सद्भावना यात्रा ने दिया कौमी एकता का संदेश
जिला कलेक्टर तरूण राठी और पुलिस अधीक्षक अगुवाई में स्थानीय घण्टाघर से एक सद्भावना यात्रा निकाली गई जो नगर के प्रमुख मार्गो यथा घण्टाघर से बकौली चैराहा, टाकीज तिराहा, पुराना थाना, इकरार उस्ताद तिराहा, गढ़ी मोहल्ला, चमन चैक, बड़ा पुरा से पठानी मोहल्ला, बड़ा पुल होते हुये घण्टाघर पर समाप्त हुई। रैली में विधायक राहुल सिंह, अजय टण्डन, देवनारायण श्रीवास्तव, सांसद प्रतिनिधि आलोक गोस्वामी, सीईओ जिला पंचायत डॉ गिरीश मिश्रा, नगर पालिका अध्यक्ष मालती असाटी, अपर जिला मजिस्ट्रेट आनंद कोपरिहा सहित विभिन्न वर्गो, राजनैतिक दलों, स्वयं सेवी संस्थाओं, मीडियाजन और आम नागरिक तथा अधिकारी-कर्मचारी देश के हित में नारे लगाते हुये चल रहे थे।
उच्चतम न्यायालय के समक्ष अयोध्या प्रकरण में संविधान पीठ के निर्णय उपरांत सभी वर्गो के नागरिकगण नगर के हृदय स्थल घण्टाघर पर एकत्रित होना शुरू हो गये और ऐतिहासिक फैसले का गर्मजोशी से स्वागत कर एक दूसरे के गले मिलते हुये बधाईयां दे रहे थे रहे थे। सद्भावना यात्रा के समापन अवसर पर दमोह विधायक राहुल सिंह ने कहा आज दमोह शहर के सभी वर्ग एवं समाज के लोगो ने एक साथ सदभावना रैली मे शामिल हुये। दमोह बुद्धिजीवियों का शहर है यहां के लोग सिर्फ दमोह के विकास की गति में कैसे इजाफा हो इस बारे मे सोचते है, निश्चित तौर पर आज का दिन बहुत बडा दिन हैं। उन्होने कहा मैं माँ नर्मदा से प्रार्थना करता हूँ दमोह शहर मे खुशहाली एकता और शांति बनी रहे, एक समृद्धशाली दमोह बना रहे।
काँग्रेस जिलाध्यक्ष अजय टंडन ने कहा दमोह जिला कौमी एकता के मामले में दमोह जिले कि कोई मिशाल नही, चाहे कही भी कुछ भी हो जाये दमोह मे एक परिन्दा भी पर नही मार सकता, दमोह इसकी मिशाल हैं। सदभावना रैली मे आये सभी वर्गों के लोगो का धन्यवाद साथ ही शासन प्रशासन की एक पहल के लिए भी धन्यवाद। भाजपा जिलाध्यक्ष देवनारायण श्रीवास्तव ने कहा सदभावना रैली मे शामिल होकर हम सबने ये साबित कर दिया कि दमोह शहर जो गंगा जमुना तहजीब का जो उदाहरण है बरकारार रहेगा, इसके लिए मै प्रशासन का धन्यवाद करता हूँ कि उन्होने सदभावना रैली का आयोजन किया। नगर पालिका अध्यक्ष मालती आसाटी ने कहा सदभावना रैली मे शामिल विभिन्न वर्गों के लोगो ने साबित कर दिया हम सब एक हैं एक रहेंगे।
कलेक्टर तरूण राठी ने कहा जैसा कि आज अयोध्या के सबंध मे फैसला आना था जिसको लेकर आज शहर मे शांति व्यवस्था एवं कानून व्यवस्था को देखते हुये सदभावना रैली का आयोजन शासन प्रशासन के सहयोग से शहर में किया गया। मुझे बहुत हर्ष है कि शांति समिति की बैठक मे जो सुझाव आया था सदभावना रैली का आयोजन किया जाना चाहिए, जिससे आज हमने सदभावना रैली का आयोजन किया। इस रैली मे सभी वर्ग, समुदाय, जाति के लोग शामिल हुये अपनी-अपनी भागीदारी निभाई, जगह-जगह सदभावना रैली का स्वागत किया गया। उन्होने कहा मुझे उम्मीद है जिस तरह की शांति अभी दमोह शहर में है, आगे भी बनी रहेगी। उन्होने कहा हम सबको माननीय न्यायालय के फैसले का स्वागत करना चाहिए और प्रकरण के निर्णय को अमल करना हम सबकी जिम्मेदारी हैं।
