दमोह। जबलपुर मार्ग पर अभाना की पहाड़ी टेक इन दिनों बाइक सवारों की जान की दुश्मन बनी हुई है। कल यहां पर एक बस की चपेट में आने से सागर निवासी बाइक सवार की मौत हुई थी। वही आज एक तेज रफ्तार वाहन की टक्कर लगने से बाइक सवार फॉरेस्ट गार्ड की जान चली गई। यहा पर लगातार हादसों की एक वजह पहाड़ी ढलान पर वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाने स्पीड ब्रेकर का अभाव तथा पूर्व में रखे गए ड्रम और स्टापर हटा दिए जाना भी माना जा रहा है।
बुधवार की रात तेजगढ़ से दमोह हुए आ रहे पांजी वीट में पदस्थ फॉरेस्ट गार्ड मुनेष मित्तल की बाइक को बिसना खेड़ी मुठिया चौराहे पर एक तेज रफ्तार वाहन ने टक्कर मार दी। जिससे वनरक्षक बाइक सहित सर के बाल गिर कर लहूलुहान हो गए। बाद में उन्हें 108 की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाए जाने पर मृत घोषित कर दिया गया। जानकारी लगने पर वन विभाग के एसडीओ, रेंजर सहित अन्य कर्मचारी जिला अस्पताल पहुंचे तथा उन्होंने अपनी शोक संवेदना जताते हुए परिजनों को सांत्वना दी।
गुरुवार को पोस्टमार्टम के उपरांत वन कर्मी मुनेश मित्तल का शव परिजनों को सौंपा जाएगा। उल्लेखनीय है कि जिस स्थान पर क्या दुर्घटना हुई है उससे करीब एक किलोमीटर आगे अभाना टेक की ढलान पर पेट्रोल पंप के पास कल एक तेज रफ्तार बस की चपेट में आने से सागर निवासी बाइक सवार की भी मौके पर दर्दनाक मौत हो गई थी। यह दोनों ही स्थान पहाड़ी की दोनों तरफ की घाट समाप्त होने के ढलान वाले स्थान है जहां अक्सर वाहन चालक अपना नियंत्रण खो देते हैं। और बाइक चालक सबसे अधिक हादसों का शिकार होते हैं।
पूर्व में इन दोनों ही प्वाइंटों पर नोहटा थाना पुलिस द्वारा ट्राफिक स्टॉपर और ड्रम रखवा चेकिंग प्वाइंट बना दिया गया था। जिससे यहां पर भारी वाहनों की गति नियंत्रित रहने के साथ छोटे वाहन चालकों को भी पुलिस चेकिंग का भय बना रहता था और इससे हाथ से चलते रहते थे लेकिन अब बदले हुए हालात में होने वाली रोज दुर्घटनाएं कहीं ना कहीं पुलिस की लापरवाही को भी उजागर करती नजर आ रही है।
परमपिता परमेश्वर वनकर्मी की अंतरआत्मा को अपने चरणों में स्थान दे तथा दुखी परिजनों को यह गहन दुख सहन करनें की शक्ति प्रदान करे। ओम शांति शांति शांति..
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Good work
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