वन प्रशासन ने लाखों की भूमि अतिक्रमण से मुक्त कराई-
जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर जबलपुर रोड पर नोहटा के नोहलेश्वर मंदिर के पास से 17 मील तक अनेक ढाबों के निर्माण के साथ रहवासी मकान और मकानों की नींव भरे जाने का दौर लंबे समय से धड़ल्ले से जारी था। यहां पर धड़ल्ले से अवैध कब्जा करके निर्माण कराने वालों में भाजपा कांग्रेस से जुड़े कुछ नेताओं के नाम भी सामने आ रहे थे ।जिन में प्रमुख रूप से भाजपा नेता विनोद राय व दोनों दलों से जुड़े रहने वाले रामेश्वर यादव का नाम प्रमुख तौर पर लिया जा रहा था। वही मड़ा मंदिर मंदिर के सामने 18 अगस्त के आस पास किए जा रहे अवैध कब्जों की नीव के पत्थरों की जब्ती की कार्यवाही रेंजर महोबिया द्वारा की गई थी। जिस पर एक नेता जी ने मंत्री हर्ष यादव को गुमराह कर दो वन कर्मियों को सस्पेंड करा दिया गया था। जिसके बाद हर्षाये नेता जी द्वारा धड़ल्ले से कब्जे को अंजाम दिलाया जा रहा था।
इधर जबलपुर स्टेट हाईवे से लगी वन भूमि पर किए जा रहे अवैध कब्जे और अवैध निर्माण की रिकॉर्डिंग करके कुछ मीडिया कर्मियों द्वारा डीएफओ तक पहुंचाए जाने के बाद उसकी रिकॉर्डिंग प्रदेश के वन मंत्री तक भी पहुंची थी। इसके बाद वन मंत्री के निर्देश पर एक्सन में आये डीएफओ ने एक डिप्टी रेंजर को भी सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद आज वन विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्यवाही की गई।
इसमें सबसे पहले विनोद राय और रामेश्वर यादव द्वारा संरक्षित अवैध कब्जों को ध्वस्त किया गया। इसी के साथ राजा खान के पक्के ढाबा और दुकानों को भी ध्वस्त करने पहुंचे अधिकारियों को विरोध का सामना भी करना पड़ा और जब ढाबा संचालक द्वारा सामान बाहर करने में आनाकानी की गई तो सामान जप्त करके कार्रवाई की गई।
गुरुवार को फुल एक्शन मोड में नजर आए वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नोहटा बीट कंपाउंड के 321 में नए पुराने दर्जनभर से अधिक अवैध निर्माणों को जेसीबी की मदद से ध्वस्त करने में देर नही की। इस दौरान विवाद से निपटने के लिए महिला वन कर्मियों को भी बुलाया गया था। वही जेसीबी से कब्जे हटाए जाने की कार्रवाई के दौरान उत्साहित एक महिला वन कर्मी अपने मोबाइल कैमरे से सेल्फी लेकर कब्जे हटाने के पलों को यादगार बनाती हुई भी नजर आई।
वन विभाग की इस कार्यवाही का नेतृत्व कर रहे एसडीओ फॉरेस्ट जीएस धुर्वे का कहना था कि वन भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी। इधर अचानक की गई इस कार्यवाही को लेकर प्रभावित दर्जन भर से अधिक लोग अपनी आपत्ति दर्ज कराते नजर आए। राजा ढाबा के संचालक का तो यहां तक कहना था उनके ढाबे में रखें एक लाख से अधिक रुपए कार्रवाई के दौरान गायब कर दिए गए। इसकी शिकायत लेकर वह नोहटा थाने तक भी पहुंचे। इधर वन विभाग की कार्रवाई के दौरान व्यवधान उत्पन्न कर रहे जेसीबी के सामने आ गए राजा खान के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा की कार्रवाई की शिकायत भी की गई है।
