उल्टा झंडा फहराया जाने के बाद तमाशाई बने रहे सरपंच-
लखरोनी पंचायत मैं गणतंत्र दिवस पर सरपंच,सचिव सहायक सचिव, उपयंत्री एवं ग्राम सभा प्रभारी अधिकारी की मौजूदगी ध्वजारोहण के दौरान तिरंगा झंडा उल्टा फ़हरा दिया गया। लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया और सब अपने में मस्त रहे आये। कार्यक्रम के बाद पंचायत भवन को बंद करके सभी वापस लौट गए। वही किसी की नजर उल्टे फहराते तिरंगे पर पड़ी तो उसने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
जिसके बाद आनन-फानन में पंचायत कर्मी वहां पहुंचे और राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान देने की जगह है उल्टा उसके सम्मान से खेलते नजर आए। जो तिरंगा उल्टा था उसको सम्मान के साथ उतारकर रखने की बजाय दोबारा फिर से फ़हरा दिया गया। जो नियम के विरुद्ध एवं संविधान एवं तिरंगा संहिता के खिलाफ है। तिरंगे के इस तरह से अपमान की जानकारी सोशल मीडिया पर लगातार वायरल होने के बावजूद पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने इस पर क्या संज्ञान लिया इसका पता नहीं लग सका है।
-लखरोनी में भ्रष्टाचार के अनेक गंभीर मामले चर्चाओं में-
पथरिया जनपद मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत लखरौनी में भ्रष्टाचार की सभी रिकार्ड शिखर पर पहुंचते नजर आ रहे हैं लगातार शिकायतों के बावजूद किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हो ना बियाह के सरपंच को राजनीतिक संरक्षण की ओर इशारा करता नजर आता है। पंचायत के कारनामों की खबरें कुछ अखबारों में निकलती रही हैं और बाद में खबर नवीस में सरपंच की सेटिंग हो जाने की चर्चाएं भी चलती रही है शायद यही वजह है कि यहां पर लाखों की राशि खर्च होने के बाद भी "आगे पाठ पीछे सपाट" जैसे कहावत को चरितार्थ करने के हालात बने हुए हैं।
सरपंच द्वारा दो मृत लोगों के नाम पर वर्तमान में जॉब कार्ड के माध्यम से मृत लोगों से मजदूरी करा करके उनका पैसा निकाले जाने की शिकायत जिला पंचायत के सीईओ तक पहुंचाने और अखबार की सुर्खियां बन चुकी है फिर भी "ढाक के तीन पात" जैसे हालात बने हुए हैं। लखरोनी पंचायत में हुए भारी भ्रष्टाचार के संबंध में कई खबर भ8 प्रकाशित भी हो चुकी है। बावजूद इसके जांच के नाम पर अधिकारी मामले को रफा-दफा करने की फिराक में है
मुर्दों से मजदूरी कराने वाली इस ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा स्वयं सप्लायर बनकर अपने ही बिल लगाकर निर्माण कार्यों की राशि को आहरित कर लिए जाने जैसे मामलों की शिकायत भी सामने आती रही है। कुछ मामलों में ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायतों पर जांच के बाद कार्यवाही करने की वजह है उन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिए जाने तथा शिकायतकर्ताओं को धमकाने, एक शिकायतकर्ता पर जानलेवा हमला करा दिए जाएं कि हालात सामने आते रहे हैं।
लखरोनी पंचायत के संबंध में ग्राम पंचायत वासियों ने भ्रष्टाचार के पूरे सबूतों के साथ जिला पंचायत जिओ से लेकर स्वयं जिला कलेक्टर तरुण राठी को मैसेज किए बावजूद इसके ग्राम पंचायत में हुए भारी भ्रष्टाचार का अभी तक कोई समाधान नहीं निकल सका। लखरोनी पंचायत सरपंच एवं सचिव सहायक सचिव एवं उपयंत्री भ्रष्टाचार के इतने आदी हो चुके हैं कि इनको अब किसी प्रकार की कार्रवाई का कोई भी खौफ नहीं रहा। और शायद यही वजह है कि गणतंत्र दिवस पर उल्टा झंडा फहराए जाने के बाद भी यह भी फिक्र बने हुए हैं।
-रात में झंडा फहराते रहने का मामला पटेरा थाने पहुंचा-
पटेरा जनपद पंचायत अंतर्गत हरपालपुरा ग्राम पंचायत के आंगनवाड़ी केंद्र के बाहर गणतंत्र दिवस पर बास पर ध्वजारोहण किया गया था। जिसे कायदे से सूर्यास्त के पूर्व ध्वज को उतार लिया जाना चाहिए था। लेकिन रात 9:00 बजे तक झंडा यूं ही लहराता रहा। जिसकी शिकायत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से कुछ लोगों द्वारा किए जाने पर वह उनसे झगड़ने पर आमादा हो गई।
विवाद बढ़ता देख कुछ लोगों ने हंड्रेड डायल को सूचना दे दी। बाद में हंड्रेड डायल पुलिस शिकायतकर्ता को अपने साथ पटेरा थाने ले गए। जहां उनके द्वारा लिखित में शिकायत देकर राष्ट्रध्वज के अपमान और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा झूठे मामले में फंसा जाने की धमकी दिए जाने की जानकारी शिकायत में दी गई है।
