साइकिल स्टैंड के 15% कमीशन रूप में मांगी थी रिश्वत
पन्ना। कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची सागर लोकायुक्त की टीम ने आदिम जाति कल्याण विभाग के सबसे बड़े अधिकारी डीओ साबिर खान को 27हजार रूपए की रिश्वत मामले में हिरासत में लेते हुए भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धारा ओं के तहत कार्यवाही की है। लोकायुक्त टीम की कार्रवाई का बर्थ की खबर से कलेक्ट्रेट कार्यालय में हड़कंप के हालात बने रहे। वहीं पकड़े गए अधिकारी यह कहकर अपनी सफाई देते रहे कि उन्होंने रिश्वत की रकम को हाथ भी नहीं लगाया तथा उनके हाथ भी लाल नहीं हुए।
दरअसल ये पूरा मामला साइकिल स्टैंड से जुड़ा हुआ है। छात्रावास अधीक्षका कृष्णा सोनी से 1 लाख 80 हजार के साइकिल स्टैंड ठेके की मंजूरी के बदले में अजाक विभाग के अधिकारी साबिर खान द्वारा 20 परसेंट कमीशन राशि की मांग की गई थी। जो बाद में मोलभाव करने पर 15 पर्सेंट कमीशन पर तय हो गई। जिसकी शिकायत कृष्णा सोनी द्वारा सागर लोकायुक्त से किए जाने के बाद कार्य वाही करने सोमवार शाम डीएसपी राजेश खेड़े के नेतृत्व में लोकायुक्त टीम पन्ना पहुंची।
इस बीच लिफाफे में निशान लगे नोटों को कृष्णा सोनी ने जैसे ही अधिकारी साबिर खान की टेबल पर रखा वैसे ही लोकायुक्त टीम ने पीछे से पहुंच कर कार्रवाई शुरू कर दी। लोकायुक्त टीम को देखते ही सतर्क हो गए साबिर खान ने नोटों से भरे लिफाफे को हाथ नहीं लगाया जिससे उनके हाथ लाल नहीं हुए। लेकिन इनके छात्रावास अधीक्षका के साथ रिश्वत को लेकर पूर्व में की गई बातचीत का रिकॉर्ड होने तथा लोकायुक्त के हस्ताक्षर से युक्त नोटों के टेबल से बरामद होने जैसे हालात के बाद भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के खिलाफ कार्यवाही की गई है।
लोकायुक्त कार्रवाई के दौरान साबिर साहब का बीपी तथा शुगर में बढ़ती नजर आई। वही वे अपने आप को पाक साफ बताते नजर आए। जबकि लोकयुक्त डीएसपी राजेश खेड़े का कहना था कि उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत है। तथा कार्यवाही की जा रही है। पन्ना से गणेश विश्वकर्मा की रिपोर्ट
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