उन्होने कहा आज सदभावना रैली मे शामिल हुये सभी लोगो का धन्यवाद, इतनी बडी संख्या मे लोग स्वप्रेरणा से आये, लोगो ने रैली मे भाग लेकर एक बार फिर दिखा दिया जो हमारे दमोह कि गंगा-जमुना तहजीब है निश्चित रूप से अमर रहेगी, किसी भी तरीके की इसमे व्यवधान दरार इसमे नही आयेगी। श्री राठी ने कहा जैसा हमलोगो ने शांति समिति की बैठक मे तय किया था कि हम निर्णय का ना तो कोई एक्शन होगा ना रिएक्शन करेगें। उन्होने कहा इस सफल रैली के बाद जब हम सब अपने-अपने क्षेत्र मे जायेगे तो वहां शांति व्यवस्था एवं कानून व्यवस्था को बनाये रखेगें, इसमे अपना-अपना योगदान देंगे।
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने कहा शांति समिति की बैठक मे सभी ने अश्वासन दिया था दमोह एक कौमी एकता का प्रतीक हैं, एक मिशाल है जिसे हमने सदभावना रैली मे शामिल होकर साबित कर दिया। सभी समाज, समुदाय, जनप्रतिनिधि इस रैली में शामिल हुये, जिससे ये प्रतीत होता है दमोह कि एकता को कोई छू भी नही सकता, एकता को छति नही पहुँचा सकता। उन्होने आगामी आने वाले त्योहार की शुभकामनाए दी और कहा हम सब शांतिपूर्ण ढ़ग से त्योहार मनायें। सांसद प्रतिनिधि आलोक गोस्वामी ने कहा प्रशासन की पहल पर निकली सभी वर्गेां, जनप्रतिनिधि, राजनैतिक पार्टी, गणमान्य नागरिको ने रैली मे शामिल होकर यह दिखा दिया कि दमोह एकता का प्रतीक है और रहेगा।
उस्ताद अनवर इकबाल ने कहा आज हर्ष और खुशी का दिन है हमने आज सिद्ध कर दिया दमोह शहर अमन चेन का एक हामी हैं, दमोह का अपना एक स्थान है, गंगा जमुना तहजीब की बयार जो आज चली है, वो सदियों तक याद रहेगी। इसी क्रम में कैप्टन वाधवा सहित अन्य गणमान्य नागरिकों ने अपनी बात रखी और सद्भावना रैली में शामिल हुये। वरिष्ठ साहित्यकार नरेन्द्र दुबे ने कहा कुछ बात है कि हस्ति मिटती नही हमारी पहेली से अपनी बात रखते हुये कहा हिन्दुस्तान एक है, था रहेगा, जो तहजीब, संस्कृति हमारे बुजूर्ग जो छोड कर गये है ष्अनेकता मे एकताष् कि विभितता मे एकता की जो मिशाल आज हम कायम कर रहे है, इसके लिए हमारे बुजूर्ग हर्षित हो रहे होगें। हमारे शहर की गंगा जमुना तहजीब है हम सब मिलकर रहते है हम सब एक है।
घण्टाघर-अम्बेडकर चैक पर जुलूस, धरना प्रदर्शन प्रतिबंधित- आयोध्या प्रकरण के संबंध में प्रस्तावित फैसला आज उच्चतम न्यायालय के संविधान पीठ द्वारा सुनाया गया है। सम्पूर्ण जिले में 07 नवम्बर 19 से धारा 144 प्रभावशील की गई है। नगर में कानून व्यवस्था एवं शांति बनाये रखने हेतु अपर जिला मजिस्ट्रेट आनंद कोपरिहा ने घण्टाघर दमोह और अम्बेडकर चैक अस्पताल चैराहा दमोह को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया है। इन स्थानों पर किसी भी प्रकार की रैली, जुलूस, धरना प्रदर्शन, राजनैतिक एवं सामाजिक कार्यक्रम इत्यादि पूर्णतरू प्रतिबंधित रहेंगे।
