बसपा प्रमुख मायावती ने रामबाई की पार्टी से छुट्टी की
इस दौरान उत्साह मे वह भाजपा नेताओं जैसी भाषा का उपयोग करती नजर आई। नागरिक संशोधन कानून को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रशंसा करने के साथ उन्होंने यह भी बोल दिया कि कानून तो श्री मोदी को अपने पहले कार्यकाल में ही लागू करा देना था। जाति विशेष के बीच के कुछ लोगों पर भी पर वह बोलने से नही चुकी।शनिवार शाम से रात तक की बयान बाजी रविवार को सुबह से परवान चढ़ती नजर आई।
बसपा प्रमुख सुश्री मायावती ने विधायक राम बाई के बयान को अनुशासनहीनता मानते हुए ट्विटर पर ही उन को निलंबित करने का कमेंट लिख दिया जिसके वायरल होते हैं मीडिया में एक बार फिर सरगर्मी के साथ राम बाई का निष्कासन सुर्खियों में छाया रहा।
इधर उनके निष्कासन के बाद विधायक रामबाई सफाई देती नजर आई। एक बार फिर वह बयान देकर अपनी मंशा साफ करती नजर आई। इस बार उनका कहना था उन्होंने बाहरी आतंकवादियों के देश में प्रवेश को लगाई जाने वाली रोक को लेकर नागरिक संशोधन कानून की तारीफ की थी। उनका यह बयान अपने कल वाले बयान के खंडन के बजाय नए सिरे से नागरिकता कानून के प्रावधान के एक हिस्से की तारीफ करता नजर आया।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की प्रशंसा करके अपने ही पार्टी से निष्कासित हो चुकी राम बाई के बयानों को लेकर फिलहाल कांग्रेस का कोई भी नेता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। जबकि पूरे देश में कांग्रेस पार्टी उसके बड़े नेता नागरिक संशोधन कानून के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे है।
दमोह। दमोह जिले के पथरिया से बसपा की टिकिट पर निर्वाचित विधायक रामबाई अपने बयानों के कारण आए दिन मीडिया की सुर्खियों में छाई रहती हैं। वहीं इनके द्वारा विभिन्न अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ दिखाए जाने वाले तीखे तेवर और बयान भी चर्चा के विषय बने रहते हैं। लेकिन मप्र में कमलनाथ सरकार को सहारा देने में अहम भूमिका की बजह से कांग्रेस नेताओं को भी कई मामलों में राम बाई की खरी-खोटी सुनने को मजबूर होना पड़ता है।ताजा मामला पथरिया में आयोजित एक समारोह के दौरान सामने आया। जिसमें केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय टंडन के साथ बैठकर मिष्ठान शेयर करने वाली बसपा विधायक रामबाई माइक संभालने के बाद नागरिक संशोधन कानून को लेकर बेहद मीठा बोलती नजर आई। कुछ देर बाद विधायक रामबाई का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल होकर कुछ न्यूज़ चैनलों की सुर्खियां बन गया। इसके बाद राम बाई का वक्तव्य लेने के लिए मीडिया कर्मियों के बीच होड़ लग गई।
बसपा प्रमुख सुश्री मायावती ने विधायक राम बाई के बयान को अनुशासनहीनता मानते हुए ट्विटर पर ही उन को निलंबित करने का कमेंट लिख दिया जिसके वायरल होते हैं मीडिया में एक बार फिर सरगर्मी के साथ राम बाई का निष्कासन सुर्खियों में छाया रहा।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की प्रशंसा करके अपने ही पार्टी से निष्कासित हो चुकी राम बाई के बयानों को लेकर फिलहाल कांग्रेस का कोई भी नेता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। जबकि पूरे देश में कांग्रेस पार्टी उसके बड़े नेता नागरिक संशोधन कानून के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे है।
दरअसल प्रदेश में अपने दम पर अल्पमत कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को राम बाई के समर्थन की महती आवश्यकता है ऐसे में कोई भी कांग्रेस नेता रामबाई को लेकर कोई बयान नहीं दे रहा है। जबकि भाजपा के नेता यह आस लगाए बैठे हैं कि बसपा प्रमुख मायावती की तरह कांग्रेस प्रमुख श्रीमती सोनिया गांधी या राहुल गांधी भी कब यह ट्वीट करते है कि उनको नागरिक संशोधन कानून का समर्थन करने वाली विधायक राम बाई के समर्थन की अब मप्र में जरूरत नहीं है। अटल राजेंद्र जैन
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