अंर्त्तराज्यीय साँसी गिरोह, नाबालिग सदस्य पकड़ा
राजगढ़ जिले में मिली पुलिस को सफलता..
एसपी मयंक अवस्थी ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये आरोपियो की गिरफ्तारी हेतु आईजी सागर अनिल शर्मा के निर्देशन’ में उनके तथा एएसपी बीके एस परिहार के मार्ग दर्शन मे एसडीओपी गुनौर पियूष मिश्रा के नेतृत्व मे पुलिस टीमो का गठन किया गया था। पुलिस टीमो द्वारा सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर अज्ञात आरोपियो की तलाश हेतु फुटेज के आधार पर मिले गाडी नम्बर एमपी 09 डब्लूडी 8548 के मालिक का नाम पता किये जाने पर उक्त गाडी मोकम सिंह निवासी कडिया साँसी जिला राजगढ के नाम पर होना पाया गया। एवं सायबर सेल की मदद से फुटेज को आधार मानकर पुलिस टीम को कडिया साँसी जिला राजगढ रवाना किया गया। जहां पुलिस टीम द्वारा कडिया साँसी पहुँचकर आरोपियो की तलाश की गई। तभी सायबर सेल के सहयोग एवं मुखबिर की से सूचना प्राप्त हुई कि मामले के आरोपी पिपलिया रसोदा तिराहा बोडा राजगढ में खडे है कही बाहर जाने की फिराक में है पुलिस द्वारा तत्काल मुखबिर के बताये स्थान पर जाकर देखा गया जो 04 व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगे पुलिस द्वारा दौडकर उनका पीछा किया गया। जिनमें से एक विधि विरूद्ध बालक पुलिस की गिरफ्त में आ गया। बाकि 03 लोग भागने मे सफल हो गये।
पूछताछ में बालक ने पुलिस को बताया कि करीबन महिने भर पहले उसके गाँव के कबीर सिसोदिया और बसंत सिसोदिया ने कहा था कि पन्ना जिले में काम करने चलना है तो मैने कहा ठीक है चलते है। उसके बाद हम 2 जुलाई की रात में मेरे मामा की क्रेटा गाडी से जिसे बंटी सिसोदिया चला रहा था उसे लेकर पन्ना जिले मे अमानगंज आ गये। जहां कबीर व बसंत ने सेण्ट्रल बैंक की पहचान कराते हुये कहा कि हम लोगो को आज यहाँ काम करना है। बैंक खुलते ही मै बैंक के अन्दर चला गया मेरे पीछे कबीर एवं बसंत भी मुँह बाँधकर आ गये। बंटी गाडी चालू किये गाडी मे ही बैठा रहा, मैंने बैंक अन्दर जाकर देखा तो एक व्यक्ति काले रंग का बैग लिये हुये दिखा जिसने बैग को काउण्टर पर रख दिया। तभी मैने मौका पाकर बैग चोरी कर लिया एवं तीनो लोग बैंक से निकलकर गाडी में बैठकर वहाँ से वापस अपने गाँव आ गये। तभी बसंत द्वारा कहा गया कि अभी पैसा नही बाँटना है पूरा पैसा बच्चे के पास रख देते है यहा बच्चा है इस पर कोई शक नही करेगा। उसके कुछ दिन बाद कबीर, बसंत, बंटी मेरे पास आये और बैग से 30 हजार रूपये एवं बैग मे रखे कागजात लेकर चले गये।
उसके बाद आज दिनांक 13 अगस्त को बसंत, कबीर एवं बंटी मेरे पास आकर बोले जल्दी से रूपये से भरा बैग निकालो हम लोगो को पकडने के लिये बाहर से पुलिस आई है। फिर हम लोग क्रेटा गाडी एवं रूपयो से भरा बैग घर से लेकर रिश्तेदारी मे जा रहे थे। तभी गाँव के बाहर पिपलिया रसोदा तिराहा पर पुलिस दिखी तो सभी लोग गाडी छोडकर भागने लगे मैं भी भाग रहा था। उसके बाद पुलिस ने मुझे पकड लिया। पैसो से भरा बैग गाडी की डिग्गी मे रखा है उसके बाद ’पुलिस टीम द्वारा विधि विरूद्ध बालक को पुलिस अभिरक्षा मे लिया जाकर उक्त पैसो से भरा बैग (रूपये 4 लाख 77 हजार) एवं क्रेटा कार कीमती लगभग 10 लाख रूपये की जप्त की गई। अन्य तीन आरोपी एवं गाडी मालिक फरार है जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है।
