घंटानाद आंदोलन के जरिए भाजपा का शक्ति प्रदर्शन...
दमोह जिला मुख्यालय पर प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के नेतृत्व में भाजपा के घंटानाद आंदोलन का आगाज जिला भाजपा कार्यालय से हुआ। भाजपा जिला कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में एकत्रीकरण के बाद देर तक घंटानाद चलता रहा। बाद में भाजपाई जन घंटी, घंटा, शंख घड़ियाल बजाते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय की ओर रवाना हुए। इस दौरान कार्यकर्ताओं का उत्साह और प्रदर्शन देखने लायक रहा।
सिर पर भाजपा की टोपी और हाथों में पार्टी के झंडे लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ कलेक्ट्रेट कार्यालय तक पहुंचते-पहुंचते विशाल समूह में तब्दील हो गई। इस दौरान कमलनाथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान जारी किए गए वचन पत्र की याद दिलाई गई। भाजपा नेताओं का कहना था कि कमलनाथ सरकार के 9 महीने के कार्यकाल में पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ने से अराजकता के हालात निर्मित हो गए है।
भाजपा नेताओं का कहना था कि कर्जमाफी के नाम पर किसानों से छलावा किया गया है। तबादला उद्योग को चलाने में लगी सरकार के द्वारा बेरोजगारी भत्ते के नाम पर युवाओं को छला गया है। भाजपा सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को राशि प्रदान नहीं की जा रही है जैसे प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों से लेकर अन्य योजनाओं का कार्य ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है जिससे आम नागरिक जबरदस्त परेशान हो रहे हैं बिजली कटौती के चलते लोग हलकान है वहीं सड़क निर्माण तो दूर सड़क के गड्ढों को भरवाने तक की फुर्सत सरकार को नहीं है।
इधर कलेक्ट्रेट का घेराव रोकने के लिए बैरिकेट्स के साथ भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी भाजपाइयों के लिए बाधा बन गई। इस दौरान कुछ नेताओं ने बैरिकेट्स फांदने का प्रयास भी किया। लेकिन पुलिस ने इस तरह की कोशिशो को असफल कर दिया। दौरान इस दौरान जोरदार बारिश ने भी प्रदर्शन में खलल डालने की कोशिश की। लेकिन भाजपाई तब भी पर डटे रहे।
देर तक चले आंदोलन प्रदर्शन के दौरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी और आवश्यक सुरक्षा इंतजामों के कारण भाजपाइयों को कलेक्ट्रेट का घेराव करने का मौका तो नहीं मिला। लेकिन इस आंदोलन के नाम पर जिस तरह से भाजपाइयों के साथ किसान, बेरोजगारों, महिलाओं, युवाओ की भीड़ एकत्रित हुई उससे भाजपा नेताओं के हौसले जरूर बढ़ते नजर आए।
भाजपा के घंटानाद आंदोलन प्रदर्शन में पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया, पूर्व सांसद चंद्रभान सिंह, विधायक पीएल तंतुवाय एवं धर्मेंद्र सिंह लोधी, पूर्व मंत्री दशरथ सिंह, पूर्व विधायक सोना बाई, उमा देवी खटीक, लखन पटेल, जिला भाजपा अध्यक्ष देव नारायण श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल, सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र गुरु, सांसद प्रतिनिधि आलोक गोस्वामी, सतीश तिवारी, रमन खत्री, अखिलेश हजारी, नगर पालिका अध्यक्ष मालती असाटी, कविता राय, प्रतिभा तिवारी, अर्चना जैन सहित महिला मोर्चा पदाधिकारी,
नगर अध्यक्ष बृज गर्ग, ग्रामीण अध्यक्ष राज कुमार जैन, नरेंद्र चंदेल, प्रीतम सिंह लोधी, मनीष सोनी, संजय सेन, गोपाल पटेल, बीड़ी बावरा, कपिल सोनी, नीलेश सिंघई, अनुपम जड़िया, मनीष तिवारी, प्रीतम चौकसे, पार्षद विजय जैन, अभिषेक राय, मोंटी रैकवार, सन्तू लाल रोहित युवा मोर्चा अध्यक्ष प्रमोद विश्वकर्मा भरत यादव युवा मोर्चा की टीम, किसान मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ आदि भाजपा के अनुवांशिक संगठनों पार्षदों तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों से आए भाजपा नेता पदाधिकारी कार्यकर्ताओं की भी मौजूदगी रही। अभिजीत जैन की रिपोर्ट
