मलैया परिवार की शक्तिपुत्र महाराज के दरबार मे फिर दस्तक
दमोह। दमोह विधानसभा के उपचुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। 23 मार्च से नामांकन प्रक्रिया शुरू होने जा रही है भाजपा जहां अपना प्रत्याशी कांग्रेश से आए राहुल सिंह को लगभग घोषित कर चुकी है वही पूर्व में भाजपा प्रत्याशी रहे प्रदेश के कद्दावर नेता जयंत मलैया को कांटे की टक्कर देने वाले कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अजय टंडन को एक बार फिर कांग्रेश अपना प्रत्याशी घोषित करने की कगार पर पहुंच गई।
इधर भाजपा टिकट से लगभग बेदखल हो चुके मलैया परिवार का शक्तिपुत्र महाराज के दरबार में बार-बार दस्तक देना भाजपा के साथ प्रत्याशी राहुल सिंह के लिए चिंता का विषय कहा जा सकता है। करीब महीने भर पहले पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया की धर्मपत्नी सुधा मलैया की शक्तिपुत्र महाराज के आश्रम मैं जाकर मुलाकात और आशीर्वाद की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। जिसके बाद राहुल सिंह भी शक्तिपुत्र महाराज के आश्रम में पहुंचे थे लेकिन उनकी शक्तिपुत्र महाराज से मुलाकात नहीं हो पाने की तस्वीर और जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल की गई थी।
हाल ही में डॉ सुधा मलैया की शक्तिपुत्र महाराज के आश्रम में पहुंचकर दोबारा मुलाकात की तस्वीरों के साथ कुछ दिन पूर्व मलैया दंपत्ति के बेटे सिदार्थ व उनकी धर्म पत्नी पूजा मलैया के भी शक्तिपुत्र महाराज के आश्रम में पहुंच कर आशीर्वाद लेने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई है। जिससे शक्तिपुत्र महाराज के दरबार में मलैया परिवार की दस्तक की जानकारी अब गोपनीय नही रह गई है। हालांकि अभी तक इन मुलाकातों का कोई स्पष्ट अर्थ सामने नहीं आया है लेकिन इससे भाजपा के प्रदेश नेतृत्व पर दबाव बनाने के नजरिए से जोड़कर जरूर देखा जा रहा है। क्योंकि सिद्धार्थ मलैया पहले ही साफ कर चुके हैं वह पार्टी लाइन से हटकर नहीं जाएंगे ऐसे में उनके द्वारा उप चुनाव के ठीक पहले दिखाई जा रही सक्रियता पार्टी प्रत्याशी के लिए परेशानी की वजह बनती जा रही है। जबकि पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं।
दमोह उपचुनाव की बेला में भाजपा की राहुल विरोधी टीम का पर्दे के पीछे से सोशल मीडिया पर राहुल को निशाना बनाना चर्चा का विषय बना हुआ है। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल एक कलेंडर में भाजपा के बड़े नेताओं के साथ नए नेता राहुल सिंह को दिखाते हुए कमेंट दिखाया गया है। जिसमे महीना बदलने के पहले यह जनाब पार्टी बदल लेते है लिखकर खिल्ली उड़ाने की कोशिश की गई है। इस कैलेंडर को सोशल मीडिया पर वायरल, शेयर, फारवर्ड करने वालों में विद्यार्थी परिषद से जुड़े एक पुराने पदाधिकारी भूमिका चर्चाओ में है।
राहुल की तस्वीर के साथ "कल आज कल" का बैनर चर्चाओ में
इसी तरह "कल आज और कल" की तस्वीरों वाला एक बैनर भी चर्चाओं में है। इसे लगाए जाने के पीछे भी राहुल विरोधी टीम का ही नाम सामने आ रहा है। वही इसको हटा दिए जाने के बाद मामले में कोतवाली टीआई एचआर पांडे अज्ञात के खिलाफ fir दर्ज करने की बात कर रहे है। इधर सिद्धार्थ समर्थक टीम सोशल मीडिया पर जबरजस्त सक्रियता दर्ज कराकर छौना के समाज सेवी कार्यों का बखान करने के साथ स्थानीय मीडिया को साधने में भी जुटी हुई है। जबकि राहुल के इर्द गिर्द गिने चुने खबरचियों की सक्रियता के साथ इन्ही की सलाह पर चलने तथा मीडिया मैनेजमेंट के नाम पर कंजूसी दिखाना के हालात आने वाले दिनों में घाटे का सौदा साबित होगा इतना तय है। पिक्चर अभी बाकी है
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