पाकिस्तान में पकड़े गए दो भारतीयों में एक के दमोह का !
दमोह। जिले के नोहटा थाना अंतर्गत पट्टी शीशपुर गांव निवासी बारेलाल आदिवासी नाम के युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद उसे भूल चुकी स्थानीय पुलिस और परिजनों के लिए अब बारेलाल के पाकिस्तान में पकड़े जाने की खबर करंट के किसी झटके से कम नहीं है। इस की सूचना पुलिस मुख्यालय से दमोह पहुंचने के बाद नोहटा थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर परिजनों के बयान दर्ज कर चुकी है। वहीं एसपी विवेक सिंह ने बताया कि मार्च 2017 में बारेलाल की गुमशुदगी की रिपोर्ट नोहटा थाने में दर्ज हुई थी।
दरअसल ये पूरा मामला पाकिस्तान के बहावपुर में पकड़े गए दो भारतीय युवकों में से एक के मप्र के दमोह जिले के निवासी होने की जानकारी सामने आने के बाद सुर्खियों में आया है जानकारी लगने पर स्थानीय मीडिया कर्मी जहां गांव पहुंचकर बारेलाल के परिजनों से चर्चा मुलाकात कर चुके हैं वहीं पुलिस भी उसके बारे में और जानकारी जुटा रही है। इस दौरान यह बात भी निकल कर सामने आई है कि बारेलाल मानसिक तौर पर कमजोर था। शायद यही वजह रही कि उसके घर से चले जाने के ढाई साल बाद भी परिजनों ने उसकी पतासाजी करने गंभीरता से प्रयास नहीं किए।
अब जब उसके पाकिस्तान मैं पकड़े जाने की खबर सामने आई है तो परिजन उसकी वापसी की चाह रखते हुए शासन से मदद की आस लगाए बैठे हैं। एसपी विवेक सिंह का कहना है कि बारेलाल आदिवासी की गुमशुदगी की रिपोर्ट मार्च 2017 में नोहटा थाने में दर्ज हुई थी। तब से उसके बारे में कोई पता नहीं लग सका है। अब पुलिस मुख्यालय से जानकारी मांगे जाने पर नोहटा थाना पुलिस ने गांव में जाकर पड़ताल करते हुए परिजनों के बयान दर्ज किए हैं।
0 Comments