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दमोह सागर रोड पर जाम लगाकर महिलाओं ने जिला पंचायत सीईओ का पुतला फूंका.. मध्यान्ह भोजन की राशि समूह के बजाय प्राचार्य के खाते में डाले जाने के निर्णय का विरोध शुरू..

 शिक्षकों के साथ महिला समूह ने किया विरोध प्रदर्शन-
गढ़ाकोटा, सागर। मध्यान भोजन की राशि महिला समूह के खाते में डाले जाने के बजाय संबंधित स्कूल के प्राचार्य के खाते में डाले जाने के जिला पंचायत सीईओ केनिर्णय का विरोध शुरू हो गया है। महिला स्व सहायता समूह ने शिक्षकों के साथ जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए दमोह सागर रोड पर देर तक जाम लगाया। जिला पंचायत सीईओ का पुतला फूंककर चेतावनी दी कि यदि जल्द इस निर्णय को नहीं बदला गया तो महिलाएं जिप. के सागर ऑफिस पहुंचकर  चूड़ियां फेंककर प्रदर्शन करेंगी
गढ़ाकोटा में शनिवार को स्व सहायता समूह की सैकड़ों महिलाओं ने उल्टे बाजे के साथ जुलूस निकालकर जिला पंचायत सीईओं के उस आदेश का विरोध किया जिसमें 
 ऑनलाइन पोर्टल से मध्यान्ह भोजन की राशि को समूह के खातों के बजाय प्राचार्य के खाते में भेजे जाने का निर्णय लिया गया है। सागर दमोह मार्ग की मुख्य सड़क पर जमकर हंगामा के साथ महिलाओं ने कमलनाथ तुम इंसाफ करो, मध्यान्ह भोजन का वापिस काम करो, सागर जिला पंचायत मुर्दाबाद के नारे लगाए।

इसके पूर्व सैकड़ो महिलाओं ने नगर के रुई बाजार में एकत्रित होकर उल्टे बाजे बजाते हुए जुलूस निकालते हुए टाकीज चौराहा,बस स्टैंड से होते हुए तहसील परिसर के बाहर पहुची। महिलाये हाथ मे कीटनाशक पदार्थ, मिट्टी तेल और आग का पलीता लिए हुए थी। तहसील प्रांगण के बाहर भारी पुलिस बल पहुँच गया था। प्रदर्शन के दौरान महिला समूहों ने स्कूलो के शिक्षकों पर भी गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारा काम छीनने के लिए शाला प्रभारी अनर्गल बातचीत कर रहे है।

मौके पर तहसीलदार संगीता मेहतो पहुँची जिन्हें सभी महिला समूह के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। समूहों की महिलाओं की प्रमुख मांग है कि पूर्ब की भांति सरकारी स्कूलों प्राथमिक और माध्यमिक शालाओ में महिला समूहों के माध्यम से नए सत्र 24/6/19 से स्कूलो में मध्यान्ह भोजन दिया जा रहा है।  महिलाओं का साफ कहना है कि पूर्व में सीएम कमल नाथ के द्वारा भोपाल में बुलाकर समूहों से ही भोजन वितरण करने का आश्वासन दिया गया था। वहीं पूर्व में स्थानीय विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने महिलाओं के लंबित मांगों को लेकर सड़क से विधान सभा तक पहुचाने की बात कही थी। 
लेकिन उसके बाबजूद सागर जिले की कलेक्टर एवं जिला पंचायत के अधिकारियों की मिलीभगत से समूहों के खातों में ऑनलाइन पोर्टल से राशि न भेजकर सीधे शाला प्रमुख समिति के खातों में राशि भेजने व संचालन की बात कही गई है। यदि 3 दिवस में जिला पंचायत द्वारा महिला समूहों के खातों में ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से यदि भोजन की राशि और खाद्यान नहीं भेजा गया तो हम सभी महिलाओ ने धमकी भरे लहजे में कहा है कि जिला पंचायत सागर के कार्यालय में जाकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी को चूड़ी फेंककर आएंगे। जिसकी जबाबदारी शासन व प्रशासन की होगी। गढ़ाकोटा से रवि सोनी की रिपोर्ट

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