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’सुधार कार्यक्रम’’ तहत अधिकारियों ने किया स्कूल, छात्रावास, आंगनवाड़ी केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण.. बड़ी संख्या में बच्चें तथा 18 शिक्षक नदारत मिले.. लापरवाहों पर गिरेगी कार्रवाई की गाज..

आकस्मिक निरीक्षण में 18 शिक्षक नदारत मिले-
दमोह। कलेक्टर तरुण राठी के निर्देशन में जिले के अधिकारियों अलग अलग क्षेत्रों में पहुंचकर स्कूल, आगंनवाड़ी केंद्रों सहित अन्य संस्थानों का आकस्मिक  निरीक्षण किया। सावन सोमवार के चलते अनेक स्कूलों में बच्चों की संख्या कम मिली वहीं 18 मासाब भी नदारत मिले। जिनके उपर जल्द कार्रवाई की गाज गिरना तय माना जा रहा है। अनुपस्थित शिक्षकों में प्रायमरी स्कूल देवरी से राजेश लड़िया, एकीकृत मिडिल स्कूल सेमरा लोधी से शिवराज सिंह एवं कल्पना ठाकुर, प्रायमरी स्कूल हिनोती खेतसिंह से संगीता तांडेकर, प्रदीप जैन, रामजी यादव, मिडिल स्कूल अथाई से डीपी यादव, मिडिल स्कूल सुनवाही से आशाराम अहिरवार, प्रायमरी स्कूल इमलाई से सुधा राजा, नवीन मिडिल स्कूल पथरिया से प्रेममणी एक्का, श्रद्धा गुरु, मिडिल स्कूल बनवार से भगवती प्रसाद. दुबे सहायक शिक्षक, प्रायमरी स्कूल इमलिया कोठा से राजेश पटेरिया, प्रायमरी स्कूल इमलिया रावत से शिवराम दहायत, गुलाब सिंह महदेला, प्रकाश चंद गर्ग अनुपस्थित थे।
कलेक्टर तरूण राठी और अधिकारियों ने सोमवार को जिले के विभिन्न विकासखण्डों के अलग-अलग स्थानों पर पहुंचकर स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्रों का आकस्मिक रूप से निरीक्षण किया। श्री राठी स्वयं तेन्दूखेड़ा तहसील के दूरस्थ क्षेत्रों में पहुंचकर स्कूल और आंगनबाड़ी पहुंचकर जमीनी हकीकत जानी। इस दौरान ग्राम धनेटा माल और ग्राम मुलरा शाला में बी.आर.सी., बी.ए.सी द्वारा स्कूलों का निरीक्षण नहीं किये जाने पर, उन्हें भी शोकाज नोटिस देने के निर्देश दिये। ग्राम मुलरा में शिक्षक रूपसिंह यादव अनुपस्थित पाये गये। उन्होंने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रधान पाठक के प्रति नाराजगी जताई। ग्राम ससना कला के शिक्षक लीलाधर बी ए का एग्जाम देने गये थे, परंतु पंजी में अवकाश दर्ज नहीं पाये जाने पर भी नाराजगी जताई और कहा अवकाश दर्ज करें। निरीक्षण में सीईओ जिला पंचायत डॉ. गिरीश मिश्रा और एसडीएम गगन विसेन साथ में मौजूद रहे।

दूरस्थ अंचल पर बसे ग्राम धनेटा माल में छात्रों से चर्चा की, उन्हें पुस्तकें मिलने की जानकारी ली और मध्यान्ह भोजन के बारे में जाना। यहां पर मध्यान्ह भोजन का वितरण नहीं हो रहा है। एसडीएम गगन विसेन को कार्रवाही के निर्देश दिये गये। कलेक्टर ने स्कूल की निरीक्षण पंजी बुलाकर अवलोकन किया। इस पंजी में इस सत्र में बीआरसी-बीएसी की टीप नहीं पाई गयी। उन्होंने पंजी में अपने टीप अंकित की। ग्राम मुलरा के प्राथमिक शाला में बताया गया एमडीएम मिलता तो है, पर कभी-कभी मीनू अनुसार नहीं मिलता। ग्राम ससना कला के प्राथमिक शाला में कक्षा तीसरी के छात्रों से पाठ¬ पुस्तक पढ़वाई गई, एमडीएम के बारे में बताया गया मीनू अनुरूप नहीं दिया जा रहा है, पुड़ी-सब्जी मिलती है, पर खीर नहीं। छात्रों की वर्कबुक देखी गई, इसमें शिक्षक द्वारा वर्कबुक चेक नहीं होना पाया गया। उन्होंने प्राचार्य से कहा सभी कक्षाओं की छात्रों की वर्कबुक नियमित रूप से चेक कराई जायें।
