निजी संस्थाओं को फायदा पहुचाने की कवायद का आरोप
दमोह। सरकारी कॉलेजों में एडमिशन नहीं मिलने से छात्र-छात्राए परेशान हो रहे है। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने तद संदर्भ में एक ज्ञापन सौंपते हुए उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशों की ओर ध्याना कर्षित कराया है। तथा इस तरह के हालातों को निजी संस्थाओं को फायदा पहुचाने की कवायद बताते हुए विभिन्न संकायों में सीट संख्या बढ़ाए जाने की मांग की है।
एनएसयूआई पदाधिकारियों ने शासकीय कॉलेज में छात्र छात्राओं के प्रवेश आवेदन अधिक संख्या में आने के बाद भी उन्हें एडमिशन न मिलने पर सीट संख्या बढ़ाने की मांग करते हुए एक ज्ञापन अग्रणी कॉलेज पहुचकर दिया। जिसमे ंएनएसयूआई के जिलाध्यक्ष शुभम तिवारी ने उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी डॉ धीरेंद्र शुक्ल द्वारा हस्ताक्षरित 06 अक्टूबर को जारी पत्र का हवाला देते हुए बताया कि इसमें भी लिखा है कि अत्यधिक संख्या में विद्यार्थियों द्वारा प्रवेश आवेदन प्राप्त होने पर, संसाधनों की समीक्षा कर कुल सीट का 30 प्रतिशत सीट संख्या तक वृद्धि की जा सकती है। परंतु कुछ ऐसे है विषय हैं जिनमें अभी भी राजनीति शास्त्र ,अंग्रेजी साहित्य, हिंदी साहित्य, बीएससी सीबीजेड, समाजशास्त्र आदि में सौ से अधिक वेटिंग है। जिसको विशेष परिस्थिति में आयुक्त से अनुमति लेकर सीट संख्या में और अधिक व्रद्धि की जा सकती है। फिर भी छात्रों को प्रवेश न मिलना अनुचित है जबकि यहां पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं।
एनएसयूआई पदाधिकारियों ने भाजपा सरकार पर घोषणाए करने के बाद उसे वास्तविक पटल पर नहीं लाने के आरोप लगाते हुए कहां कि यहां भी एडमिशन न देकर, छात्रों का समय सिर्फ इसलिये बर्बाद किया जा रहा है जिससे बच्चे निजी कॉलेज विश्वविद्यालय की ओर रुख कर लें। पहले भी यहां के सरकारी कॉलेज में आयोजित होने वाले प्लेसमेन्ट वर्कशॉप औपचारिकता मात्र ही सिद्ध हुए है। रोजगार के लिये कैम्प तो लगते रहे पर छात्रों को काम नहीं मिला, अब अध्ययन से भी वंचित किया जा रहा है। ज्ञापन अवसर पर शुभम तिवारी जिला अध्यक्ष एनएसयूआई, आमिर खान ,आशीष सेन, हेमेंद्र प्रताप,सर्वेंद्र कुमार,विनय कुमार राजा बाल्मीक, अभिषेक ठाकुर, गौरव अवस्थी, अनुराग जाटव, अनिकेत दुबे, सोनू सेन, राजेंद्र अहिरवार, बलराम रैकवार रवि विश्वकर्मा सहित अन्य पदाधिकारियों की मौजूदगी रही।
0 Comments