मप्र में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा जारी किए गए वचन पत्र पर 9 महीने बाद भी पूरी तरह से अमल नहीं किया गया है। यही वजह रही कि भाजपा को प्रदेश भर में घंटा नाद आंदोलन के जरिए त्योहार के मौके पर शक्ति प्रदर्शन करने का अवसर मिल गया। भाजपा के इस आंदोलन प्रदर्शन में जिस तरह से किसान बेरोजगारों सहित युवाओं की भीड़ उमड़ी उसे देख कर कहा जा सकता है कि यदि समय रहते कमलनाथ सरकार में अपने वायदे पूरे नहीं किए तो यह घंटानाद आंदोलन मप्र सरकार के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है।
सिर पर भाजपा की टोपी और हाथों में पार्टी के झंडे लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ कलेक्ट्रेट कार्यालय तक पहुंचते-पहुंचते विशाल समूह में तब्दील हो गई। इस दौरान कमलनाथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान जारी किए गए वचन पत्र की याद दिलाई गई। भाजपा नेताओं का कहना था कि कमलनाथ सरकार के 9 महीने के कार्यकाल में पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ने से अराजकता के हालात निर्मित हो गए है।
भाजपा नेताओं का कहना था कि कर्जमाफी के नाम पर किसानों से छलावा किया गया है। तबादला उद्योग को चलाने में लगी सरकार के द्वारा बेरोजगारी भत्ते के नाम पर युवाओं को छला गया है। भाजपा सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को राशि प्रदान नहीं की जा रही है जैसे प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों से लेकर अन्य योजनाओं का कार्य ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है जिससे आम नागरिक जबरदस्त परेशान हो रहे हैं बिजली कटौती के चलते लोग हलकान है वहीं सड़क निर्माण तो दूर सड़क के गड्ढों को भरवाने तक की फुर्सत सरकार को नहीं है।
इधर कलेक्ट्रेट का घेराव रोकने के लिए बैरिकेट्स के साथ भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी भाजपाइयों के लिए बाधा बन गई। इस दौरान कुछ नेताओं ने बैरिकेट्स फांदने का प्रयास भी किया। लेकिन पुलिस ने इस तरह की कोशिशो को असफल कर दिया। दौरान इस दौरान जोरदार बारिश ने भी प्रदर्शन में खलल डालने की कोशिश की। लेकिन भाजपाई तब भी पर डटे रहे।
देर तक चले आंदोलन प्रदर्शन के दौरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी और आवश्यक सुरक्षा इंतजामों के कारण भाजपाइयों को कलेक्ट्रेट का घेराव करने का मौका तो नहीं मिला। लेकिन इस आंदोलन के नाम पर जिस तरह से भाजपाइयों के साथ किसान, बेरोजगारों, महिलाओं, युवाओ की भीड़ एकत्रित हुई उससे भाजपा नेताओं के हौसले जरूर बढ़ते नजर आए।
भाजपा के घंटानाद आंदोलन प्रदर्शन में पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया, पूर्व सांसद चंद्रभान सिंह, विधायक पीएल तंतुवाय एवं धर्मेंद्र सिंह लोधी, पूर्व मंत्री दशरथ सिंह, पूर्व विधायक सोना बाई, उमा देवी खटीक, लखन पटेल, जिला भाजपा अध्यक्ष देव नारायण श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल, सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र गुरु, सांसद प्रतिनिधि आलोक गोस्वामी, सतीश तिवारी, रमन खत्री, अखिलेश हजारी, नगर पालिका अध्यक्ष मालती असाटी, कविता राय, प्रतिभा तिवारी, अर्चना जैन सहित महिला मोर्चा पदाधिकारी,
नगर अध्यक्ष बृज गर्ग, ग्रामीण अध्यक्ष राज कुमार जैन, नरेंद्र चंदेल, प्रीतम सिंह लोधी, मनीष सोनी, संजय सेन, गोपाल पटेल, बीड़ी बावरा, कपिल सोनी, नीलेश सिंघई, अनुपम जड़िया, मनीष तिवारी, प्रीतम चौकसे, पार्षद विजय जैन, अभिषेक राय, मोंटी रैकवार, सन्तू लाल रोहित युवा मोर्चा अध्यक्ष प्रमोद विश्वकर्मा भरत यादव युवा मोर्चा की टीम, किसान मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ आदि भाजपा के अनुवांशिक संगठनों पार्षदों तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों से आए भाजपा नेता पदाधिकारी कार्यकर्ताओं की भी मौजूदगी रही। अभिजीत जैन की रिपोर्ट
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