शिक्षक तथा घर आने जाने वाला निकला हत्यारा..
दमोह। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में पिछले 3 दिनों में हुई तीन अंधी हत्या में से पुलिस ने दो ब्लाइंड मर्डर के आरोपियों को हिरासत में लेकर पर्दाफाश कर दिया है जबकि हटा थाना क्षेत्र में हुई हत्या का राज अभी राज ही बना हुआ है। पथरिया थाने के चिलौला ग्राम में विधवा महिला की अंधी हत्या मामले में घर आने जाने वाला ही हत्यारा निकला है जबकि कुम्हारी थाने के मझौली में हुई युवक की हत्या का आरोपी गांव का एक शिक्षक निकला है। एसपी डीआर तेनीवार ने प्रेस कॉन्फस करके आज दोनों मामलों का खुलासा किया।
पत्नी से अवैध संबंध के शक में की गई थी हत्या..
कुम्हारी थाना अंतर्गत मझौली ग्राम में घर के बाहर सो रहे रज्जू आदिवासी नामक युवक की हत्या की अंधी गुत्थी को पुलिस ने सुलझाते हुए गांव के ही एक स्कूल शिक्षक को गिरफ्तार किया है। सूरत सिंह नाम के इस प्राइमरी शिक्षक को शक था कि रज्जू सिंह के उसकी पत्नी से अवैध संबंध है। जिसके चलते उसने 13 जुलाई की रात तलवार से गला रेतकर रज्जू की हत्या कर दी थी।
घटनास्थल से गांव की ओर जाते खून के छींटों के आधार पर पुलिस ने जब विवेचना की और शक के बिना पर जब पुलिस ने सूरत सिंह से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूलते देर नहीं की। पुलिस ने हत्या में तलवार जब्त करने की कार्रवाई करते हुए उसे कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। मामले की पर्दाफाश में कुम्हारी थाना प्रभारी श्री पांडे उनकी टीम की मुख्य भूमिका रही है।
पथरिया थाने के जेरठ चौकी अंतर्गत चिरोला ग्राम में एक महिला का 13 जुलाई की सुबह अर्धनग्न हालत में शव मिलने के बाद दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई गई थी। पुलिस जांच के दौरान घटनास्थल पर बीड़ी का जला हुआ टुकड़ा मिला था जिसके बाद पुलिस ने जांच कार्रवाई करते हुए गांव के ही मस्तराम पटेल को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
11 व 12 जुलाई की दरमियानी रात मस्तराम पटेल महिला के घर गया था। वह घंटे भर से अधिक तक रहा था और जब आने लगा इस दौरान महिला द्वारा ₹2000 मांगने पर से उसका विवाद हो गया था। झूमा झटकी के दौरान में महिला के सिर के बल गिरने पर खून बहने लगने पर आरोपी ने मोबाइल की डोरी से गला रेतकर महिला की हत्या कर दी थी। इसके बाद वह छत के रास्ते दूसरे के घर में उतर कर अपने घर चला गया था।
ज्ञातव्य हो कि महिला के पति की कुछ माह पूर्व मृत्यु हो जाने, बेटे के छत्तीसगढ़ में रहने तथा रिश्तेदारों के गांव में दूसरी जगह रहने की वजह से महिला घर में अकेली रहती थी वही आरोपी का महिला के घर में आना जाना बना रहता था तथा उसके संबंध पारिवारिक सदस्य जैसे थे जिस वजह से किसी को उस पर शक भी नहीं हुआ था। यहां तक कि वह पंचनामा कार्यवाही से लेकर संवेदना जताने तक में शामिल रहा लेकिन आखिरकार कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सका।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई गई थी लेकिन इसको लेकर पुलिस ने जांच के दौरान कुछ भी साफ नहीं किया है। यहां तक की महिला का शव अर्धनग्न हालत में मिलने की स्थिति को लेकर भी कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है। जिससे पुलिस द्वारा किए गए खुलासे पर सवाल भी उठते नजर आ रहे हैं। इस मामले को सुलझाने में पथरिया थाना प्रभारी आरपी चौधरी और जेरठ चौकी प्रभारी संजय सिंह के साथ साइबर सेल की मुख्य भूमिका बताई गई है।
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