बिन मौसम की बारिश ने किसानों का टेंशन बढ़ाया
दमोह के बरबटी सायलो केंद्र पर अपनी उपज की तुलाई कराने के लिए लगी किसानों के ट्रक्टरों की लंबी लाइन हालात को बयान करने काफी है। सागर बाईपास से हथनी तिगड्डा होते हुए बरबटी सायलो केंद्र की दूरी करीब 6 किलोमीटर है। इतनी लंबी कतार में सैकड़ो ट्रैक्टर करीब एक सप्ताह से लाइन लगाकर अपनी फसल की तुलाई के इंतजार में खड़े हैं। ऊपर से कुदरत का कहर तेज धूप और आंधी तूफान के साथ पानी के रूप में इन पर बरसता दिखाई दे रहा है। जिनकी फसल बारिश में भीग जाती है उसे रिजेक्ट कर दिया जाता है।
जिसके बाद फिर किसान फसल को लेकर घर जाता है और पूनः वही एक सप्ताह की लाइन में खड़े होने को मजबूर हो जाते है, यहा हजारो किसानों के बीच सिर्फ एक ही मसीन लगी हुई है और मसीन भी खराब हो जाती है जिस कारण पूरे दिन भर कार्य प्रभावित रहता है, ऐसे में भूख प्यास का दंश झेल रहे किसान तेज धूप में अपने ट्रेक्टर के पास की खुले में सोने को मजबूर है।
इसी तरह के हालात विभिन्न खरीदी केंद्रों पर भी देखे जा सकते हैं पिछले दिनों बटियागढ़ क्षेत्र में देर तक हुई बारिश की वजह से खडेरी खरीदी केंद्र में रखा अनेक किसानों का गेहूं भीग गया था जिसके बाद खरीदी केंद्र प्रभारी उपरोक्त के हमको रिजेक्ट करते हुए खरीदने से इंकार करते नजर आए थे जिससे किसानों के बीच गहरी निराशा जैसे हालात बने रहे थे।
दमोह। बिन मौसम की बारिश की बौछारों ने इस बार वैशाख माह में गर्मी की तपन के साथ मौसम का गणित गड़बड़ा कर रख दिया है लोगों को समझ में नहीं आ रहा की नौतपा के पहले इस बार कैसे प्री मानसून की दस्तक जैसे हालात बन गए हैं। इधर लॉक डाउन की वजह से पहले ही कृषि कार्यों को लेकर प्रभावित होते रहे किसानों की उपज तुलाई में खरीदी केंद्रों तथा साइलो में होने वाली देरी ने भी किसानों की चिंता को दोगुना कर दिया है।
दमोह के बरपटी सायलो में पहले से रखे गेहूं की सुरक्षा में भी घोर लापरवाही सामने आई है। नागरिक आपूर्ति निगम को यह गेहूं पीडीएस उपभोक्ताओं के लिए राशन दुकानों में सप्लाई कराना था। लेकिन इसे उठाने में लापरवाही किए जाने की वजह से भारी मात्रा में गेहूं पानी पड़ने से खराब हो गया है। जिसे जब भी राशन में भेजा जाएगा वह उपभोक्ताओं के खाने लायक नहीं रहेगा। इस पूरे हालात को लेकर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोपते नजर आ रहे हैं।
जिसके बाद फिर किसान फसल को लेकर घर जाता है और पूनः वही एक सप्ताह की लाइन में खड़े होने को मजबूर हो जाते है, यहा हजारो किसानों के बीच सिर्फ एक ही मसीन लगी हुई है और मसीन भी खराब हो जाती है जिस कारण पूरे दिन भर कार्य प्रभावित रहता है, ऐसे में भूख प्यास का दंश झेल रहे किसान तेज धूप में अपने ट्रेक्टर के पास की खुले में सोने को मजबूर है।
कलेक्टर ने कहां साइलो केंद्रों में केवल वे ही किसान आए जिनके उस दिनांक के मेसेज हैं, जो किसान अपनी पूर्व मैसेज की दिनांक को फसल बेच नहीं सके अगले मैसेज की प्रतीक्षा करें..
दमोह। साइलो केंद्रों में जिन किसान भाइयों का पंजीयन है उनको कलेक्टर तरुण राठी ने स्पष्ट किया है कि केवल दोनों साइलो (अभाना और हिनौता) की खरीदी अभी चलती रहेगी। वह 26 मई को खत्म नहीं होगी। यह तब तक जारी रहेगी जब तक सभी किसान अपनी फसल नहीं विक्रय कर देते हैं। उन्होंने कहा है साइलो पर लम्बी लाइन लग रही है। इसलिए केवल वे ही किसान अपनी फसल लेकर आए जिनके उस दिनांक के मेसेज हैं। जो किसान अपनी फसल पूर्व के मेसेज की दिनांक को बेच नहीं सके हैं, वो अपने अगले मेसेज की प्रतीक्षा करें। शीघ्र ही उनको दूसरा मेसेज आएगा। इससे साइलो केंद्रों पर व्यवस्था बनाए रखने में मदद होगी और किसान भाइयों को लम्बी प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी। अभिषेक जैन की रिपोर्ट
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