मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 27 फरवरी को दमोह आएंगे..
भोपाल/दमोह। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अब 27 फरवरी को दमोह नगर आगमन होने जा रहा है। इस दौरान वह तहसील ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास सहित अनेक कार्यों का लोकार्पण भी करेगे। मुख्यमंत्री के दमोह में करीब 5 घंटे तक रहने के बावजूद मेडिकल कॉलेज स्थल पर भूमि पूजन का आयोजन नहीं यह जाने की एक वजह दो नेताओं के बीच मेडिकल की जगह को लेकर जारी रस्साकशी भरे हालात बताए जा रहे हैं।
दमोह विधानसभा उप चुनाव की घोषणा के पूर्व एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दमोह आने के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 27 फरवरी को सुबह 11:00 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा हेलीकॉप्टर से दमोह आ रहे हैं। इस दौरान वह करीब 5 घंटे तक दमोह में रह कर विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होकर आगामी दमोह विधान सभा के उपचुनाव की राजनीतिक सजावट जमावट को अंतिम रूप देंगे। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए आज जिला भाजपा अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी के साथ मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग कारपोरेशन एंड लॉजिस्टिक के चेयरमैन राहुल सिंह ने भोपाल पहुंचकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा से मुलाकात की तथा कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया। इस दौरान मेडिकल कॉलेज हेतु भूमि पूजन को लेकर जारी गहमागहमी सबसे अहम रही।
चयनित स्थान के बजाय तहसील ग्राउंड पर शिलान्यास..
राजनीतिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दमोह आगमन के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी करेंगे। लेकिन यह शिलान्यास मेडिकल कॉलेज के लिए चिन्हित भूमि के बजाय कार्यक्रम स्थल तहसील ग्राउंड पर किया जाएगा। बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज के लिए जिस जगह का अब चयन किया गया है वह जबलपुर मार्ग पर अथाई ग्राम पंचायत के आसपास स्थित है। जबकि मध्य प्रदेश वेयर हाउसिंग एंड लार्जेस्ट कारपोरेशन के चेयरमैन राहुल सिंह की पसंद बांदकपुर हिंडोरिया रोड पर समन्ना तिराहे के पास की जगह थी। यहां पर मेडिकल कॉलेज लाने के पीछे उनकी मंशा इस क्षेत्र के पिछड़ेपन को दूर करना था। लेकिन सूत्रों का कहना है कि उनकी यह पहल उन राजनीतिक प्रभावशाली लोगों को नागवार गुजरी जिनकी काफी जमीन जबलपुर सागर तथा अथाई व इसके आसपास स्थित है। इन्हीं के दबाव में ऐन मौके पर समन्ना की जगह अथाई क्षेत्र की भूमि को मेडिकल कॉलेज के लिए फाइनल किए जाने की खबर है।
भाजपा के लिए गले की फांस बन सकता है अथाई क्षेत्र..
मेडिकल कॉलेज का निर्माण जबलपुर रोड पर अथाई क्षेत्र में किए जाने की घोषणा आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए गले की फांस भी बन सकती है। क्योंकि इसको लेकर अब बांदकपुर समन्ना क्षेत्र से लगी दर्जनों ग्राम पंचायतों तथा दमोह विधानसभा के इस तरह की क्षेत्र के लोगो में इस बात की नाराजगी देखी जा रही है की पहली बार इस इलाके के विकास के लिए कोई कार्य होने जा रहा था और उसे भी छीन कर उसी क्षेत्र में ले जाया जा रहा है जहां पिछले 15 सालों से सब कुछ होता रहा है। उल्लेखनीय है कि बांदकपुर क्षेत्र के उत्साही युवाओ ने तो समन्ना क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन चयनित होने की खबर के बाद कालेज का नाम जागेश्वर नाथ मेडिकल कॉलेज रखने की मांग भी शुरू कर दी थी। लेकिन क्षेत्र के युवाओं को जैसे ही यह भनक लगी कि प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज स्थल उनके इलाके में नही आ रहा है तो उनके बीच जबरदस्त नाराजगी भरा माहौल देखने को मिल रहा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले 15 वर्षों में जबलपुर सागर, बालाकोट नाका और इमलाई हटा नाका क्षेत्र में जितना डेवलपमेंट हुआ है उसकी तुलना में धरमपुरा नाका क्षेत्र के हालात आज भी जहां के तहां है। यहां तक की रेलवे लाइन क्रॉस करने के लिए अंडर ब्रिज या ओवरब्रिज के लिए भी यहां के लोग तरसते रहे हैं। ऐसे में राहुल सिंह की बदौलत मिलने वाली मेडिकल कालेज की सौगात भी यदि समन्ना इलाके के लोगों से छिन जाती है तो उसको लेकर नाराजगी होना स्वाभाविक है। पिक्चर अभी बाकी है..
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