दमोह। राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रध्वज अपमान से जुड़े 2 मामले सामने आए हैं जिनमें प्रथम दृष्टया स्थानीय जिम्मेदार प्रतिनिधियों की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं। पहला मामला पथरिया जनपद अंतर्गत लखरौनी ग्राम पंचायत में सामने आया जहां सरपंच सचिव की लापरवाही से उल्टा झंडा फहरा दिया गया। और यह लोग तमाशाई ही बने रहे। दूसरा मामला पटेरा की हरपालपुरा में सामने आया है जहां रात तक तिरंगा झंडा फहराने पर इसकी शिकायत करने पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लोगों से झगड़ने पर अमादा हो गई।
जिसके बाद आनन-फानन में पंचायत कर्मी वहां पहुंचे और राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान देने की जगह है उल्टा उसके सम्मान से खेलते नजर आए। जो तिरंगा उल्टा था उसको सम्मान के साथ उतारकर रखने की बजाय दोबारा फिर से फ़हरा दिया गया। जो नियम के विरुद्ध एवं संविधान एवं तिरंगा संहिता के खिलाफ है। तिरंगे के इस तरह से अपमान की जानकारी सोशल मीडिया पर लगातार वायरल होने के बावजूद पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने इस पर क्या संज्ञान लिया इसका पता नहीं लग सका है।
-लखरोनी में भ्रष्टाचार के अनेक गंभीर मामले चर्चाओं में-
पथरिया जनपद मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत लखरौनी में भ्रष्टाचार की सभी रिकार्ड शिखर पर पहुंचते नजर आ रहे हैं लगातार शिकायतों के बावजूद किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हो ना बियाह के सरपंच को राजनीतिक संरक्षण की ओर इशारा करता नजर आता है। पंचायत के कारनामों की खबरें कुछ अखबारों में निकलती रही हैं और बाद में खबर नवीस में सरपंच की सेटिंग हो जाने की चर्चाएं भी चलती रही है शायद यही वजह है कि यहां पर लाखों की राशि खर्च होने के बाद भी "आगे पाठ पीछे सपाट" जैसे कहावत को चरितार्थ करने के हालात बने हुए हैं।
सरपंच द्वारा दो मृत लोगों के नाम पर वर्तमान में जॉब कार्ड के माध्यम से मृत लोगों से मजदूरी करा करके उनका पैसा निकाले जाने की शिकायत जिला पंचायत के सीईओ तक पहुंचाने और अखबार की सुर्खियां बन चुकी है फिर भी "ढाक के तीन पात" जैसे हालात बने हुए हैं। लखरोनी पंचायत में हुए भारी भ्रष्टाचार के संबंध में कई खबर भ8 प्रकाशित भी हो चुकी है। बावजूद इसके जांच के नाम पर अधिकारी मामले को रफा-दफा करने की फिराक में है
मुर्दों से मजदूरी कराने वाली इस ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा स्वयं सप्लायर बनकर अपने ही बिल लगाकर निर्माण कार्यों की राशि को आहरित कर लिए जाने जैसे मामलों की शिकायत भी सामने आती रही है। कुछ मामलों में ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायतों पर जांच के बाद कार्यवाही करने की वजह है उन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिए जाने तथा शिकायतकर्ताओं को धमकाने, एक शिकायतकर्ता पर जानलेवा हमला करा दिए जाएं कि हालात सामने आते रहे हैं।
लखरोनी पंचायत के संबंध में ग्राम पंचायत वासियों ने भ्रष्टाचार के पूरे सबूतों के साथ जिला पंचायत जिओ से लेकर स्वयं जिला कलेक्टर तरुण राठी को मैसेज किए बावजूद इसके ग्राम पंचायत में हुए भारी भ्रष्टाचार का अभी तक कोई समाधान नहीं निकल सका। लखरोनी पंचायत सरपंच एवं सचिव सहायक सचिव एवं उपयंत्री भ्रष्टाचार के इतने आदी हो चुके हैं कि इनको अब किसी प्रकार की कार्रवाई का कोई भी खौफ नहीं रहा। और शायद यही वजह है कि गणतंत्र दिवस पर उल्टा झंडा फहराए जाने के बाद भी यह भी फिक्र बने हुए हैं।
-रात में झंडा फहराते रहने का मामला पटेरा थाने पहुंचा-
पटेरा जनपद पंचायत अंतर्गत हरपालपुरा ग्राम पंचायत के आंगनवाड़ी केंद्र के बाहर गणतंत्र दिवस पर बास पर ध्वजारोहण किया गया था। जिसे कायदे से सूर्यास्त के पूर्व ध्वज को उतार लिया जाना चाहिए था। लेकिन रात 9:00 बजे तक झंडा यूं ही लहराता रहा। जिसकी शिकायत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से कुछ लोगों द्वारा किए जाने पर वह उनसे झगड़ने पर आमादा हो गई।
विवाद बढ़ता देख कुछ लोगों ने हंड्रेड डायल को सूचना दे दी। बाद में हंड्रेड डायल पुलिस शिकायतकर्ता को अपने साथ पटेरा थाने ले गए। जहां उनके द्वारा लिखित में शिकायत देकर राष्ट्रध्वज के अपमान और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा झूठे मामले में फंसा जाने की धमकी दिए जाने की जानकारी शिकायत में दी गई है।
पटेरा थाना पुलिस द्वारा इस पूरे मामले को लेकर जांच की जा रही है। वही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा दूसरे पक्ष की क्या शिकायत की गई इसका पता नही लग सका है।
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