पूर्व मंत्री कुसुम मेहंदेले ने भी कार्रवाई को गलत बताया..
भोपाल/ दमोह/ पन्ना। दमोह विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह की करारी हार के बाद इसका ठीकरा पूर्व मंत्री जयंत मलैया और उनके बेटे के सर पर फोड़े जाने के बाद प्रदेश भाजपा संगठन द्वारा वरिष्ठ नेता जयंत मलैया को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उनके बेटे सिद्धार्थ तथा पांच मंडल अध्यक्षों को पार्टी की सदस्यता से निष्कासित किए जाने की कार्यवाही करते हुए 10 दिन में जवाब मांगा गया था।
प्रदेश भाजपा द्वारा की गई उपरोक्त अनुशासनात्मक कार्यवाही के बाद पूर्व मंत्री जयंत मलैया या उनके बेटे का अभी तक कोई अधिकृत बयान सामने नहीं आया है। वही 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा में उपेक्षित चल रहे शिवराज सरकार के तीन पूर्व मंत्रियों के ट्वीट जरूर श्री मलैया के पक्ष में सामने आ चुके है। पिछले विधान सभा चुनाव में पन्ना से भाजपा टिकट से वंचित की गई पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेत्री कुसुम मेहंदेले ने भी आज ट्वीट करके श्री मलैया को दिए गए नोटिस को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त्त शर्मा संसदीय क्षेत्र की इस उम्र दराज महिला नेत्री के ट्वीट को पार्टी संगठन कितनी गंभीरता से लेता है फिलहाल उसका इंतजार है।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल कार्रवाई को समसामयिक और उचित बता चुके है..उल्लेखनीय की भाजपा संगठन की उपरोक्त कार्रवाई के बाद सबसे पहले दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने ट्वीट करके उपरोक्त कार्रवाई को समसामयिक और उचित ठहराया चुके है। जबकि इसके बाद जबलपुर के पाटन से विधायक और श्री मलैया के खास मित्रों में शुमार पूर्व मंत्री अजय विश्नोई का ट्वीट सामने आया था। जिसमें उन्होंने मलैया के खिलाफ की गई कार्रवाई को गलत बताया था। उल्लेखनीय है कि वर्तमान शिवराज सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर पूर्व में भी श्री विश्नोई अपनी नाराजगी अनेक अवसरों पर जता चुके हैं। इसके बाद रतलाम से वरिष्ठ विधायक रह चुके पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी जोकि श्री मलैया के सजातीय बंधु जैन समाज से होने के साथ लंबे समय से पार्टी में उपेक्षित रहे हैं उनका भी ट्वीट सामने आया था जिसमें उन्होंने श्री मलैया को बलि का बकरा बना जाने की बात कही थी। जबकि इस तरह के हालात से गुजर चुके पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया, केंबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव व भूपेंद्र सिंह आदि के टवीट का अभी इंतजार है।
अटल जी और पटवा जी के निधन के बाद कमजोर पड़ती समर्थक लॉबी.. जिस तरह से शिवराज सरकार के पूर्व मंत्रियों का ट्वीट के जरिए वर्तमान में उपेक्षा का दर्द झलक रहा है उसे भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई और सुंदरलाल पटवा के जाने के बाद उनके समर्थक वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा से जोड़कर भी देखा जा रहा है। केंद्र में मोदी सरकार के गठन के बाद से प्रदेश में आडवाणी समर्थक वरिष्ठ नेताओं को घर बैठाने की उपेक्षा का जो दौर शुरू हुआ था तथा प्रदेश संगठन का नेतृत्व विष्णु दत्त शर्मा को सौंपा गया था उसके बाद जिस तरह से दूसरे दलों से आने वाले नेताओं की पूछ परख पार्टी में बड़ी है उससे उपेक्षित वरिष्ठ नेताओं को अब पूर्व मंत्री श्री मलैया को दिए नोटिस के बहाने संगठन पर निशाना साधने का अवसर भी मिल गया है।
जिला भाजपा कार्यालय में लिखित इस्तीफा लेने की तैयारी
दमोह जिला भाजपा कार्यालय में अब पूर्व मंत्री जयंत मलैया के समर्थन में आने वाले पार्टी नेताओं पदाधिकारियों के लिखित में इस्तीफा दिए जाने की तैयारी शुरू हो गई है। उल्लेखनीय है कि मलैया समर्थक जिला भाजपा महामंत्री रमन खत्री और पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कपिल सोनी के द्वारा कुछ पत्रकारों को बुलाकर प्रदेश भाजपा से अपने निर्णय पर पुनर्विचार की अपील करते हुए मलैया परिवार के पार्टी में योगदान का बखान किया गया था। वही युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष विवेक अग्रवाल द्वारा सोशल मीडिया पर अपने पद से इस्तीफे की जानकारी वायरल की गई थी। जिसके बाद बताया जा रहा है कि जिला भाजपा कार्यालय को खोलने के निर्देश देते हुए जिन भी नेताओं को पार्टी के उपरोक्त निर्णय पर आपत्ति है उनसे अपने इस्तीफे लिखित में मांगे जाने की तैयारी है। अटल राजेंद्र जैन..
2 Comments
भैया भाजपा में जब आडवाणी जी जैसे नहीं बचे तो कोई क्या बच सकता है बाकी सभी समझदार हैं
ReplyDeleteBabaji ki jai ho
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