बुजुर्ग मगरमच्छ को बेरहमी से बांधने की वीडियो वायरल
बिजवार गांव मे ब्यारमा के नदी के बहाव से खेत में पहुंच गए एक बुजुर्ग मगरमच्छ को बकरी की तरह बांधकर ग्रामीणों द्वारा बेरहमी से प्रताड़ित किए जाने के वीडियो ने सभी को हैरत में डाल दिया है। रनेह थाना अंतर्गत बिजवार गांव मैं ब्यारमा नदी से बहकर एक भारी-भरकम बुजुर्ग मगरमच्छ खेत में आ गया था। बीमार होने के साथ चलने फिरने से लाचार नजर आ रहे इस बुजुर्ग मगर को गांव के कुछ युवकों ने रस्सी से जकड़ कर पकड़ लिया।
दमोह में 2 दिन से लोगों के बीच भय तथा दहशत की वजह बने तेंदुए को आखिरकार दूसरे दिन 4 घंटे की कड़ी मशक्कत और रेस्क्यू के बाद बेहोश करके जाल में फंसा कर पकड़ लिया गया। सोमवार को शहर के बारह द्वारी क्षेत्र से कंकाली माता मंदिर तरफ भागे इस तेंदुए के राजनगर के जंगल में चले जाने की संभावना जताई जा रही थी। जिसके बाद डीएफओ ने शहर वासियों से बेफिक्र होकर त्योहार मनाने की अपील कर दी थी। लेकिन मंगलवार सुबह तेंदुआ शहर के पुराना थाना क्षेत्र में आ गया तथा घनी आबादी के बीच एक गली में घुसते हुए एक बालिका को घायल करके हरि चौरसिया के मकान में घुस गया।
जानकारी लगते ही कोतवाली पुलिस के साथ वन विभाग की टीम पुराना थाना क्षेत्र में पहुंची तथा घर में घुसे तेंदुए को काबू में करने के प्रयास शुरू किए गए इस दौरान एक कमरे में तेंदुए की मौजूदगी की संभावना के चलते उस कमरे के दरवाजे को बंद कर दिया गया बाद में खिड़की से तेंदुए की कमरे में मौजूदगी पक्की हो जाने के बाद सभी ने राहत की सांस ली इसके बाद पन्ना टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर कमरे में बंद तेंदुए को गन से बेहोशी का इंजेक्शन चलाकर बेहोश किया और इसके बाद उसे जाल में बांधकर बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया। घंटों तक चली रेस्क्यू ऑपरेशन के चलते पुराना थाना क्षेत्र में चारों तरफ जाम के हालात बने रहे वही लोगों की भीड़ उत्सुकता के साथ यह लगी रही इस दौरान पुलिस को अनेक बार डंडे के दम पर लोगों को यहां-वहां करना पड़ा लेकिन लोग तेंदुए की एक झलक पाने इस प्रताड़ना को भी चुपचाप सहते नजर आए।
मेडिकल जांच के बाद तेंदुए की नौरादेही जंगल वापसी
पन्ना टाइगर रिजर्व की टीम तेंदुए को पकड़कर उसे होश में आने का इंतजार करती रही। इसके बाद तेंदुए के होश में आने पर उसके प्राथमिक उपचार कर उसे जंगल में खुले विचरण के लिए नौरादेही के जंगल रवाना कर दिया गया। शहर की आबादी वाले क्षेत्र में तेंदुए की दस्तक तथा ग्रामीण क्षेत्र में मगर की आवक से स्थानीय निवासियों में जहां भय पूर्ण माहौल देखने को मिला। वहीं कहीं ना कहीं यह जीव जंतु भी इंसानों की भीड़ को अपने बीच पाकर भयभीत नजर आए।
दमोह। इस साल भारी बारिश के चलते आम इंसानों से लेकर पशु पक्षियों के ठिकाने जल ग्रस्त हो गए हैं। वही जंगल में रहने वाले वन्य जीवों के अलावा पानी में रहने वाले जलीय जीव भी मुसीबत में घिरते अपनी जान बचाने आबादी की तरफ आकर भटक रहे हैं। दो दिन पहले दमोह शहर में एक तेंदुए के भटक कर आ जाने के बाद उसे बमुश्किल आज पकड़ा जा सका।
बाद में बेरहमी से खींच कर देर तक प्रताड़ित किया जाता रहा। इस दौरान छोटे-छोटे बच्चे भी मगरमच्छ की पूछ को खींचतान कर घंटों प्रताड़ित करते रहे बाद में रनेह थाना प्रभारी और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तथा मगर को वापस नदी में छुड़वाने की कार्यवाही की गई।चार घँटे की मशक्कत के बाद तेंदुए को पकड़ा-
दमोह में 2 दिन से लोगों के बीच भय तथा दहशत की वजह बने तेंदुए को आखिरकार दूसरे दिन 4 घंटे की कड़ी मशक्कत और रेस्क्यू के बाद बेहोश करके जाल में फंसा कर पकड़ लिया गया। सोमवार को शहर के बारह द्वारी क्षेत्र से कंकाली माता मंदिर तरफ भागे इस तेंदुए के राजनगर के जंगल में चले जाने की संभावना जताई जा रही थी। जिसके बाद डीएफओ ने शहर वासियों से बेफिक्र होकर त्योहार मनाने की अपील कर दी थी। लेकिन मंगलवार सुबह तेंदुआ शहर के पुराना थाना क्षेत्र में आ गया तथा घनी आबादी के बीच एक गली में घुसते हुए एक बालिका को घायल करके हरि चौरसिया के मकान में घुस गया।
मेडिकल जांच के बाद तेंदुए की नौरादेही जंगल वापसी
दमोह में पर्व त्योहारों के मौके पर तेंदुए को काबू में पाने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासो की जहां नागरिकों द्वारा सराहना की जा रही है वही बिजवाड़ गांव में दुर्लभ प्रजाति के बुजुर्ग मगरमच्छ के साथ बेरहमी के साथ किये गए मारपीट प्रताड़ना के व्यवहार को अब ग्रामीण जन रेस्क्यू का नाम देने से नहीं चूक रहे हैं। अटलराजेंद्र जैन
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