मछली बाजार को लेकर रैकवार समाज का हल्ला बोल प्रदर्शन
दमोह। जिला रैकवार मांझी समाज के बैनर तले आज सैकड़ों की संख्या में समाज के लोगों ने चरहाई बाजार क्षेत्र में एकत्रित होने के बाद बकौली घंटाघर होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया तथा बाद में प्रशासन के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। जिसमें मछली बाजार को यथा स्थान रखे जाने की मांग की गई है। इस प्रदर्शन के चलते मीट मार्केट से जुड़े लोग जहां राहत महसूस करते नजर आए किराना व्यापारी शहद थोक व्यापार कारोबार करने वाले यहां के दुकानदार बेहद तनावग्रस्त देखें गए।
आज रैकवार समाज के लोगों के द्वारा जुलूस प्रदर्शन कर प्रशासन को अपना पक्ष रखते हुए ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमें स्पष्ट किया गया है कि रैकवार समाज के लोग यहां पर पचासो वर्षों से तालाब किनारे और साइड में मछलियां बेचकर जीवन यापन कर रहे हैं यदि इनको हटा दिया जाता है तो उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। जिससे मछली बाजार को यथा स्थान रखे जाने की मांग ज्ञापन में करते हुए जिन दुकानदारों को यहां पर पट्टे आदि दिए गए हैं उन को निरस्त किए जाने की मांग की गई है।
मांझी रैकवार समाज के युवा अध्यक्ष मोंटी रैकवार का कहना था कि नगर के चरहाई बाजार क्षेत्र में तालाब के किनारे अनेको वर्षों से रैकवार समाज के लोगों द्वारा मछलियां बेचे जाने से यह क्षेत्र मच्छयाई के नाम से भी जाना जाता है। इधर यहां से थोड़ी दूरी पर अन्य समाज के लोगों द्वारा सड़क किनारे मीट मटन की दुकानें अनेको वर्षो से लगाई जाती है जिससे इस स्थान को मीट मार्केट के नाम से जाना जाता है। वही यहा पर बड़ी संख्या में किराना सहित अन्य सामग्री की दुकाने बड़ी संख्या में संचालित है। जिनक बाहर गाड़ियों में लोडिंग अनलोडिंग होते रहने से ट्रैफिक जाम के हालात दिनभर बनते रहते हैं।
यहां थोक मार्केट आवागमन बढ़ने के साथ मीट मटन की दुकान भी सड़क किनारे बढ़ने से दूषित प्रदूषित माहौल का सामना सभी को करना पड़ता है। जिसके चलते यहां से मीट मार्केट को हटाए जाने की मांग लंबे समय से की जाती रही है वहीं प्रशासन द्वारा भी मीट मार्केट को सीता बावड़ी क्षेत्र में शिफ्ट किए जाने के लिए पक्का कांप्लेक्स बनवाया जा रहा है। वही मछली बेचने वालों को पुराना तालाब के समीप महाराणा प्रताप स्कूल मैदान में शिफ्ट किए जाने की कबायद भी की जाती रही है।
मीट मार्केट हटाने की मांग का ज्ञापन पूर्व दे चुके हैं संगठन
हालांकि इस जनहित याचिका में दिए गए आदेश के संदर्भ में यह स्पष्ट जानकारी नहीं है कि मीट मार्केट के साथ मछली बाजार को भी शिफ्ट किए जाने के निर्देश दिए गए हैं अथवा सिर्फ मीट मार्किट को ? लेकिन मछली बेचने वालों के प्रदर्शन से मीट मार्केट वाले अप्रत्यक्ष तौर पर इस प्रदर्शन को अपने पक्ष में मान कर खुश नजर आ रहे हैं जबकि किराना सहित अन्य थोक व्यापार करने वाले बेहद टेंशन में तनावग्रस्त देखे जा सकते है।
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