए जिनको बाद में प्राइवेट वाहन से तेन्दूखेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां से महिला की हालत गंभीर होने से डॉक्टर ने तुरंत ही मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर किया गया वहीं युवक कालू खेड़ा में उपचार जारी है।
बताया जा रहा है कि हल्लीबाई रजक निवासी नया नगर थाना गौरझामर जिला सागर अपनी बहन के घर समनापुर आई थी। जो अपने भतीजे दुर्गेश रजक के साथ बाइक से अपने मायके सर्रा जा रही थी। उसी समय जैसे ही बाइक सवार गोहरपुल व समनापुर चौकी के समीप पहुंचे उसी समय तेन्दूखेड़ा की ओर से तारादेही महाराजपुर जा रही पिपरिया कंपनी की बस सामने से आ गई। जैसे ही बाइक सवार सर्रा जाने वाली मार्ग पर मोड़े वैसे ही बस के हेल्पर ने आगे वाला बस का गेट खोल दिया। जो कि बाइक सवार युवक व महिला को लगते ही वह नीचे गिर गए। मामले में तारादेही थाना पुलिस द्वारा जांच कार्यवाही की जा रही है।
जंगल में मिली अज्ञात सड़ी गड़ी लाश की शिनाख्त
2 दिन पूर्व तेंदूखेड़ा के अंतिम छोर के गांव के जंगल में अज्ञात महिला का कंकाल नुमा शव मिलने के बाद उसकी पतासाजी हेतु किए जा रहे प्रयास आखिरकार सार्थक हो गए। सोशल मीडिया पर डाले गए फोटो सेवन खबरों के बाद तेंदू खेड़ा पहुंचे परिजनों ने तथा मृतका की साड़ी व चप्पलों के आधार पर पहचान कर ली गई है।
सबसे पहले मायके पक्ष के लोग तेंदूखेड़ा पहुचे जहा उन्होंने बताया कि मृतिका का नाम रेखा पति सोनू बेन हैं और उसकी शादी लगभग दस वर्ष पूर्व जबलपुर जिले के बेनीखेड़ा ग्राम थाना भेड़ाघाट में हुई थी। रेखा का मायका उडकी मझगवां थाना कटंगी है उनकी बेटी 13 अगस्त 21 नागपंचमी के दिन ससुराल से गायब हो गई थी। जिसकी सूचना पहले उनके पति ने भेड़ाघाट थाने में दी थी उनके बाद हम लोगो ने भी भेड़ाघाट पहुचकर बेटी के गुम होने की सूचना दी थी किन्तु बेटी का कोई पता नही चला। उन्होंने ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ना के आरोप भी लगाए।
मायके पक्ष के बाद ससुराल पक्ष के लोग भी थाने पहुंच गए जिनमें मृतका का पति सोनू बेन भी था। उसने बताया की पत्नी की बच्चादानी में इंफेक्शन काफी समय से था ओर जबलपुर के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। इंफेक्शन बढ़ गया था इसलिए उसका ऑपरेशन होना था। पत्नी परेशान थी क्योंकि घर में पैसों का अभाव था इसलिए पत्नी ने कहा कि कुछ पैसा वह मायके से ले आती है बाकी पैसों का इंतजाम हम कर लेगे यह कहकर नाग पंचमी के दिन पत्नी मायके से कहकर घर से चली गई उसके बाद पत्नी का कोई पता नहीं चला।
हम लोग एक दो बार अपनी पत्नी के मायके गये किन्तु ससुर बोले कि उसकी बेटी यहां नहीं आई बाद में इसकी सूचना भेड़ाघाट थाने में भी दी थी किन्तु उनकी कोई सूचना नही मिल रही थी घर मे मेरे ओर मृतिका के दो बच्चे भी हैं जो मेरे साथ रह रहे है। मामले में एसडीओपी अशोक चौरसिया ने बताया कि पंचनामा बनाकर मृतिका का शव अंतिम संस्कार के लिए ससुराल पक्ष को सौंप दिया गया है। अंतिम संस्कार के बाद दोनों पक्षों को बुलाकर संबंधित मामले की जांच की जाएगी। तेंदूखेड़ा से विशाल रजक की रिपोर्ट
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