सिंधिया समर्थक 22 पूर्व विधायक भाजपा me शामिल-
सिंधिया समर्थक कांग्रेश के सभी 22 बागी विधायकों के भाजपा में शामिल हो जाने के बाद निकट भविष्य में होने वाले विधानसभा के उपचुनाव में इन सभी को भाजपा की टिकट मिलना लगभग तय हो गया है। वही भाजपा के जन बड़े पुराने नेताओं को पराजित करके इन्होंने पिछले विधान सभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। अब मप्र में भाजपा के मुख्यमंत्री की शपथ के बाद मन्त्रिमण्डल में सिंधिया समर्थक 6 मंत्रीयो को उपचुनाव के पहले ही मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई है।
नई देहली। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार को बैकफुट पर लाने वाले सिंधिया समर्थक 6 पूर्व मंत्रियों सहित कांग्रेस के 22 पूर्व विधायकों ने आखिरकार भाजपा का हाथ थाम लिया। शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं महासचिव कैलाश विजयवर्गी, प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में इन सभी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सिंधिया समर्थक रहे सभी पूर्व मंत्रियों तथा विधायकों के गले मे केसरिया दुपट्टा डालकर इनको भाजपा का बना लिया। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ताली बजाकर इनके इस कदम की प्रशंसा करते नजर आए। कांग्रेस से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनीति के समय से करने वाले सागर जिले के युवा के वरिष्ठ हुए नेता और पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, इंदौर के बड़े नेता तुलसी सिलावट, रायसेन जिले के सांची क्षेत्र से भाजपा सरकार के पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार को पराजित करके विधायक और फिर कमलनाथ सरकार में मंत्री बने प्रभु राम चौधरी के अलावा चंबल क्षेत्र से चौंकाने वाली जीत दर्ज करने वाले प्रदुम सिंह तोमर, इमरती देवी सहित सभी 22 विधायक शामिल रहे।
सिंधिया समर्थक कांग्रेश के सभी 22 बागी विधायकों के भाजपा में शामिल हो जाने के बाद निकट भविष्य में होने वाले विधानसभा के उपचुनाव में इन सभी को भाजपा की टिकट मिलना लगभग तय हो गया है। वही भाजपा के जन बड़े पुराने नेताओं को पराजित करके इन्होंने पिछले विधान सभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। अब मप्र में भाजपा के मुख्यमंत्री की शपथ के बाद मन्त्रिमण्डल में सिंधिया समर्थक 6 मंत्रीयो को उपचुनाव के पहले ही मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई है।
उनको आने वाले चुनाव में एडजेस्ट करना भाजपा के लिए माथापच्ची का विषय रहेगा। वहीं अब यह भी देखना होगा इन के बाद उनके समर्थक कितने पार्टी पदाधिकारी और नेता भाजपा का दामन थामते है। अटलराजेंद्र जैन
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