बाघ किशन व राधा के बिना नजर आया शावक..
दमोह सागर जिले के एक बड़े रकबे में फैले नौरादेही अभ्यारण्य की छोटी बड़ी पहाड़ियों की श्रंखला में पक्षियों की चहचहाने की आवाज और स्वच्छत वितरण करते वन्य जीव आम दिनों में सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं वही बारिश के दिनों में चारों तरफ फैली हरियाली के साथ जानवरों का स्वच्छंद विचरण माहौल को और भी खुशनुमा बना देता है।
हालांकि बारिश के दिनों में नौरादेही अभ्यारण में आम सैलानियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाता है वही वन्य जीव जंतु जंगली रास्तों पर स्वच्छंद विचरण करते नजर आते हैं। ऐसा ही नजारा नौरादेही की रानी बाघिन राधा व किशन के तीन शावकों में से एक के जंगली रास्तों में स्वच्छंद विचरण करने के फोटो वीडियो के साथ सामने आया है। यह नजारा हर किसी को अपनी और आकर्षित कर रहा है।
हालांकि तस्वीरों में यह शावक वयस्क नजर आने के साथ अकेला नजर आ रहा है। वही बिना कॉलर आईडी के इसके हष्ट पुष्ट नजर आने से यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि यह कोई और बाघिन तो नही जो गर्भवती भी हो। हालांकि इसको लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। हालांकि कुछ अखबारों प्रकाशित खबरें जंगल की रानी राधा बता रहे हैं।
दरअसल बरसात का मौसम शुरू होने के साथ ही जंगल के रास्ते खराब हो जाते हैं और लोगों का आवागमन नहीं होने से वन्य प्राणियों का अधिकाशं समय अपने ठिकानों से बाहर ही गुजरता है। बुधवार को ऐसा ही एक नजारा विभागीय कैमरे में कैद हुआ था। जब इस मौसम में पहली बार अभ्यारण्य में बिना कालर आईडी के यह बाघ शावक विचरण करती हुई नजर आई।
उल्लेखनीय है कि अभ्यारण्य में सबसे पहले एन वन राधा व उसके बाद एन टू किशन को लाया गया था और इन दोनों नर मादा के मिलने से तीन शावकों का जन्म हुआ था। अभ्यारण्य में इनका परिवार बसा हुआ है। वही अब इसमें और भी वृद्धि होने की खबर से लोग रोमांचित हो रहे हैं। विशाल रजक की रिपोर्ट
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