व्यापारियों के साथ प्रताड़ना का व्यवहार ना करे पुलिस : कैट
भोपाल/दमोह। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) मध्यप्रदेश ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी से मिलकर आग्रह किया कि पुलिस व्यापरियों के साथ प्रताड़ना का व्यवहार ना करे। उन्होंने बताया कई बार भीड़तंत्र के दबाव में एक सफल व्यवसाई के ऊपर हत्या, हत्या के प्रयास, आत्म हत्या के लिए उकसाने जैसे झूठे प्रकरण पुलिस द्वारा दर्ज किये जाते हैं। हम अनेकों बार ऐसे प्रकरणों में जब पुलिस अधीक्षक से मिले तो ज्ञात होता है कि भीड़तंत्र का दबाव जब पुलिस थाने अथवा पुलिस अधिकारियों के दरवाजे पर होता है तो उसे शांत करने के लिए इस प्रकार के असंवैधानिक प्रकरण दर्ज किये जाते हैं जिससे एक व्यापारी की प्रतिष्ठा और उसके जीवन का कैरियर दोनों दांव पर लग जाते हैं।
पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी से प्रदेशभर में थाना स्तर पर व्यापारिक समितियों के गठन के संबंध में कैट प्रतिनिधिमंडल ने विस्तृत जानकारी दी और इसके सफल क्रियान्वयन से बाजारों में ट्रैफिक व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, सीसी टीवी कैमरे, नौकरों का वैरिफिकेशन, व्यापारियों के ड्रायवरों का वैरिफिकेशन सहित अनेक ऐसे मामले हैं, जो थाने स्तर की व्यापारिक समितियों में आसानी से क्रियान्वित किये जा सकते हैं। कैट प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन, संयुक्त अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, कोषाध्यक्ष मनोज चौरसिया, कोर टीम के सदस्य सुरेन्द्र जैन माल्थौन, पवन जैन पीएस शिवपुरी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक गोयल, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हरिकांत समाधिया, राकेश सिंह राठौर सहित अनेक पदाधिकारी शामिल थे।
कैट के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने सभी व्यापारिक संगठनों से अनुरोध किया है कि वह अपनी जानकारी कैट पदाधिकारियों तक भेजें ताकि थाना स्तर की व्यापारिक समितियों का गठन शीघ्रातिशीघ्र किया जा सके।
दमोह कैट प्रभारी माणिक चंद सचदेव, मध्यप्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जुगल अग्रवाल,प्रमोद बजाज एवं जिलाध्यक्ष राकेश अग्रवाल ने बताया कि पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी ने कैट के इस प्रस्ताव पर अविलम्ब कार्यवाही कर प्रेदश भर में थाना स्तर की व्यापारिक समितियों के गठन के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सामुदायिक पुलिसिंग को आवश्यक निर्देश प्रदान किये। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस सदैव व्यापारियों के साथ है और किसी भी प्रकार की समस्या के लिए हम पुलिस महानिदेशक कार्यालय को अपनी बात लिखकर भेजें तो निश्चित रूप से उस पर संवैधानिक कार्यवाही होगी।
1 Comments
बहुत अच्छा कदम है लेकिन पुलिस पैसे ऐंठने के लिये व्यापारियों को अपना निशाना बनाती है
ReplyDelete