7 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद आंखें फोड़ी-
बाद में उसे जबेरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां से जबलपुर मेडिकल रेफर कर दिया गया घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है वही बाद में दमोह से पहुंची FSL टीम भी मौके पर जांच करते साक्ष्य जुटाने में लगी हुई है। फिलहाल आरोपियों के बारे में कोई सुराग नहीं लग सका है लेकिन हालात और मासूम की स्थिति हालात देखकर लगता है कि आरोपी एक से अधिक हो सकते हैं। घटना के संदर्भ में पुलिस के अधिकारी बयान देना तो दूर मीडिया की कॉल रिसीव करने से भी बच रहे हैं वही क्षेत्रवासियों में जमकर आक्रोश बना हुआ है।
उल्लेखनीय है कि यह वही जबेरा थाना पुलिस है जो छोटे-छोटे घटनाक्रमों की लंबी चौड़ी विज्ञप्ति मीडिया को देकेकर प्रशंसा के पुल बनवाने से नहीं चूकते। इस पूरे घटनाक्रम में जबेरा थाना पुलिस की सक्रियता की कलई खोलकर रख दी है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों नोहटा थाना अंतर्गत बनवार में एक जूता व्यवसायी के घर मैं घुस कर मारपीट करने वाली पुलिस के कॉल पर बनवार पहुंच कर दबिश देने वाली टीम में जबेरा थाने की पुलिस भी शामिल थी। वहीं इस घटनाक्रम ने जबेरा पुलिस की सक्रियता और हालात को उजागर करके रख दिया है। घटना से स्थानीय निवासियों जबरदस्त रोष बना हुआ है वहीं पुलिस जांच के साथ आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। पिक्चर अभी बाकी है
दमोह। जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर जबेरा थाना अंतर्गत बेहद दरिंदगी भरा घटनाक्रम सामने आया है यहां के गांव में 7 साल की मासूम बच्ची को अगवा करने के बाद हवस का शिकार बनाने वाले दरिंदों ने पहचान छिपाने के लिए दोनों आंखें फोड़ दी और फरार हो गए। मासूम को गंभीर हालत में जबलपुर रेफर किया गया है जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी है।
घटना की जानकारी लगने पर मौके पर पहुंचे एसपी हेमंत चौहान ने एसआईटी टीम के गठन का एलान करते हुए आरोपी की गिरफ्तारी पर ₹10000 के ईनाम की घोषणा की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने घटना पर दुख जताते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं सागर संभाग के आईजी और डीआईजी भी घटनास्थल पर पहुंचने वाले हैं इधर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी ट्वीट करते हुए घटना को दिल दहलाने वाला बताया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जबेरा थाना अंतर्गत एक गांव में बुधवार शाम 7 साल की बालिका अपने दादा से ₹20 का नोट लेकर किराना दुकान पर कुरकुरे आदि लेने गई थी लेकिन रात तक जब वह वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश की तथा देर रात जबेरा थाने में इसकी सूचना दी। वहीं सुबह गांव के बाहर खेत में उक्त मासूम बालिका बेहोशी की हालत में पड़ी मिली। उसके दोनों हाथ पीछे बंधे हुए थे तथा दोनों आंखों से खून बह रहा था। इसकी सूचना पुलिस को दिए जाने के साथ ही उसके साथ दरिंदगी की खबर जंगल में आग की तरह फैलते देर नहीं लगी। बाद में उसे जबेरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां से जबलपुर मेडिकल रेफर कर दिया गया घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है वही बाद में दमोह से पहुंची FSL टीम भी मौके पर जांच करते साक्ष्य जुटाने में लगी हुई है। फिलहाल आरोपियों के बारे में कोई सुराग नहीं लग सका है लेकिन हालात और मासूम की स्थिति हालात देखकर लगता है कि आरोपी एक से अधिक हो सकते हैं। घटना के संदर्भ में पुलिस के अधिकारी बयान देना तो दूर मीडिया की कॉल रिसीव करने से भी बच रहे हैं वही क्षेत्रवासियों में जमकर आक्रोश बना हुआ है।
उल्लेखनीय है कि यह वही जबेरा थाना पुलिस है जो छोटे-छोटे घटनाक्रमों की लंबी चौड़ी विज्ञप्ति मीडिया को देकेकर प्रशंसा के पुल बनवाने से नहीं चूकते। इस पूरे घटनाक्रम में जबेरा थाना पुलिस की सक्रियता की कलई खोलकर रख दी है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों नोहटा थाना अंतर्गत बनवार में एक जूता व्यवसायी के घर मैं घुस कर मारपीट करने वाली पुलिस के कॉल पर बनवार पहुंच कर दबिश देने वाली टीम में जबेरा थाने की पुलिस भी शामिल थी। वहीं इस घटनाक्रम ने जबेरा पुलिस की सक्रियता और हालात को उजागर करके रख दिया है। घटना से स्थानीय निवासियों जबरदस्त रोष बना हुआ है वहीं पुलिस जांच के साथ आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। पिक्चर अभी बाकी है
0 Comments