कलेक्टर को ससनाकला के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 53 में मात्र 8 बच्चें मिले। बच्चे कम मिलने पर बताया गया कि अंग्रेजी माध्यम का स्कूल शुरू हो गया है, छोटे बच्चे वहां जाने लगे है। उन्होंने यहां आंगनबाड़ी के संस्कार पटैल का अपने सामने से वजन कराया, उसका वजन साढ़े बारह किलो पाया। कुपोषित बच्चों की जानकारी लेने पर कार्यकर्ता किरण साहू और सहायिका अंगूरी पटैल ने बताया दो बच्चें कुपोषित है, जिसमें से एक बच्चे को एनआरसी भेजा गया है। कम उपस्थिति पर कलेक्टर ने अप्रसन्नता व्यक्त की। 
ग्राम धनेटामाल में कलेक्टर ने कक्षा तीसरी छात्रा से गणित के प्रश्न ब्लकवोर्ड पर करवाये, जिसपर छात्रा रोहिनी ने तत्काल कर दिखाये। कक्षा 3 की स्वाती से पहाड़ा पूछा गया तत्काल पढ़कर सुनाया गया। कलेक्टर ने दोनों बच्चों की सराहना की और बच्चों से भी कहा ताली बजायें। यहां कक्षा 4 और 5वीं में छात्रों को पूरी पुस्तकें नहीं मिली है। कलेक्टर ने छात्रों को कुछ देर पढ़ाया। ग्राम धनेटामाल में ग्रामीणों ने कहा शिक्षक तो आते है, पर स्कूल साढ़े तीन बजे बंद हो जाता है। कलेक्टर ने कहा ’’सुधार कार्यक्रम’’ के तहत इस तरह के औचक निरीक्षण स्कूल छात्रावास, आंगनबाड़ी और स्वास्थ्य संस्थाओं के होते रहेंगे। भ्रमण के दौरान ग्राम मुलरा प्राथमिक शाला में सीईओ जिला पंचायत डॉ. गिरीश मिश्रा ने छात्रों से अध्ययन-अध्यापन की चर्चा के साथ ही मध्यान्ह भोजन और शिक्षकों के नियमित स्कूल आने की जानकारी ली और छात्रों से शिक्षा के संबंध में प्रश्न भी किये। उन्होंने ग्रामीणों से भी चर्चा की। भ्रमण के दौरान तहसीलदार तेन्दूखेड़ा श्री जैन मौजूद रहे।
एसडीएम दमोह रवीन्द्र चैकसे ने ग्राम अथाई के प्राथमिक शाला का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान शिक्षक तो तीनों मिले लेकिन 81 में से 57 छात्र ही उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन के संबंध में बताया गया कि छात्रों को दो रोटी, सब्जी दाल दी जा रही है। उन्होने हिदायत दी है कि बच्चो को तीन रोटी दी जायें, यहा भी बताया कि कक्षा चौथी के छात्रों को अंग्रेजी की पुस्तक नहीं मिली है। एसडीएम हटा नाथूराम गौड ने कुंआखेडा और गौरीकला स्कूलों का निरीक्षण किया। श्री गौड ने बताया कि बच्चों का पढाई का स्तर अच्छा पाया। उन्होंने बताया यहां पर छात्रों से गणित के प्रश्न किये, छात्रों ने जवाब भी दिये, कुछ देर छात्रों को पढाया भी। कुंआखेडा में भी स्थिति अच्छी पायी गई, एक टीचर ट्रेनिंग में जाना बताया गया।
 तहसीलदार बबीता राठौर ने आमचौपरा नवीन शाला का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया यहां पर पढाई का स्तर गुणवत्ता युक्त नहीं है, छात्र अपना नाम, अंग्रेजी, हिन्दी में भी साफ-साफ नहीं लिख पाते। यहां पर दो टीचर अवकाश पर थे, जिनके आवेदन पाये गये। उन्होंने शिक्षकों से कहा है कि वे यहा ंपर पुनः आयेंगी पढाई का स्तर सुधारे। तहसीलदार हटा ज्योति ठाकुर ने हटा बजरंग वार्ड स्थित प्राथमिक शाला का निरीक्षण किया। यहां पर पढाई चल रही थी और बच्चों का पढाई का स्तर अच्छा पाया गया, यहां पर विघुत कनेक्शन नहीं हो पाया है, बाउण्ड्रीवाल की मांग की गई। श्रीमती ठाकुर रसीलपुर  प्राथमिक शाला पहुंची, यहां पर दर्ज छात्रों की उपस्थित कम पाई गयी, बाउण्ड्रीवाल की मांग की गई। इसी प्रकार प्राथमिक शाला बम्होरी उद़देशा में भी छात्रों की उपस्थिति कम थी। तीन शिक्षक उपस्थित थे। उन्होंने बताया यहां पर मध्यान्ह भोजन रसोई घर होने के बावजूद भी यहां नहीं बनाया जाता है। रसीलपुर आंगनबाडी में दो-तीन बच्चे ही उपस्थित पाये गये।
