कोरोना कर्फ्यू में फैलाने वाले कार चालक पर मेहरवानी..
दमोह। कोरोना कर्फ्यू के टेंशन भरे माहौल में इस साल मीठी ईद और अक्षय तृतीया के पर्व पर ग्रहण लगने जैसे हालात बने हुए हैं इसके बावजूद अनेक लोग ऐसे भी हैं जो त्योहार की खरीदारी करने चोरी छुपे दुकानदारी करने वालों के पास पहुंचते रहे है। ऐसे लोगों के खिलाफ पिछले 3 दिनों से पुलिस प्रशासनिक अधिकारी एक्शन मूड में सक्रियता दर्ज कराते नजर आते रहे है। खासकर तब जब आगे पीछे होते कुछ मीडिया कर्मियों के मोबाइल रिकॉर्डिंग ऑन बने रहते हो तथा बाइट लेने के लिए एक साथ अनेक आईडी दिखने लगती हो।
ऐसे ही कुछ माहौल में बुधवार को भी घंटाघर से गांधी चौक, टोपी लाइन, बर्तन बाजार, बरंडा, नया बाजार क्षेत्र में पुलिस प्रशासनिक अधिकारी खरीदी करके निकलने वालों से लेकर बेचने वालों तक रोकते टोकते कार्यवाही करते नजर आए। वही मागंज स्कूल के सामने कांच प्लाईवुड की दुकान चलाने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ग्राहकी करते हुए रंगे हाथों पकड़ कर बाहर ले आई और उसके खिलाफ कार्यवाही करके दूसरे दुकान दारों को भी कठोर कार्रवाई का संदेश देने की कोशिश की गई।
इधर दोपहर में एक कार चालक ने प्रतिबंधित क्षेत्र घंटाघर में प्रवेश करने के बाद देर तक दहशत का माहौल निर्मित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी इसके बाद भी पुलिस ने उसे महज इस कारण से बक्से दिया क्योंकि वह किसी पुलिस अधिकारी का रिश्तेदार था। कार सवार यह व्यक्ति चारों तरफ से बंद घंटाघर से बरंडा पहुंच गया। जहां उसने बैरिकेट्स को गिराते हुए अंदर प्रवेश किया लेकिन जब चारों तरफ से रास्ता बंद मिला तो कार को वापस लौटाते हुए उमा मिस्त्री की तलैया पहुंच गया यहां से तेज रफ्तार कार को लेकर घंटाघर पहुंचा।
जहां मार्ग प्रतिबंधित होने पर मोबाइल निकाल कर ड्यूटी पर तैनात सहायक सब इंस्पेक्टर की बात कराई इस दौरान मौजूद पत्रकारों ने कार चालक के द्वारा बैरिकेट्स गिराने और दहशत फैलाने की हालात से अवगत कराया इसके बावजूद उपरोक्त कार चालक को जाने दिया गया जिसकी वजह उसका एक पुलिस अधिकारी का रिश्तेदार होना बताया जा रहा है। जिसके बाद पुलिस का है यह दोहरा रवैया चर्चाओं में बना रहा।
दमोह। नवागत एसपी डीआर तेनीबार के निर्देशन में कोतवाली प्रभारी सतेंद्र सिंह के नेतृत्व में थाना कोतवाली स्टाफ द्वारा सिविल दस क्षेत्र में चम्पा बाई के कब्जे से 180 पाव देशी प्लेन शराब व 195 पाव देशी मसाला कुल 375 पाव अवैध शराब कीमती 80000 रू की जप्त कर गिरफ्तार किया है। आरोपी द्वारा बताया गया कि जासीद राय मैनेजर सागर नाका देसी शराब दुकान से यह शराब खरीदी गई है। आरोपीयो पर धारा 34(2) , 42 आबकारी एक्ट 188, 269, 270 ताहि 51 आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। महिला आरोपी को माननीय न्यायलय में पेश किया गया शराब दुकाान के मैनेजर जासीद राय की तलाश जारी है।
एक ही ठेकेदार पर कार्यवाही अन्य को क्यों बख्शा जा रहा ?दमोह एसपी तथा टीआई बदले जाने के बाद कोतवाली पुलिस द्वारा अवैध शराब बेचते पहले जटा शंकर क्षेत्र और अब सिविल वार्ड 10 इलाके में की गई कार्यवाही के दौरान दोनों ही मामलों में शराब दुकान के मैनेजर भी आरोपी बनाए गए हैं। लेकिन यह दोनों एक ही ठेकेदार से संबंधित बताए जा रहे हैं । ऐसे में सवाल भी उठने लगे हैं कि पुलिस अन्य शराब ठेकेदारों के क्षेत्र में कार्रवाई क्यों नहीं कर रही। जबकि सुभाष कॉलोनी से लेकर पथरिया फाटक तक तथा ज्वाला माई क्षेत्र से लेकर धरमपुरा, फुटेरा मोहल्ला, गार्ड लाइन, बस स्टैंड, स्टेशन आदि क्षेत्रों में भी महंगे दामों पर अवैध शराब बिकने की जानकारी सामने आती रही है। वही जिले की अन्य थाना क्षेत्रों में भी गांव गांव अवैध शराब देखने के बाद भी पुलिस की उदासीनता आश्चर्यजनक कही जा सकती है..
1 Comments
पुलिस शराब जरूर जल्दी पकड़ लेती है अब बोतलों में शराब कयी या खाना पूर्ति और वाहवाही लेने पानी तो नहीं भर दिया जाता परंतु पिछले छै माह में मेरी दुकान की तीन बार चोरी हुई एक भी बार भी पुलिस दमोह ने नहीं बताया कि संदिग्ध पकडे गये,,
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