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पंचायत के सड़क निर्माण कार्य हेतु तालाब से अवैध मुरम खनन परिवहन कराना महंगा पड़ा.. पुलिस ने खनन में लगी जेसीबी और परिवहन में लगे ट्रैक्टरों को जप्त करके चालको को पकड़ा.. सरपंच के खिलाफ भी एफआईआर की तैयारी..

 खनन में लगी जेसीबी और परिवहन में लगे ट्रैक्टर जप्त.. 

दमोह। पंचायती राज व्यवस्था तहत मनरेगा के कार्यों में जेसीबी का उपयोग कोई नई बात नहीं है वही अवैध खनन परिवहन करके ग्रामीण सड़कों का निर्माण भी धड़ल्ले से कराए जाने का सिलसिला लगा तार जारी है। इसी कड़ी में अवैध खनन परिवहन में लगी जेसीबी तथा ट्रैक्टरों को जप्त करने की बड़ी कार्यवाही बटियागढ़ थाना पुलिस द्वारा की गई है। जिससे खनन माफिया में हड़कंप के हालात बने हुए हैं वही पुलिस द्वारा आरोपी सरपंच के खिलाफ भी एफआईआर की तैयारी बताई जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बटियागढ़ जनपद की तिंदुआ ग्राम पंचायत में चल भाई सड़क निर्माण कार्य हेतु आलमपुर तालाब मोरम का जेसीबी से खनन करा कर ट्रैक्टर के जरिए परिवहन कराने का अवैध कार्य किया जा रहा था। जिसकी सूचना मिलने पर बटियागढ़ थाना प्रभारी टीआई वीरेंद्र बहादुर सिंह के नेतृत्व में मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए एक जेसीबी को खनन करते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। 

जप्त की गई जेसीबी इटवा हटा निवासी पदम सिंह की बताई जा रही है। जिसे चलाते हुए आपरेटर परसोत्तम को गिरफ्तार किया गया है। यहां पकड़े गए तीन ट्रैक्टरों में स्वराज ट्रैक्टर शेखपुरा के भगवान दास का, पावर ट्रेक कुमरवाडा के धर्मेंद्र अठ्या का तथा सोनाली ट्रैक्टर सेहरा के सुरेंद्र सिंह लोधी का बताया गया है। दो अन्य ट्रैक्टरों के साथ चालक सुबराती तथा गंज बरखेड़ा का महेश लोधी पकड़ा गया है। इधर गिट्टी से भरे छतरपुर के जुझारपुर क्षेत्र का एक डंपर भी जप्त किया गया है। मामले में तिंदुआ सरपंच परसू आदिवासी के खिलाफ भी अपराधिक प्रकरण दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

 पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि खनिज विभाग की मिलीभगत या अनदेखी के चलते पंचायतों में धड़ल्ले से जहां अवैध उत्खनन परिवहन जोरों पर है वही जनपद सीईओ और इंजीनियरों की अनदेखी के चलते मनरेगा के कार्य मशीनों के जरिए धड़ल्ले से कराए कर फर्जी मास्टर बनाए जाने का गोरखधंधा भी बटियागढ़ क्षेत्र में चरम सीमा पर चल रहा है खासकर एक महिला इंजीनियर के अधीनस्थ ग्राम पंचायतों के 80 परसेंट कार्य कागजों में संचालित होने, इन पंचायतों मैं विकास नाम का कार्य तलाशने पर भी कहीं नहीं मिलता। लेकिन जनपद सीओ के संरक्षण के चलते ढाक के तीन पात जैसे हालात बने हुए हैं। वही बटियागढ़ क्षेत्र में एक रोजगार सहायक पंचायत सचिव द्वारा दर्जनों ग्राम पंचायतों का कार्य कराए जाने जैसे हालात सभी की जानकारी में होने के बावजूद जांच कार्यवाही नहीं किया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। पिक्चर अभी बाकी है

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1 Comments

  1. तालाब का गहरीकरण हो रहा होगा ये अच्छा था वैसे,,

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