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लाक डाउन 5 में आज से "वहीं घोड़ा वही मैदान'.. करीब 75 दिन बाद रात साढ़े आठ तक कारोवार में छूट से व्यवसायी उत्साहित.. इधर निगेटिव रिपार्ट के बीच कोरोना को मात देकर घर पहुचे 17 दमदार.. दमोह पथरिया हिंडोरिया में एडमिट 10 कोविड 19 की सेहत में जारी है तेजी से सुधार..

आज से रात साढ़े आठ तक कारोवार करने मिली छूट 
दमोह। लाक डाउन 5 में बाजार मं चहल पहल से लेकर रौनक वापिा लौटना शुरू हो गई। 2 जून मंगलवार को दमोह नगर का बाजार पूरी तरह से बंद रहने के बावजूद सड़कों पर आवाजाही बनी रही। इधर बुधवार 3 जून से रात साढे़ आठ बजे तक समस्त व्यवसायिक प्रतिष्ठान खुलना शुरू हो रहे है। जिसकों लेकर व्यपारी वर्ग में उत्साह देखने को मिल रहा है। वहीं इनके परिजनों में कोई खास उत्साह नहीं दिख रहा है। जिसकी बजह फिर से दिन भर की भागम भाग भरी जिंदगी में दिनचर्या का उलझकर रह जाना कहां जा सकता है। 
दरअसल लाक डाउन के करीब 75 दिनो में पारिवारिक रिश्तें प्रगाण होते दिखे है, वहीं परिवार के सभी लोगों को एक दूसरे के साथ घरों में रहने का भी भरपूर समय मिलता नजर आया है। जो अब फिर से वहीं घोड़ा और वहीं मैदान वाले हालात में बदलने जा रहा है। बहरहाल चलती का नाम गाड़ी जैसी स्थति के बीच बाजार में सभी को मास्क, सोशल डिस्टेंस सहित अन्य निर्देशों का करना होगा पालन। नहीं जुर्माने को भुगतने को तैयार रहना होगा। हालांकि दमोह वालो के लिए राहत की बात यह है कि आज की सभी रिपोर्ट निगेटिव रही इधर कोरोना को मात देकर 17 दमदार घर पहुच चुके है वहीं अन्य 10 की सेहत में सुधार जारी है। 
दमोह जिले में कोरोना को हराकर आगे बढ़ने का सिलसिला लगातार जारी है। आज दोपहर एक बार फिर 4 मरीजों को स्वस्थ्य होने के बाद जिला मुख्यालय से डिस्चार्ज किया गया और एक मरीज को हटा कोविड केयर सेंटर इस प्रकार आज 5 मरीजों को एम्बूलेंस से उनके गृह ग्राम की ओर फूल माला एवं पुष्पगुच्छ भेंटकर ताली बजाते हुये मरीजों का हौसला बढ़ाया और इन्हें रवाना किया गया । खुशी का माहौल तो तब था,जब एक पति-पत्नि ने अपने घर रवाना होने के पहले विवाह बंधन में बंधने की तरह एक दूसरे को  फूल माला पहनाई, इन दोनों के भीतर एक नई उमंग एक जज्बा था, इस जोड़े ने कहा आज कोरोना संक्रमण की जंग जीत ली है, और डाक्टर जैसे भगवान ने नई जिंदगीं दी है।
डॉं दिवाकर पटेल ने कहा आज जिले से 5 कोविड-19 के मरीज डिस्चार्ज होकर अपने घर सकुशल गये हुये है, जिनमे 4 मरीज जिला अस्पताल एवं 01 मरीज हटा कोविड केयर सेंटर से है। उन्होने कहा आज दिनांक तक कुल 17 मरीजों ने कोरोना से जंग जीत चुके है और सकुशल घर पहुँच चुके है। अब दमोह जिलें मे केवल 10 मरीज ही कोरोना के बचे हुये है। डाँ पटेल ने कहा अगामी कुछ दिनों मे 10 मरीज भी पूर्ण स्वास्थ्य होकर डिस्चार्ज हो जायेगें। 

उन्होने कहा खुशी की खबर है कि पूर्व मे दमोह में भर्ती एक महिला जो भोपाल से बस के माध्यम से अपने घर जा रही थी, वह पॉजिटिव आई थी, वह घबराई हुई थी, लेकिन जिला अस्पताल की टीम द्वारा उसे पारिवारिक मॉहाल दिया गया साथ ही उसका उपचार भी किया गया, उसको किसी भी प्रकार की परेशानी नही आने दी, उसकी लगातार समझाईश दी उसकी काउन्सिलिंग की गई जिससे वह महिला आज स्वास्थ्य होकर अपने घर सकुशल जा रही हैं। डाँ दिवाकर पटेल ने कहा दमोह जिले के नागरिकों ने अतिथि देवो की परिभाषा को चरितार्थ किया, उस महिला के साथ अच्छा व्यवहार किया, वह महिला आज दमोहवासियों की एक ऐसी छवि अपने मन मे लेकर जा रही है, जिसमे वह गर्व महसूस कर रही है, उसने एक ऐसे जिले मे उपचार कराया है जहां के लोगो ने उसकी सेवा के साथ उसका उपचार भी किया हैं। 

डाँ दिवाकर पटेल ने कहा जो समाज सेवा जिलेवासी दिखा रहे है, वह एक मिशाल है। हमारी टीम इसी प्रकार सभी कोविड मरीजों को जल्द से जल्द उपचार कर ठीक करते जायेगी और जिले को कोरोना मुक्त करने का प्रयास करेगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाँ तुलसा ठाकुर और सिविल सर्जन डाँ ममता तिमोरी ने सभी मरीजों को समझाईश एवं सलाह दी साथ ही उन्होने सभी मरीजों का उत्साहवर्धन किया।

आज जिन मरीजों को छोड़ा गया उनमें एक ग्राम कुटरी, दो रसीलपुर एवं एक सतना का मरीज शामिल है। साथ ही हटा कोविड केयर सेंटर से एक मरीज को स्वस्थ्य हेाने के उपंरात छुट्टी दी गई है वह भी रसीलपुर का था। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाँ तुलसा ठाकुर, सिविल सर्जन डाँ ममता तिमोरी और आरएमओ डाँ दिवाकर पटेल मौजूद रहे।

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