कड़ाके की ठंड में कब्जो पर चला प्रशासन का बुलडोजर
दमोह। तेंदूखेड़ा में अतिक्रमण विरोधी मुहिम के चलते शासकीय कालेज के पीछे अतिक्रमण कर निवास कर रहे पचासो लोगों को बेघर कर दिया गया। प्रशासन के द्वारा बुलडोजर चलाकर इस कड़ाके की ठंड में की गई करवाई से अब बेघर हुए लोगो को खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर होना पड़ेगा। क्यों कि अधिकांश अतिक्रमणकारियों के पास रहने के लिए भी कोई जगह शेष नहीं है।
जबकि प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इसके पहले भी कई बार इन लोगो को नोटिस आदि देकर अपना अतिक्रमण हटा लेने की हिदायत दी गई थी। इसके बावजूद भी उनके द्वारा कोई भी ध्यान नहीं देने पर आज यह कारवाई की गई। यह जगह सिविल कोर्ट के लिए के लिए आरक्षित थी। वही जब लोग अपने कब्जा करके मकान बना रहे थे उस समय तत्कालीन अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जिस वजह से आज अनेक कब्जा धारियों की जीवन भर की कमाई भी मकान गिरने से मिट्टी मैं मिल गई।
कार्रवाई के दौरान अनेक लोगों को अपना सामान स्वस्थ और निकालने का भी मौका नहीं मिला। वही कड़ाके की ठंड महिलाएं बच्चे रोते बिलखते हुए करवाई को कोसते नजर आए।ऐसे हालात में इस कड़ाके की ठंड के बीच प्रभावित लोग अब बेघर होने के बाद भी खुले में रात काटने के मूड़ में नजर आए। इस कार्यवाही के दौरान एसडीएम गगन विसेन, तहसीलदार विकास जैन, एसडीओपी अशोक चौरसिया, नगर परिषद सीएमओ नीतू सिंह, थाना प्रभारी इंद्रा ठाकुर, कमलेश तिवारी, एल एल शर्मा और सभी विभागों के अधिकारियों की मौजूदगी रही तेन्दूखेड़ा से विशाल रजक की रिपोर्ट
दमोह। तेंदूखेड़ा में अतिक्रमण विरोधी मुहिम के चलते शासकीय कालेज के पीछे अतिक्रमण कर निवास कर रहे पचासो लोगों को बेघर कर दिया गया। प्रशासन के द्वारा बुलडोजर चलाकर इस कड़ाके की ठंड में की गई करवाई से अब बेघर हुए लोगो को खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर होना पड़ेगा। क्यों कि अधिकांश अतिक्रमणकारियों के पास रहने के लिए भी कोई जगह शेष नहीं है।
जबकि प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इसके पहले भी कई बार इन लोगो को नोटिस आदि देकर अपना अतिक्रमण हटा लेने की हिदायत दी गई थी। इसके बावजूद भी उनके द्वारा कोई भी ध्यान नहीं देने पर आज यह कारवाई की गई। यह जगह सिविल कोर्ट के लिए के लिए आरक्षित थी। वही जब लोग अपने कब्जा करके मकान बना रहे थे उस समय तत्कालीन अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जिस वजह से आज अनेक कब्जा धारियों की जीवन भर की कमाई भी मकान गिरने से मिट्टी मैं मिल गई।
कार्रवाई के दौरान अनेक लोगों को अपना सामान स्वस्थ और निकालने का भी मौका नहीं मिला। वही कड़ाके की ठंड महिलाएं बच्चे रोते बिलखते हुए करवाई को कोसते नजर आए।ऐसे हालात में इस कड़ाके की ठंड के बीच प्रभावित लोग अब बेघर होने के बाद भी खुले में रात काटने के मूड़ में नजर आए। इस कार्यवाही के दौरान एसडीएम गगन विसेन, तहसीलदार विकास जैन, एसडीओपी अशोक चौरसिया, नगर परिषद सीएमओ नीतू सिंह, थाना प्रभारी इंद्रा ठाकुर, कमलेश तिवारी, एल एल शर्मा और सभी विभागों के अधिकारियों की मौजूदगी रही तेन्दूखेड़ा से विशाल रजक की रिपोर्ट
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