मामले के पर्दाफाश में सराहनीय योगदान-
पन्ना। अमानगंज में हीरो बाइक की एजेंसी चलाने वाले शमशेरचन्द्र असाटी करीब सवा माह पहले सेन्ट्रल बैंक में उठाईगिरी के शिकार हो गए थे। दोपहर करीब 12 बजे में बैंक में पांच लाख से अधिक की राशि जमा कराने गए श्री असाटी के बैग को काउंटर से लेकर अज्ञात आरोपी फरार हो गए थे। बैंक के सीसीटीवी कैमरे में तीन लोग जिसमे एक लड़का जो नाबालिक था तीनों दौड़ते हुए बैग लिए रोड किनारे सफेद रंग की कार मे बैठकर भागते नजर आए थे। 3 जुलाई को घटना की रिपोर्ट पर अमानगंज थाने मे प्रकरण दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की थी वहीं पुलिस के लिए उठाईगिरी की इस बारदात का पता लगाना चुनौती बना हुआ था।पन्ना एसपी मयंक अवस्थी ने 14 अगस्त को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि राजगढ़ जिले से पुलिस ने अपराध में प्रयुक्त कार के साथ पौने पांच लाख से अधिक की नगदी बरामद करने में सफलता हासिल की है। बारदात में शामिल एक नाबालिग को भी पकड़ लिया गया है वहीं आरोपी बसंत सिसोदिया, .कबीर सिसोदिया, बन्टी सिसोदिया एवं. मोकम सिसोदिया सभी निवासी कडिया साँसी मालिक फरार है। जिनकी तलाश की जा रही है। पूर्व में भी उक्त आरोपियो द्वारा मप्र मे उमरिया, दमोह, पन्ना एवं अन्य राज्यो मे घटनाये कारित की गई है। फरार आरोपियो की गिरफ्तारी होने पर अन्य जिलो एवं राज्यो के अपराधो मे खुलासा होने की संभावना है मामले की विवेचना जारी है।’कडिया गाँव के इस गिरोह द्वारा म.प्र. के अलावा देश के सभी राज्यो मे चोरी करने की घटनाये कारित की जा रही है इस गिरोह द्वारा मुख्यतह नाबालिक बच्चो का उपयोग करते हुये बैंक एवं शादी समारोहो को टारगेट करके चोरी की वारदातो को अंजाम दिया जाता है।’
राजगढ़ जिले में मिली पुलिस को सफलता..
एसपी मयंक अवस्थी ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये आरोपियो की गिरफ्तारी हेतु आईजी सागर अनिल शर्मा के निर्देशन’ में उनके तथा एएसपी बीके एस परिहार के मार्ग दर्शन मे एसडीओपी गुनौर पियूष मिश्रा के नेतृत्व मे पुलिस टीमो का गठन किया गया था। पुलिस टीमो द्वारा सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर अज्ञात आरोपियो की तलाश हेतु फुटेज के आधार पर मिले गाडी नम्बर एमपी 09 डब्लूडी 8548 के मालिक का नाम पता किये जाने पर उक्त गाडी मोकम सिंह निवासी कडिया साँसी जिला राजगढ के नाम पर होना पाया गया। एवं सायबर सेल की मदद से फुटेज को आधार मानकर पुलिस टीम को कडिया साँसी जिला राजगढ रवाना किया गया। जहां पुलिस टीम द्वारा कडिया साँसी पहुँचकर आरोपियो की तलाश की गई। तभी सायबर सेल के सहयोग एवं मुखबिर की से सूचना प्राप्त हुई कि मामले के आरोपी पिपलिया रसोदा तिराहा बोडा राजगढ में खडे है कही बाहर जाने की फिराक में है पुलिस द्वारा तत्काल मुखबिर के बताये स्थान पर जाकर देखा गया जो 04 व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगे पुलिस द्वारा दौडकर उनका पीछा किया गया। जिनमें से एक विधि विरूद्ध बालक पुलिस की गिरफ्त में आ गया। बाकि 03 लोग भागने मे सफल हो गये।