दमोह। उच्चतम न्यायालय के समक्ष अयोध्या प्रकरण में संविधान पीठ के निर्णय को दृष्टिगत रखते हुए संपूर्ण क्षेत्र में कानून व्यवस्था एवं सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने के उद्देश्य से आज जिला प्रशासन-पुलिस प्रशासन ने फ्लेग मार्च निकाला, वहीं दमोह नगर के नागरिकों ने पुरानी गंगा जमनी तहजीव को पूरी सिद्दत के साथ निभाया।
कलेक्टर तरूण राठी ने कहा जैसा कि आज अयोध्या के सबंध मे फैसला आना था जिसको लेकर आज शहर मे शांति व्यवस्था एवं कानून व्यवस्था को देखते हुये सदभावना रैली का आयोजन शासन प्रशासन के सहयोग से शहर में किया गया। मुझे बहुत हर्ष है कि शांति समिति की बैठक मे जो सुझाव आया था सदभावना रैली का आयोजन किया जाना चाहिए, जिससे आज हमने सदभावना रैली का आयोजन किया। इस रैली मे सभी वर्ग, समुदाय, जाति के लोग शामिल हुये अपनी-अपनी भागीदारी निभाई, जगह-जगह सदभावना रैली का स्वागत किया गया। उन्होने कहा मुझे उम्मीद है जिस तरह की शांति अभी दमोह शहर में है, आगे भी बनी रहेगी। उन्होने कहा हम सबको माननीय न्यायालय के फैसले का स्वागत करना चाहिए और प्रकरण के निर्णय को अमल करना हम सबकी जिम्मेदारी हैं।
उन्होने कहा आज सदभावना रैली मे शामिल हुये सभी लोगो का धन्यवाद, इतनी बडी संख्या मे लोग स्वप्रेरणा से आये, लोगो ने रैली मे भाग लेकर एक बार फिर दिखा दिया जो हमारे दमोह कि गंगा-जमुना तहजीब है निश्चित रूप से अमर रहेगी, किसी भी तरीके की इसमे व्यवधान दरार इसमे नही आयेगी। श्री राठी ने कहा जैसा हमलोगो ने शांति समिति की बैठक मे तय किया था कि हम निर्णय का ना तो कोई एक्शन होगा ना रिएक्शन करेगें। उन्होने कहा इस सफल रैली के बाद जब हम सब अपने-अपने क्षेत्र मे जायेगे तो वहां शांति व्यवस्था एवं कानून व्यवस्था को बनाये रखेगें, इसमे अपना-अपना योगदान देंगे।
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने कहा शांति समिति की बैठक मे सभी ने अश्वासन दिया था दमोह एक कौमी एकता का प्रतीक हैं, एक मिशाल है जिसे हमने सदभावना रैली मे शामिल होकर साबित कर दिया। सभी समाज, समुदाय, जनप्रतिनिधि इस रैली में शामिल हुये, जिससे ये प्रतीत होता है दमोह कि एकता को कोई छू भी नही सकता, एकता को छति नही पहुँचा सकता। उन्होने आगामी आने वाले त्योहार की शुभकामनाए दी और कहा हम सब शांतिपूर्ण ढ़ग से त्योहार मनायें। सांसद प्रतिनिधि आलोक गोस्वामी ने कहा प्रशासन की पहल पर निकली सभी वर्गेां, जनप्रतिनिधि, राजनैतिक पार्टी, गणमान्य नागरिको ने रैली मे शामिल होकर यह दिखा दिया कि दमोह एकता का प्रतीक है और रहेगा।
