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बढ़ती महंगाई के दौर में भी ईमानदारी कायम है.. खोजाखेड़ी के बुजुर्ग किसान श्याम लाल पटेल के 15 हजार रुपए व पासबुक का थैला.. बबलू पठान ने कोतवाली में जमा कराया.. खोए हुए रुपए वापस मिलते ही बुजुर्ग के चेहरे की चमक भी वापस लौटी..

 महंगाई के दौर में भी इमानदारी अभी जिंदा है..

दमोह। बढ़ती हुई महंगाई के दौर में इमानदारी अभी भी जिंदा है इसका ताजा उदाहरण आज हटाना का क्षेत्र में लाल पेट्रोल पंप के सामने देखने को मिला। जहां खोजा खेड़ी निवासी एक बुजुर्ग किसान का रुपयों का थैला बाइक से गिर गया था। जो गाड़ी खाना निवासी एक युवक को मिला और उसने अपने दोस्तों के साथ इसे कोतवाली में जमा करा दिया।



खोजा खेड़ी गांव निवासी श्याम लाल पटेल 85 वर्ष गुरुवार को स्टेट बैंक कृषि शाखा सागर नाका से ₹15000 निकालकर अपने गांव वापस जा रहे थे। इस दौरान लाल पेट्रोल पंप के सामने हटा नाके के पास उनका रुपयों का थैला जिसमें दो पासबुक और चेक बुक भी रखी हुई थी गिर गया, लेकिन उन्हें उसका पता नहीं लगा। इधर वहीं पर रेत गिट्टी का काम करने वाले गाड़ी खाना निवासी बबलू पठान को नोट का थैला मिलने पर पहले तो उन्होंने पासबुक में लिखे नाम के आधार पर संपर्क करने की कोशिश की।


 लेकिन जब सफल नही हुए तो उन्होंने अपने दोस्तों के साथ कोतवाली पहुचकर ₹15000 चेक बुक पासबुक टीआई सत्येंद्र सिंह के सुपुर्द कर दिया। जिसके बाद टीआई ने देहात थाना आदि में संपर्क किया तो बुजुर्ग के शिकायत करने के लिए पहुचने के बारे में जानकारी लगी। जिस पर उसे कोतवाली बुलाकर खोया हुए रुपये वापस कर दिये गए। 


खोए हुए रुपए मिलने से बुजुर्ग श्यामलाल के चेहरे की चमक जहां वापस लौटती नजर आई। बुजुर्ग को जहा ईश्वर पर भरोसा था कि उनका खोया हुआ रुपया जरूर वापस मिलेगा। वही इस वह रुपए वापस करने वाले बबलू पठान का भी शुक्रिया अदा करते हुए यह कहने से नहीं चूके कि ईमानदारी अभी कायम है..

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