पत्रकार को विवाद की कीमत जान देकर चुकाना पड़ी..!
सागर। दमोह संसदीय क्षेत्र अंर्तगत सागर जिले के शाहगढ़ कस्बे में एक दिल दहला देने वाला घटनाक्रम सामने आया है। जनपद पंचायत के ग्रामीण विस्तार अधिकारी से विवाद के चलते एससी एसटी एक्ट के केस से जूझ रहे एक स्थानीय पत्रकार को विवाद की कीमत अपनी जान देकर चुकाने जैसा घटनाक्रम सामने आया है। पूरे मामले में स्थानीय पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं। वही ग्रामीण पत्रकारजन इसे मीडिया की आवाज को आग लगाकर जिंदा दफन करने की कोशिश किए जाने जैसे हालात बता रहे है।
इधर शाहगढ़ से 2 किलोमीटर दूर जंगल में एक ढावे नुमा झोपड़े में आग से झुलसी दशा में अंतिम सांसें ले रहे चक्रेश का कुछ लोगों से बातचीत तथा तथा इसके बाद उनके भाई के बयान का एक वीडियो सामने आया है।घटना के बाद बंडा एसडीओपी उमरावसिंह ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। वहीं मृतक पत्रकार के मृत्यु पूर्व बातचीत के बायरल बीडियो की सच्चाई का पता लगाने में भी पुलिस जुटी हुई है। जबकि ग्रामीण विस्तार अधिकारी का सागर में उपचार जारी है।
हालांकि ग्रामीण विस्तार अधिकारी अमन चौधरी और उनके साथियों पर पत्रकार चक्रेश जैन के ऊपर पेट्रोल डालकर जिंदा जला देने के आरोपो के बीच स्थानीय पुलिस प्रशासन की भूमिका को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। पत्रकार को जिंदा जलाकर मार डालने के इस लोमहर्षक घटनाक्रम ने आम लोगों के साथ मीडिया जगत को भी हिला कर रख दिया है। सागर एसपी अमित सांघी का भी इस मामले में बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जांच में पुलिस टीम के जुटे होने की जानकारी दी है। अब इस पूरे घटना
क्रम में क्या जांच कार्यवाही की जाती है किसका इंतजार किया जा रहा है बंडा से दिनेश लोधी की रिपोर्ट
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