दमोह। मंत्री तक पहुंची दमोह जिले में वन भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत के बाद नोहटा क्षेत्र के फॉरेस्ट एरिया में अवैध कब्जा हटाने की तवा तोड़ कार्रवाई की गई। जिससे बरसों से काबिज राजा ढाबा सहित भाजपा कांग्रेस से जुड़े दो बड़े नेताओं के ताजा कब्जों को भी नेस्तनाबूद किया गया। वही कुछ मकान व कुछ गैर आवासीय निर्माणों को भी जेसीबी की मदद से ढहाने की कार्यवाही की गई। इस दौरान वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने किसी की नहीं सुनी।
इधर जबलपुर स्टेट हाईवे से लगी वन भूमि पर किए जा रहे अवैध कब्जे और अवैध निर्माण की रिकॉर्डिंग करके कुछ मीडिया कर्मियों द्वारा डीएफओ तक पहुंचाए जाने के बाद उसकी रिकॉर्डिंग प्रदेश के वन मंत्री तक भी पहुंची थी। इसके बाद वन मंत्री के निर्देश पर एक्सन में आये डीएफओ ने एक डिप्टी रेंजर को भी सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद आज वन विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्यवाही की गई।
इसमें सबसे पहले विनोद राय और रामेश्वर यादव द्वारा संरक्षित अवैध कब्जों को ध्वस्त किया गया। इसी के साथ राजा खान के पक्के ढाबा और दुकानों को भी ध्वस्त करने पहुंचे अधिकारियों को विरोध का सामना भी करना पड़ा और जब ढाबा संचालक द्वारा सामान बाहर करने में आनाकानी की गई तो सामान जप्त करके कार्रवाई की गई।
गुरुवार को फुल एक्शन मोड में नजर आए वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नोहटा बीट कंपाउंड के 321 में नए पुराने दर्जनभर से अधिक अवैध निर्माणों को जेसीबी की मदद से ध्वस्त करने में देर नही की। इस दौरान विवाद से निपटने के लिए महिला वन कर्मियों को भी बुलाया गया था। वही जेसीबी से कब्जे हटाए जाने की कार्रवाई के दौरान उत्साहित एक महिला वन कर्मी अपने मोबाइल कैमरे से सेल्फी लेकर कब्जे हटाने के पलों को यादगार बनाती हुई भी नजर आई।
वन विभाग की इस कार्यवाही का नेतृत्व कर रहे एसडीओ फॉरेस्ट जीएस धुर्वे का कहना था कि वन भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी। इधर अचानक की गई इस कार्यवाही को लेकर प्रभावित दर्जन भर से अधिक लोग अपनी आपत्ति दर्ज कराते नजर आए। राजा ढाबा के संचालक का तो यहां तक कहना था उनके ढाबे में रखें एक लाख से अधिक रुपए कार्रवाई के दौरान गायब कर दिए गए। इसकी शिकायत लेकर वह नोहटा थाने तक भी पहुंचे। इधर वन विभाग की कार्रवाई के दौरान व्यवधान उत्पन्न कर रहे जेसीबी के सामने आ गए राजा खान के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा की कार्रवाई की शिकायत भी की गई है।
कुल मिलाकर जिस तरह से आज वन विभाग के अधिकारियों ने मेन रोड पर वन भूमि पर धड़ल्ले से हो रहे कब्जों पर JCB का कहर बरसाया गया है यदि इसी तरह से अन्य क्षेत्रों में भी कार्यवाही की जाती है तो भाजपा कांग्रेस के नाम पर कब्जे की राजनीतिक करने और कराने बालों को दस बार सोचना पड़ेगा। वैसे भी आज की कार्यवाही में प्रभावित आम गरीब लोगों के ही पीड़ितों में नाम सामने आए हैं भाजपा कांग्रेस के नेताओं के नाम कार्यवाही वाले रिकॉर्ड में दर्ज नहीं हुए हैं ।अटल राजेंद्र जैन
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