जनपद पंचायत पथरिया अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सीतानगर में शासकीय प्राथमिक कन्या शाला सीतानगर एवं शासकीय प्राथमिक बालक शाला का निरीक्षण परियोजना अधिकारी मनरेगा अभिलाषा शुक्ला ने किया। जिसमें प्राथमिक बालिका शाला एवं प्राथमिक बालक शाला अलग-अलग परसिर में संचालित है। शासकीय प्राथमिक कन्या शाला सीतानगर के निरीक्षण में प्राचार्य हरगोंबिन्द दुर्वेदी (सहायक षिक्षक) युनिक आईडी एएच 6485 शाला संचालित पाई गई। शाला में तीनों शिक्षक मिलने के बावजूद 69 में मात्र 30 बच्चे ही उपस्थित मिले। पाठ्य पुस्तकों का वितरण शत् प्रतिषत पाया गया। मध्यान्ह भोजन वितरण संचालित पाया गया शाला परिसर में बालक बालिका हेतु पृथक-पृथक शौचालय उपलब्ध है जो कि स्वच्छ पाया गया। पानी के लिए हैण्ड पंप की सुविधा है, जिसमें पर्याप्त पानी है। शैक्षणिक दक्षता औसत पाई गई प्रयास की आवष्यकता है। स्कूल की पुताई नहीं हुई है वारिष उपरांत कराया जाना बताया गया। 
शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सीतानगर में प्राचार्य शैलेन्द्र असाटी प्राचार्य एक माह के अवकाष पर होना बाताया गया एक ही परिसर में कक्षा 01 से 12 वी तक की संचालित हैं, निरीक्षण दिनॉक को कक्षाएॅ संचालित पाई गई, पानी की व्यवस्था हेतु हैण्ड पंप है। प्राथमिक बालक शाला संचालित पाई गई जिसमें 3 में से एक शिक्षक ही उपस्थित मिले। 02 शिक्षक अवकाष पर थे। विद्यालय में 55 बच्चों में से मात्र 17 बच्चे उपस्थित थें, पाठ्य पुस्तकों का वितरण 50 प्रतिषत पाया गया। मध्यान्ह भोजन वितरण संचालित पाया गया शैक्षणिक दक्षता औसत पाई गई प्रयास की आवष्यकता है। माध्यमिक शाला में 01 षिक्षक पदस्थ थें जो षिक्षक उपस्थित पाये गयें। विद्यालय में 110 बच्चों के विरूद्ध 70 बच्चे उपस्थित थें, पाठ्य पुस्तकों का वितरण शत् प्रतिषत बताया गया। मध्यान्ह भोजन वितरण संचालित पाया गया। शैक्षणिक दक्षता औसत पाई गई प्रयास की आवष्यकता है। उच्चतर शाला में 04 षिक्षक पदस्थ थें जो षिक्षक उपस्थित पाये गयें। विद्यालय में 235 बच्चों के विरूद्ध 134 बच्चे उपस्थित थें, पाठ्य पुस्तकों का वितरण शत् प्रतिषत बताया गया।
ग्राम पंचायत सीतानगर अंतर्गत 04 ऑगनबाडी केन्द्र संचालित है निरीक्षण दिनॉक को चारों ऑगनबाडी केन्द्र संचालित पाये गये, बच्चों की उपस्थिति कम थी। ऑगनबाडी केन्द्र शासकीय नवीन भवन में संचालित है। कार्यकर्ता विषाखा सोनी सहायिका सेवकवाई अहिरवार थी जो उपस्थित पाई गई ऑगनबाडी में दर्ज 74 बच्चों के विरूद्ध 08 बच्चे उपस्थित पाये गये मंगल दिवस आयोजित किया जाना पाया गया गर्भवती महिलाओं की संख्या 08 बताई गई नास्ता/भोजन का वितरण किया जाना पाया गया। ऑगनबाडी में 03 कुपोषित बच्चे दर्ज है थर्ड मील दिया जाना नहीं पाया गया। PM मातृ वंदना योजना में कुल लाभांवित हितग्राही 03 पाये गये मेडिसन किट नहीं पाई गई प्री स्कूल किट स्लाटर वेंग स्केल एडल्ड वेंग स्केल, स्टेडियों मीटर इंन्फेटोंमीटर पाये गये।

कार्यपालन यांत्रिकी सेवा एनएस ठाकुर ने प्राथमिक शाला स्लामपुरा का निरीक्षण किया और छात्रों को पढाई भी। उन्होंने बताया आंगनबाडी केन्द्र क्रमांक 90 खमरिया जनपद पंचायत बटियागढ बंद पाया गया। इसी प्रकार एनआरएलएम की डीपीएम मीना परते ने बताया कि उन्होंने आज माध्यमिक शाला हिनमंत पटी रनेह का निरीक्षण किया, स्कूल में सभी शिक्षक उपस्थित मिलें, बच्चों का ज्ञान का स्तर अच्छा पाया। उन्होंने बताया किया स्कूल के कमरों की स्थिति अच्छी नहीं है। यह भी बताया कि हिनमत पटी रनेह की आंगनबाडी क्रमांक 19 निरीक्षण के दौरान बंद पाया गया। जिला शिक्षा अधिकारी पीपी सिंह प्राथमिक शाला देवरी सडक पहुंचे। उन्होंने यहां पुस्तक वितरण की जानकारी ली और आंगनबाडी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बताया आंगनबाडी और स्कूल दोनों जगह उपस्थिति कम पाई गयी। PRO वायए कुरैशी की रिपोर्ट

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