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लॉक डाउन में प्रतिबंध के बावजूद तीन थाना क्षेत्रों में फैला था शराब का कारोबार.. हिंडोरिया पुलिस ने 13 पेटी अवैध शराब जब्त करके किया बड़ा खुलासा.. शराब की जमाखोरी में कुम्हारी के गद्दीदार की भूमिका भी उजागर..

हिंडोरिया पुलिस ने चिरई पानी में13 पेटी शराब जब्त की
दमोह। कोरोना वायरस के संक्रमण रोकने के लिए पूरे देश में जारी लाक डाउन के बीच मप्र में शराब की सभी दुकान 14 अप्रैल तक के लिए बंद कराते हुए शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिसका फायदा उठाकर शराब दुकानों में रखे पहले के स्टाक मैं हेराफेरी करके दूसरी जगह स्टॉक करा कर महंगे दामों पर अवैध शराब का विक्रय किए जाने की जानकारी लगातार सामने आती रही है। लॉक डाउन में जारी शराब की अवैध बिक्री को लेकर पुराने ठेकेदारों व गद्दीदार की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। वहीं अनेक क्षेत्रों में पुलिस पर भी मिलीभगत व अनदेखी के आरोप लगते रहे हैं।
दमोह जिला मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर हिंडोरिया थाना अंतर्ग चिरई पानी गांव से पुलिस ने शराब के 13 पेटी स्टॉक को पकड़कर तीन थाना क्षेत्रों में फैले शराब के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ किया है। हिंडोरिया थाना क्षेत्र में 3 दिन में दूसरी बड़ी कार्यवाही सामने आई है।हिंडोरिया थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि  चिरई पानी गांव के हल्ले आदिवासी के घर से 13 पेटी देसी शराब पेटी जिसमे 650 पाव प्लेन मसाला का  अवैध स्टॉक बरामद किया गया है। 
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता लगा कि शराब का यह स्टॉक कुम्हारी शराब दुकान के गद्दी दार इम्तियाज से मिलीभगत करके हिंडोरिया निवासी जिन्नू तथा अनवर के द्वारा हल्ले के यहां पर किया गया था। शराब के इस अवैध कारोबार में हिंडोरिया के सुरेश चौरसिया की सहभागिता भी सामने आई है। दरअसल यह सभी लोग कुम्हारी दुकान से शराब लाकर हिंडोरिया पटेरा क्षेत्र में इसका अवैद्य विक्रय करते आ रहे थे। लॉक डाउन के चलते चिरई पानी में यह स्टॉक किया गया था। 
हिंडोरिया थाना मैं आरोपी हल्ले, जिन्नू तथा अनवर के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 34/2"42 के अलावा 144 निषेधाज्ञा उलघ्नन की धारा 188 सहित आपदा की विविध धाराओं में कार्यवाही की गई है।
शराब परिवहन के दौरान मुखबिरी करने वाले सुरेश चौरसिया तथा कुम्हारी शराब दुकान दूसरे क्षेत्र में शराब पहुंचाने वाले गद्दीदार इम्तियाज के खिलाफ क्या कार्यवाही हुई है ? इसका फिलहाल खुलासा नहीं किया है। लेकिन पुलिस के कार्यवाही और खुलासे से यह साफ हो गया है गांव गांव में बिकने वाली अवैध शराब के पीछे अलग-अलग क्षेत्रों के शराब ठेकेदारों के बीच की प्रतिस्पर्धा का भी बड़ा योगदान रहता है। हिंडोरिया से होशियार चक्रवर्ती की रिपोर्ट

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