दमोह के एक और व्यक्ति की सागर में कोरोना से मौत..
पर्यूषण पर्व के दौरान जैन समाज के लिए लगातार दुखद खबरें सामने आ रही है। बीती रात वरिष्ठ समाजसेवी और जैन पंचायत के संरक्षक श्री विमल लहरी का जिला अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था। इनकी कोरोना रिपोर्ट भी 2 दिन पूर्व पाजेटिव आई थी। वही इलाज के लिए भर्ती कराए जाने के दूसरे ही दिन इनका निधन हो गया। रविवार को प्रशासन के दिशा निर्देशन में हटा नाका मुक्तिधाम में इनकी अंत्येष्टि संपन्न हुई।
दमोह। एक और व्यक्ति की कोरोना संक्रमण से सागर में इलाज के दौरान निधन हो जाने की दुखद खबर सामने आई है। कोरोना से हुई इस मृत्यु को मिलाकर जिले में अभी तक करीब डेढ़ दर्जन लोग कोरोना संक्रमण की बजह से मौत के आगोश में समा चुके है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग का आंकड़ा इससे कुछ कम दर्शा रहा है। खास बात यह है कि इनमें से करीब दर्जन भर मौत सागर में हुई है। जिससे दमोह जिला अस्पताल से सागर रेफर किए जाने और सागर बीएमसी में जारी कोरोना की इलाज व्यवस्था पर भी अब मृतकों के पीड़ित परिजन सवाल उठाने से नहीं चूक रहे हैं।30 अगस्त को सागर मेडिकल कॉलेज में इलाजरत दमोह के नेमी नगर निवासी कैलाश चंद जैन के निधन की सूचना ने लोगों को सकते में डाल दिया। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से श्री कैलाश जैन उम्र करीब 60 वर्ष अस्वस्थ चल रहे थे। तीन दिन पूर्व उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। दमोह में इलाज के दौरान उनकी हालत स्थिर रहने की वजह से 2 दिन पूर्व सागर रेफर किया गया था। जहां से आज उनके निधन की खबर सामने आई। सागर में ही शासन की गाइड लाइन के अनुसार अंत्येष्टि किए जाने की जानकारी सामने आई है।
पर्यूषण पर्व के दौरान जैन समाज के लिए लगातार दुखद खबरें सामने आ रही है। बीती रात वरिष्ठ समाजसेवी और जैन पंचायत के संरक्षक श्री विमल लहरी का जिला अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था। इनकी कोरोना रिपोर्ट भी 2 दिन पूर्व पाजेटिव आई थी। वही इलाज के लिए भर्ती कराए जाने के दूसरे ही दिन इनका निधन हो गया। रविवार को प्रशासन के दिशा निर्देशन में हटा नाका मुक्तिधाम में इनकी अंत्येष्टि संपन्न हुई।
यहां उल्लेखनीय कि पिछले एक माह में कोरोनावायरस से इलाज के दौरान मौत के आंकड़े में जहां लगातार इजाफा हो रहा है वही दमोह जिले के जिन लोगों की मृत्यु कोरोना से होना बताया जा रहा है उनमें से अधिकांश बुजुर्ग तथा अन्य बीमारियों से भी पीड़ित रहे हैं। वही जिला अस्पताल में इनकी हालत में सुधार नहीं हो पाने पर सागर रेफर किए गया था। लेकिन बुजुर्गों की मौत के बाद इनके परिजन सागर बीएमसी में मरीजों की देखरेख एवं इलाज व्यवस्था पर सवाल उठाने से नहीं चूक रहे हैं। वही दमोह जिला अस्पताल में भी कोरोना पीड़ितों का इलाज संभव नहीं होने को लेकर सोशल मीडिया पर टिकट टिप्पणियों का दौर देखने को मिल रहा है। सभी को विनम्र श्रद्धांजलि
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