पूछताछ में बालक ने पुलिस को बताया कि करीबन महिने भर पहले उसके गाँव के कबीर सिसोदिया और बसंत सिसोदिया ने कहा था कि पन्ना जिले में काम करने चलना है तो मैने कहा ठीक है चलते है। उसके बाद हम 2 जुलाई की रात में मेरे मामा की क्रेटा गाडी से जिसे बंटी सिसोदिया चला रहा था उसे लेकर पन्ना जिले मे अमानगंज आ गये। जहां कबीर व बसंत ने सेण्ट्रल बैंक की पहचान कराते हुये कहा कि हम लोगो को आज यहाँ काम करना है। बैंक खुलते ही मै बैंक के अन्दर चला गया मेरे पीछे कबीर एवं बसंत भी मुँह बाँधकर आ गये। बंटी गाडी चालू किये गाडी मे ही बैठा रहा, मैंने बैंक अन्दर जाकर देखा तो एक व्यक्ति काले रंग का बैग लिये हुये दिखा जिसने बैग को काउण्टर पर रख दिया। तभी मैने मौका पाकर बैग चोरी कर लिया एवं तीनो लोग बैंक से निकलकर गाडी में बैठकर वहाँ से वापस अपने गाँव आ गये। तभी बसंत द्वारा कहा गया कि अभी पैसा नही बाँटना है पूरा पैसा बच्चे के पास रख देते है यहा बच्चा है इस पर कोई शक नही करेगा। उसके कुछ दिन बाद कबीर, बसंत, बंटी मेरे पास आये और बैग से 30 हजार रूपये एवं बैग मे रखे कागजात लेकर चले गये।
उसके बाद आज दिनांक 13 अगस्त को बसंत, कबीर एवं बंटी मेरे पास आकर बोले जल्दी से रूपये से भरा बैग निकालो हम लोगो को पकडने के लिये बाहर से पुलिस आई है। फिर हम लोग क्रेटा गाडी एवं रूपयो से भरा बैग घर से लेकर रिश्तेदारी मे जा रहे थे। तभी गाँव के बाहर पिपलिया रसोदा तिराहा पर पुलिस दिखी तो सभी लोग गाडी छोडकर भागने लगे मैं भी भाग रहा था। उसके बाद पुलिस ने मुझे पकड लिया। पैसो से भरा बैग गाडी की डिग्गी मे रखा है उसके बाद ’पुलिस टीम द्वारा विधि विरूद्ध बालक को पुलिस अभिरक्षा मे लिया जाकर उक्त पैसो से भरा बैग (रूपये 4 लाख 77 हजार) एवं क्रेटा कार कीमती लगभग 10 लाख रूपये की जप्त की गई। अन्य तीन आरोपी एवं गाडी मालिक फरार है जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है।
मामले के पर्दाफाश में सराहनीय योगदान-
थाना प्रभारी अजयगढ निरीक्षक अरविंद कुजूर, थाना प्रभारी अमानगंज उनि राकेश तिवारी, थाना प्रभारी बृजपुर उनि सिद्धार्थ शर्मा, चैकी प्रभारी सिविल लाइन उनि अभिषेक पाण्डेय, सउनि आर.एल.नापित, सउनि भगवत दयाल, प्र0आर0 अशोक शर्मा, आई.जी. आफिस सायबर सेल से आर0 प्रदीप यादव, विजय शुक्ला एवं पन्ना सायबर सेल से नीरज रैकवार, आशीष अवस्थी , धर्मेन्द्र सिंह राजावत, एवं पुलिस टीम से आर0 आईमात सेन, आर0 राकेश पटेल, वृषकेतु रावत, सर्वेन्द्र कुमार , तुलसी , बृजेश, राजीव प्र0आर0 चालक अशोक चैरसिया का विशेष योगदान रहा । पुलिस महानिरीक्षक सागर जोन सागर द्वारा उक्त पुलिस टीम को घोषित ईनाम से पुरुस्कृत करने की घोषणा की गई है ।
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