उस्ताद अनवर इकबाल ने कहा आज हर्ष और खुशी का दिन है हमने आज सिद्ध कर दिया दमोह शहर अमन चेन का एक हामी हैं, दमोह का अपना एक स्थान है, गंगा जमुना तहजीब की बयार जो आज चली है, वो सदियों तक याद रहेगी। इसी क्रम में कैप्टन वाधवा सहित अन्य गणमान्य नागरिकों ने अपनी बात रखी और सद्भावना रैली में शामिल हुये। वरिष्ठ साहित्यकार नरेन्द्र दुबे ने कहा कुछ बात है कि हस्ति मिटती नही हमारी पहेली से अपनी बात रखते हुये कहा हिन्दुस्तान एक है, था रहेगा, जो तहजीब, संस्कृति हमारे बुजूर्ग जो छोड कर गये है ष्अनेकता मे एकताष् कि विभितता मे एकता की जो मिशाल आज हम कायम कर रहे है, इसके लिए हमारे बुजूर्ग हर्षित हो रहे होगें। हमारे शहर की गंगा जमुना तहजीब है हम सब मिलकर रहते है हम सब एक है।
घण्टाघर-अम्बेडकर चैक पर जुलूस, धरना प्रदर्शन प्रतिबंधित- आयोध्या प्रकरण के संबंध में प्रस्तावित फैसला आज उच्चतम न्यायालय के संविधान पीठ द्वारा सुनाया गया है। सम्पूर्ण जिले में 07 नवम्बर 19 से धारा 144 प्रभावशील की गई है। नगर में कानून व्यवस्था एवं शांति बनाये रखने हेतु अपर जिला मजिस्ट्रेट आनंद कोपरिहा ने घण्टाघर दमोह और अम्बेडकर चैक अस्पताल चैराहा दमोह को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया है। इन स्थानों पर किसी भी प्रकार की रैली, जुलूस, धरना प्रदर्शन, राजनैतिक एवं सामाजिक कार्यक्रम इत्यादि पूर्णतरू प्रतिबंधित रहेंगे।
राजपत्रित अधिकारियों को विशेष कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की शक्तियां मिली-आयोध्या प्रकरण के संबंध में प्रस्तावित निर्णय आज उच्चतम न्यायालय के के संविधान पीठ द्वारा सुनाया गया है। इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट तरूण राठी ने दण्ड प्रक्रिया संहित 1973 की धारा 21 के तहत राजपत्रित अधिकारियों को विशेष कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की शक्तियां 09 नवम्बर से 12 नवम्बर तक प्रदत्त की है। उन्होंने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पचायत दमोह डॉ गिरीश मिश्रा, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण दमोह जेपी सोनकर, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन एसके जाटव, प्रभारी कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एचएल अहिरवार, कार्यपालन यंत्री पीआईयू-लोक निर्माण विभाग हेमंत राजपूत, जिला आपूर्ति अधिकारी बीके सिंह, महिला सशक्तिकरण अधिकारी संजीव मिश्रा, उपसंचालक कृषि आरएस शर्मा, सहायक संचालक कृषि जेएल प्रजापति और जिला खनिज अधिकारी दमोह रवि पटैल को विशेष कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की शक्तियां 12 नवम्बर तक प्रदत्त की गई है। जनसंपर्क अधिकारी वायए कुरेशी की रिपोर्ट
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