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केंद्र सरकार के कृषि बिलों के विरोध में.. किसानों ने खेतों में बिजूका की तरह खड़े किए नेताओं के पुतले.. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के पुतले भी खड़े नजर आए.. कांग्रेसियों के साथ किसानों ने पुतला दहल करके विरोध प्रदर्शन किया..

 किसानों ने जगह जगह पुतला दहन किया.. 

दमोह। केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये कृषि बिलों को वापस लेने की मांग को लेकर जिला किसान कांग्रेस कमेटी के आवाहन पर आज जिले में सैकड़ो जगह किसानों के खेत पर पुतला दहन कर किसानों के साथ कांग्रेस जनों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान अनेक खेतों में मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के पुतले भी खड़े नजर आए। इनकों भी जलाकर कांग्रेसियों के साथ किसानों ने अपना आक्रोष व्यक्त किया। 

इस संबंध में किसान कांग्रेस  के जिलाध्यक्ष नितिन मिश्रा ने बताया कि इन बिलों के माध्यम से पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने की साजिश की जा रही हैं भंडारण की सीमा समाप्त होने से काला बाजारी जमाखोरी बढ़ेगी, न्यायालय जाने का अधिकार न होने से किसान एसडीएम कलेक्टर कार्यालय के चक्कर लगाकर परेशान हो गया हैं। सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य का कानून लाने चाहिए ताकि किसान को फसल के दाम को गारंटी मिले।


सेवादल द्वारा बिल के विरोध में अध्यक्ष वीरेन्द्र ठाकुर के नेतृत्व में बाईपास खेत पर, पिछड़ा वर्ग उपाध्यक्ष धर्मवीर राय के नेतृत्व में कौंरासा, संतोष रजक ब्लाॅक अध्यक्ष के द्वारा ग्राम सांसा, पथरिया ब्लाॅक अध्यक्ष रत्नेश सोनी द्वारा पथरिया, उपाध्यक्ष योगेश पटैल द्वारा ग्राम बरी, रोहित मुद्द द्वारा सीतानगर, नाना देशमुख द्वारा हटा, जगदीश लोधी, संजू मदारी द्वारा भटिया पटेरा, राघवेन्द्र सिंह, दुर्गेश नामदेव द्वारा अभाना, सूरज सींग द्वारा जमुनिया, हीरा सींग सरपंच द्वारा सलैया, साथियों सहित प्रदर्शन किया गया।

 जिसमें उमाशंकर चैबे, शमीम खान, नीलेश राय, विनोद पटैल, हल्के महराज, वीरेन्द्र सोनी, सतेन्द्र राजपूत, अशोक विश्वकर्मा, छोटू शुक्ला, ताहिर खान, संदीप पाटकर, प्रमेन्द्र चन्द्राकर, मार्तण्ड ठाकुर, संदीप बरदिया, ऋृतु यशोधरन, अमित बिदौलया, ज्ञानी विश्वकर्मा, गणेश नामदेव सहित किसान साथियों की मौजूदगी रही। बिल को जल्द वापस लेने की मांग कर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई। 

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